श्री आर. पी. गोयल साहब का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ ! गोयल साहब आप जैसे इंसानों से ही इंसानियत जिंदा है ! ये अपील करना चाहूँगा की इस होनहार बालक कोअभी भी हम लोगो की मदद की जरुरत लगेगी ! एक तो करुणाकर बड़ा ही आत्म विश्वासी है दुसरे डा.श्रीवास्तव जी की दवाइयों का कमाल है ! इस जंग को करुनाकर अवश्य ही जीतेगा ! पर आपका सहयोग और आशीर्वाद भी उतना ही जरुरी है ! जैसा की सबको मालुम है इस रोग की दवाइयाँ काफी महंगी है ! मुझे पता चला है की इसकी दवाएं हीरे (असली) एवं मोती से बनती हैं ! जो की बहुत बहुत ही महंगीपड़ती हैं ! डाक्टर श्रीवास्तव जी बड़ी मेहनत से बनवा रहे होंगे !इसीलिए करुणाकर को आराम आता जा रहा है ! ईश्वर डाक्टरसाहब की मेहनत और आप लोगों के आशीर्वाद को अवश्यसफल करेगा ! पर हमको ये भी नही भूलना है की इस कार्यमें सफलता के लिए सतत धन की भी उतनी ही आवश्यक्ताहै ! मैं पुन: श्री गोयल जी एवं सभी सहायता कराने वालों को धन्यवाद देता हूँ और पुन: सभी से निवेदन करता हूँ कीआप यथा सम्भव मदद करें , जिससे ये मिशन जो हम भड़ासियों ने शुरू किया है वह सफल हो और एक अनुकरनिय उदाहरण हम दुनिया के सामने रख सके !साथियों ये मत भूलना की ये हमारा मिशन है और जो भी इस तरह का कार्य आयेगा उसको हम सब मिल कर पूरा करते रहेंगे ! जय जय भडास !
सह योग परम आवश्यक है !
No comments:
Post a Comment