जब भी सुबह अखबार हाथ में लेता हूँ,,या कोई भी न्यूज़ चैनल देखता हूँ।
कोई न कोई नेता ..ये कहता जरुर नज़र आता है ,,THIS TIME INDIA WILL NOT PAK GET AWAY..इन बातो का क्या मतलब रह गया है ,, जब पहले बंगलोर जयपुर दिल्ली अम्हादाबाद में बम धमके हुए ,,तो इतना शोर तो नही हुआ था ।
अब जब मुंबई में या तो अमेरिकी मरे ,,इस्रायली मरे ,,या भारत के कुछ प्रभावशाली आदमियों ( ताज में रुकना हर किसी के बस की बात नही ) को होटल में घुस कर उडा दिया गया है ,,तो साली ,,डेढ़ महीने से है हाय तोबा मचा राखी है ।
भला हो ,,कसाब का जो उसके कारन ,, इन नेताओ को पाकिस्तान के पीछे पड़ने का कारन मिला हुआ है ।
पहले तो घर में घुस कर मर दिया ,,तब तो कुछ कर नही पाये ,,
अब देशवासियों को दिखने के लिए रोज़ ..पाकिस्तान ये ,,पाकिस्तान वो की रट लगा रखी है । पाटिल जी को तो हटा दिया ,, मनमोहन जी ,,और ये अपने मुखर्जी साहब ,,रोज़ के रोज पाकिस्तान को कोसते नज़र आते है
एक तरफ़ इस्रायल है ,,जो गाजा में लोगो को उडाते जा रहा है। और एक तरफ़ है भारत ,,जो साला ,,रोज़ का रोज़ ,,अब कोई सा भी अख़बार उठा लो ,,या चैनल देख लो ,, पाकिस्तान के पीछे पड़े हुए है ।
अब जो देश साला अपने कसाब को नही पहचान रहा ,,वो क्या खाक कुछसहयोग करेगा ।
अब कुछ करना हो तो करो ,,लेकिन साली ये बयां बजी से देश को फुसलाओ तो मत..
sahi kah raho ho ,,
ReplyDeleteमहॊदय ये बाजार का प्रभाव है।।।। दुनिया भर का बाजार अमेरिका से चलता है।।।। जयपुर अहमदाबाद दिल्ली मे जॊ मरे वे आम थे ऒर ताज मे मरने वाले निहायत की खास।।।। अखबार ऒर टीवी भी बाजार के अनुसार खबरें तय करते हैं।।। अब बाजार कहे ऒर मीडिया खबर न दिखाए एसा करना अब भारतीय मीडिया के बूते की बात नहीं रही।।।।।
ReplyDeleteअभिषेक आढा