अमर उजाला। हरिद्वार। 4 अक्तूबर। पांच लाइन में पांच गलतियां- डेस्क कहां गई थी। मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तक का नाम सही नहीं। रिपोर्टर ने जल्दबाजी कर दी होगी लेकिन क्या डेस्क भी जल्दी में थी।
अमर उजाला देहरादून में ऐसी गलतियां आम बात हो गई है। क्योंकि संपादक तो इवेंट मैनेजर हो गए हैं। खबरों से उन्हें कोई मतलब लगता नहीं है।
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