28.12.15
After Patidar Andolan, one lac Muslims also gathered in Ahmedabad in the changing political climate to raise muslim issues
Ahmedabad: First time after 2002 , muslims of Gujarat shows their numbers in Ahmedabad on the occasion of 17th national convention of All India Milli council. Last timemuslims were gather in such mass scale when All India Muslim Personal Law Board hold the convention in Ahmedabad in 1992 before Babri Masjid demolition. speaking on the occasion , muslim political and religious leaders reiterated that intolerance and religious hatred are on rise . so , community should united against saffron outfits.
मोदी के विवेक पर प्रत्याशा का बोझ
एच.एल.दुसाध
वैसे तो भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ.भीमराव आंबेडकर के जयंती की रौनक साल दर साल बढती ही जा रही है,पर यह वर्ष इस लिहाज से बहुत खास रहा.इस वर्ष उनकी 125 वीं जयंती होने के कारण तमाम राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने अपने-अपने स्तर पर एक दूसरे से बढ़कर भव्य आयोजन किया.इस सिलसिले को आगे बढाते हुए दलित उद्यमियों का संगठन डिक्की (दलित इन्डियन चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज) 29 दिसंबर को दिल्ली में ‘एससी/एसटी उद्यमियों का भव्य राष्ट्रीय सम्मलेन आयोजित करने जा रही है.वैसे तो यह वर्ष डिक्की की स्थापना का दसवां वर्ष भी है,किन्तु विज्ञान भवन जैसे प्रतिष्ठित सभागार में आयोजन के पीछे निश्चय ही प्रमुख प्रेरणा आंबेडकर की 125 वीं जयंती ही है.इसी से प्रेरित हो कर दस साल पुराने इस संगठन ने इस वर्ष से राष्ट्रीय सम्मलेन की शुरुआत की है.
वैसे तो भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ.भीमराव आंबेडकर के जयंती की रौनक साल दर साल बढती ही जा रही है,पर यह वर्ष इस लिहाज से बहुत खास रहा.इस वर्ष उनकी 125 वीं जयंती होने के कारण तमाम राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने अपने-अपने स्तर पर एक दूसरे से बढ़कर भव्य आयोजन किया.इस सिलसिले को आगे बढाते हुए दलित उद्यमियों का संगठन डिक्की (दलित इन्डियन चेंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज) 29 दिसंबर को दिल्ली में ‘एससी/एसटी उद्यमियों का भव्य राष्ट्रीय सम्मलेन आयोजित करने जा रही है.वैसे तो यह वर्ष डिक्की की स्थापना का दसवां वर्ष भी है,किन्तु विज्ञान भवन जैसे प्रतिष्ठित सभागार में आयोजन के पीछे निश्चय ही प्रमुख प्रेरणा आंबेडकर की 125 वीं जयंती ही है.इसी से प्रेरित हो कर दस साल पुराने इस संगठन ने इस वर्ष से राष्ट्रीय सम्मलेन की शुरुआत की है.
जहरीली हवा से जूझ रहा बनारस, बच्चों पर सबसे ज्यादा खतरा Varanasi Battles Toxic Air; Children Most Vulnerable.
व्हीसल ब्लोवर ट्रस्ट की ओर से “बनारस का बदलता हुआ पर्यावरण और खतरे में बचपन” विषय पर पराडकर भवन में एक प्रेस वार्ता का अयोजन किया गया. इस प्रेस वार्ता को व्हीसल ब्लोवर ट्रस्ट द्वारा संचालित “केयर 4 एयर अभियान” की प्रबंधक एकता सिंह और शहर के जाने माने पर्यावरण प्रेमी और आशा ट्रस्ट के सदस्य वल्लभाचार्य पांडेय ने सम्बोधित किया. उपरोक्त विषय पर बोलते हुए अभियान की प्रबंधक एकता ने बताया कि दिल्ली के प्रदूषण स्तर की चर्चा करते हुए हमने बनारस के साथ साथ पुरे उत्तर भारत के प्रदूषण स्तर के बारे में न तो जरूरी चर्चा की है और न ही जरूरी कदम उठाये गये हैं. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सी पी सी बी) की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होने वाला प्रति घंटे का आंकडा यह साबित करता है कि पूरे उत्तर भारत के साथ साथ ही हमारा शहर बनारस भी ज़बर्दस्त वायु प्रदूषण से पीडित है.
