2.12.08

शहीद हूँ मैं .....

दोस्तों , मेरी ये नज़्म , उन सारे शहीदों को मेरी श्रद्दांजलि है , जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर , मुंबई को आतंक से मुक्त कराया. मैं उन सब को शत- शत बार नमन करता हूँ. उनकी कुर्बानी हमारे लिए है .

शहीद हूँ मैं .....

मेरे देशवाशियों
जब कभी आप खुलकर हंसोंगे ,
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
जो अब कभी नही हँसेंगे...

जब आप शाम को अपने
घर लौटें ,और अपने अपनों को
इन्तजार करते हुए देखे,
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
जो अब कभी भी मेरा इन्तजार नही करेंगे..


जब आप अपने घर के साथ खाना खाएं
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
जो अब कभी भी मेरे साथ खा नही पायेंगे.

जब आप अपने बच्चो के साथ खेले ,
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
मेरे बच्चों को अब कभी भी मेरी गोद नही मिल पाएंगी

जब आप सकून से सोयें
तो मेरे परिवार को याद कर लेना ...
वो अब भी मेरे लिए जागते है ...

मेरे देशवाशियों ;
शहीद हूँ मैं ,
मुझे भी कभी याद कर लेना ..
आपका परिवार आज जिंदा है ;
क्योंकि ,
नही हूँ...आज मैं !!!!!
शहीद हूँ मैं …………..

2 comments:

  1. पकिस्तान के दिन अब पूरे हो चुके है वो हमारे सब्र की हद तो तोड़ चुका है , अब तक हमने गाँधी जी के सिद्धांतों को पूर्ण रूप से निभाया चुकि करने वाले से बड़ा जुर्म सहने वाला होता है इसलिए हम किसी भी हाल मे गुनहगार बनना नहीं चाहते सो पकिस्तान अब अपना बोरिया बिस्तर समेट लो और हमारे देश के फर्जी नेताओं से अनुरोध है की अपना फर्जिपना बताकर इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश न करे .अन्यथा अच्छा नहीं होगा !!!
    संजय सेन सागर

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  2. हम सभी इंसान जो इस भारत की जनता कहलाते हैं आज दुखी हैं, हमारी संवेदनाये हमरी कलम के माध्यम से स्फुटित हो रही है. लेकिन मोटी खाल वाले नेता, जिनकी शायद इंसानियत भी खत्म हो गयी है. न जाने कब समझेंगे हमारे दर्द को. सहमत हूँ आपके विचारों से .... सहमत होगा हर इंसान जिसने इस मिट्टी में जन्म लिया.
    - अनुराग

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