28.5.17

झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास का आम जनता के बीच अलोकप्रिय होने के प्रमुख कारण...

1. राज्य में कनफूंकवों के शासन की शुरुआत।
2. रघुवर शासन में लड़कियों और महिलाओं पर अत्याचार का बढ़ना, स्वयं जहां मुख्यमंत्री जन संवाद केन्द्र चलता है, वहां की लड़कियों ने राज्य महिला आयोग को पत्र लिखा कि यहां कार्यरत महिला संवादकर्मियों के साथ बराबर दुर्व्यवहार होता है। इन संवादकर्मियों को न्याय दिलाने के बजाय, इस पूरे मामले को ही मुख्यमंत्री जन संवाद केन्द्र चलानेवाले लोगों ने, मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ मिलकर उन लड़कियों का आवाज सदा के लिए दबा दिया। यहां तक कि राज्य महिला आयोग ने उन लड़कियों के द्वारा भेजे गये पत्र का संज्ञान तक नहीं लिया। यहीं नहीं ये लड़कियां सीएमओ तक गयी, सब ने कहां न्याय मिलेगा, पर न्याय तो दूर, उन लड़कियों की आवाज ही सदा के लिए दबा दी गयी।

कॉन्फेशन ऑफ ए ठग

अनेहस शाश्वत का लिखा पढ़ने के लिए नीचे दिए शीर्षक पर क्लिक करें....

25.5.17

विनोद कापड़ी आ गए औकात में


बात बात में रिपोर्ट लिखाने और जेल भिजवाने की धमकी देने वाले विनोद कापड़ी और उनसे आधी उम्र की उनकी दूसरी पत्नी साक्षी जोशी को अपनी औकात अच्च्छी तरह से पता चल गई. ये बेचारे कुछ नहीं कर पा रहे हैं. ये प्रधानमंत्री से गुहार लगा रहे हैं, ''हे पीएम जी देख लो, तुम्हारे आदमी हमको कितना गंदा गंदा लिख के सबके सामने गरिया रहे हैं.''

गांजा तस्करी मामले में आरएसएस और विहिप नेताओं को जांच के दायरे में लाया जाए- रिहाई मंच

पुलिस अगर गांजा तस्कर विहिप नेता रामाशीष राय का नारको टेस्ट कराए तो पकड़े जाएंगे और भी संघी- मंजूर आलम

आम हिंदुओं को संघ परिवार से चौकन्ना रहने की जरूरत, संघ बना रहा है लोगों को नशेड़ी- राजषेखर रवि

बलिया । रिहाई मंच ने बलिया स्टेशन से 36 किलो गांजा के साथ पकड़े गए विश्व हिंदू परिषद मऊ के पूर्व जिलाध्यक्ष रामाशीष राय के मामले में संघ परिवार और उसके दूसरे आनुषांगिक संगठनों को भी जांच के दायरे में लाने की मांग की है। मंच ने कहा है कि संघ परिवार के नेता केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही ड्रग्स सप्लाई और दूसरे अनैतिक कामों में सक्रिय हो गए हैं।

रैनसमवेयर की जाल में उलझती दुनिया

हाल ही में रैनसमवेयर नाम के वायरस ने भारत सहित दुनिया के लगभग डेढ़ सौ देशों में विभित्र सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के कंप्यूटर ठप करने की घटना ने हड़कंप मचा दिया था। इस वायरस की वारदात से दुनिया के सामने एक नए प्रकार की आफत खड़ी हो गई है। इससे यह तो साफ है कि साइबर सुरक्षा को लेकर सभी देशों ने एकजुट होकर गंभीरता नहीं दिखाई तो ऐसे हमले दुनिया में तहलका मचा सकते हैं। साइबर हमले से सबसे ज्यादा प्रभावित ब्रिटेन हुआ है।

विधानसभा में हंगामा करने वालों को भरपूर स्थान देता है मीडिया : नरोत्तम मिश्र

भोपाल । आज अन्य तरह के परिवर्तनों के साथ ही पत्रकारिता का परिदृश्य भी काफी बदल गया है। युवा पत्रकारों से आज समाज को काफी आशा है। टीवी पत्रकारिता ने भी पत्रकारों की कार्य-शैली को बदला है। इसलिए कई बार तथ्य और वास्तविकता की उपेक्षा भी हो जाती है। पत्रकारिता कोई खेल नहीं बल्कि एक गंभीर विधा है जिसकी गरिमा को कायम रखने के लिए किए जा रहे प्रयास प्रशंसनीय हैं। गंभीर मीडिया जनप्रतिनिधियों को भी गंभीरता से कार्य करने के लिए प्रवृत्त करता है। यह विचार जनसंपर्क, जल-संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने पत्रकारिता एवं संचार के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। वे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के प्रतिभा पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।