11.4.16

अमर उजाला के मालिक राजुल महेश्वरी जी के नाम खुला पत्र

आदरणीय श्री महेश्वरी जी

इस समय यूपी के फैजाबाद जिले में अमर उजाला की साख गिराने का काम किया जा रहा है, जो असह्य है. जो कई सालों से प्रतिष्ठान से जुड़े हैं उन्हें किन्ही न किन्ही कारणों से हटाया या परेशान ब्यूरो  प्रभारी द्वारा किया जा रहा है. ब्यूरो  प्रभारी धीरेन्द्र सिंह जो 2 साल पूर्व हिंदुस्तान अख़बार से आए हैं, अपनी मनमानी करते हुए बीट रिपोर्टरों के चोरी छिपे तौर पर विभाग में पैठ बनाने और निजी लाभ के लिए पहले न्यूज उलटी लिखते हैं फिर कुछ दिन बाद उसका खण्डन कर रहे हैं.
अमर उजाला फैज़ाबाद माई सिटी में 1st पेज पर 31 मार्च को धीरेन्द्र सिंह जी ने लिखा कि cmo ने 4 घण्टे में 10 हजार लोगो का इंटरव्यू लिया, जो सोचने लायक है कि यदि 1 मिनट में एक सदस्य का भी इंटरव्यू लिया जाए तो भी हजार दो हजार से अधिक इंटरव्यू नहीं हो सकते हैं. फिर 8 अप्रैल के अंक में वही खबर के उलटे न्यूज आती है कि इंटरव्यू होने के बाद cmo ने शासन से एप्रूवल मांगा है. क्या यही पत्रकारिता होगी ? पहले उल्टा फिर अचानक सीधा कैसे ? यही नही उनके मनमानी कार्य कुछ निम्न हैं...

1. अपने स्वजातीय को लाभ देने के लिए सेंटर से कार्यालय सुदूर शिफ्ट किया, जबकि पहले कार्यालय बस अड्डा, होटल, कार्यालय, तहसील, ssp आफिस सहित शहर के मध्य था !
2. कई सालों से अख़बार की सेवा करने वाले के खिलाफ जातिगत भावना से ग्रस्त होकर उत्पीड़न करना और मानदेय नहीं दिलाना।
3. बीकापुर तहसील से 2002 से अमर उजाला से जुड़ा खुद मुझे मानदेय मांगने पर बिना सम्पादक को सूचना दिए ही news पर रोक लगाना, मैंने इसीलिए श्रम विभाग में मुकदमा भी दायर कर दिया है। यदि ये चाहते तो मुकदमा न होता। उन्होंने मेरे प्रकरण में कभी भी सम्पदाक या जिम्मेदार अधिकारी को नहीं बताया।
4. स्वयं पुरानी फ़ोटो को लखनऊ भेजवाना और जब चोरी पकड़ी गई तो कई साल पुराने फोटोग्राफर को हटाना।
5. कई साल से जुड़े प्रमोद दूबे को गाली गलौज कर हटाना जिसकी शिकायत आप तक हुई है ।

कृपया इनकी गोपनीय जाँच करवाते हुए आफिस में उनके चमचों की भी जाँच करवाएं ताकि इनके क्रिया कलापों का भांडा फूटेगा ।

केके मिश्र
krishna kumar Mishra
बीकापुर
फैजाबाद
यूपी
mishra007kk@gmail.com

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