विश्वस्त सूत्रों को माने तो खबरों को आन्दोलन बनाने वाले बड़े पत्रकार जो प्रधान संपादक के चहेते भी है आज अपने अनुज भाई को बचाने के लिय झारखण्ड के मुख्य मंत्री के आवास के चक्कर काट रहे है जिस में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार भी शामिल है। ऐसा भी सुनने में आया है की इस बड़े घोटाले में कोषाअध्यक्ष ने बड़े भाई का भी ध्यान रखा है क्यों की घोडा घास से यारी थोड़े करेगा। क्या मुख्यमंत्री डील करेंगे या "न खाउगा न ही खाने दूंगा" के सिद्धांत का पालन करेंगे यह तो इस केस की करवाई से पता चल जायेगा।
इस सम्बन्ध में विशेष जानकारी हेतु दैनिक जागरण;रांची 16 सितम्बर की प्रकाशित समाचार को पढेगे तो पुष्टि हो जाएगी की कैसे बड़े पत्रकार तिल को ताड़ बनाने वाले अपने अनुज भाई को बचाने के लिय समाचार को ही खा गए ? वाह रे नैतिकता वाह रे खबरों का आन्दोलन...जय हो भाई वाद।
सुबोध रानावत
subodhrnwt53@gmail.com
रांची
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