हर तरफ चांदनी हो नए साल में
होठों पर रागिनी हो नए साल में।
हर दिशा खुशबुओं से महकती रहे
महके फिर रातरानी नए साल में।
इस वतन में हैं भी चिकने घड़े
काश हों पानी- पानी नए साल में।
दर्दो- दहशत का नामो- निशाँ ना रहे
हो हवा जाफरानी नए साल में।
अब न मक़बूल फिर हो धमाका कोई
हो यही मेहरबानी नए साल में।
मृगेन्द्र मक़बूल
navVarsh par shubhkamnayen..sundar sandesh
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रस्तुति..
ReplyDeleteआपको सपरिवार नववर्ष २०१२ की हार्दिक शुभकामनायें..
medem yeh kbita himanchel ke kullu jila ke ek kbi smeln me sunai ja rhi he kunki mujhe ye bhut hi achi lagi
ReplyDeleteaapki klm ko slam
aapka shubhchintk
D.R.Gauttam
editor news plus group
cell no 098165 56485
web site www.newsplus.co.in
ye kbita kullu ke kbi smeln me sunai ja rhi he kunki mujhe ye bhut hi aachi lgi dnya bad
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