इस प्रधानी के चुनाव से गांव में पिअक्कड़ों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है
-प्रवीण कुमार सिंह-
गावों जवार के जितने हरामखोर थे,
प्रधान बन के आ गये अगली कतार में...!
ये पक्तियॉं अदम गोंडवी की है। यह सुनने में भले ही ठीक न लगे। लेकिन ये खरा सच है?
उ. प्र. में पंचायत का चुनाव चल रहा है। जिसमें खूब शह मात और सियासी दांव-पेच का खेल चल रहा है। जो पहले दश्मन थे वे दोस्त बन गये हैं। और दोस्त दुष्मन बन गये हैं। चुनाव नजदीक आने के साथ ही मुर्गा और दारू का भोज तेज होता जा है। षराब की बिक्री इतनी बढ़ गयी है कि अबकारी विभाग की सप्लाई कम पड़ गई है। ये तो न. 1 की दारू है। न. 2 की दारू कचिया शराब यहां के देवारा में प्रतिदिन बन रही है और खत्म हो जा रही है। चुनाव के साथ ही शराब पी कर मरने की खबर आ रही है। लेकिन पीने वालो को नो टेंशन।
गावों जवार के जितने हरामखोर थे,
प्रधान बन के आ गये अगली कतार में...!
ये पक्तियॉं अदम गोंडवी की है। यह सुनने में भले ही ठीक न लगे। लेकिन ये खरा सच है?
उ. प्र. में पंचायत का चुनाव चल रहा है। जिसमें खूब शह मात और सियासी दांव-पेच का खेल चल रहा है। जो पहले दश्मन थे वे दोस्त बन गये हैं। और दोस्त दुष्मन बन गये हैं। चुनाव नजदीक आने के साथ ही मुर्गा और दारू का भोज तेज होता जा है। षराब की बिक्री इतनी बढ़ गयी है कि अबकारी विभाग की सप्लाई कम पड़ गई है। ये तो न. 1 की दारू है। न. 2 की दारू कचिया शराब यहां के देवारा में प्रतिदिन बन रही है और खत्म हो जा रही है। चुनाव के साथ ही शराब पी कर मरने की खबर आ रही है। लेकिन पीने वालो को नो टेंशन।
किस्सा-ए-एकता
शिवेन्दु राय
देश में एकता हो, यह हर देशवासी की दिली तमन्ना है | यूँ तो देश में एकता पर हमेशा ही बड़ा जोर दिया जाता रहा है | हर रोज किसी न किसी नेता का बयान आ ही जाता है | जिसमें एकता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा जाता है कि हम सब एक है हमें कोई तोड़ नहीं सकता है | एकता की बात घर में हम भाई-बहन को पापा-मम्मी से, पापा-चाचा को दादा-दादी से देश की जनता को पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी से बचपन से ही सुनता आ रहा हूँ | आज तक भ्रम में हूँ कि एकता के साथ रहने, मिलने से रोक कौन रहा है ?
भाजपा संकट : ...और कितने ‘कीर्ति’ होंगे आजाद...?
-अरविन्द कुमार सिंह-
दरभंगा के सांसद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भगत झा आजाद के क्रिकेटर बेटे कीर्ति ‘आजाद’ को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से आजाद कर दिया गया । उनके इस निलंबन का आधार बनाया गया भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत सरकार के वित्त तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली के विरुद्ध उनका बगावती तेवर । आजाद का यह तेवर कोई नया नहीं है बल्कि इसकी संगे-बुनियाद तो कई वर्षों पूर्व पड चुकी थी, जब श्रीजेटली दिल्ली क्रिकेट निकाय यानी डीडीसीए के चेयरमैन थे। इनके कार्यकाल में दिल्ली का फिरोजशाह कोटला स्टेडियम की मरम्मत में 24 करोड़ की लागत के बजाय 114 करोड़ रुपये खर्च किये गये और 90 करोड़ गबन कर लिया गया, जबकि कीर्तिआजाद के अनुसार वे डीडीसीए के सदस्य और एक अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी की हैसियत से श्रीजेटली से अनेक बार लिखित और मौखिक शिकायत कर चुके थें । डीडीसीए में व्याप्त भ्रष्टाचार और घोटाले की शिकायत केवल आजाद ही नहीं बल्कि कई दूसरे सदस्य खिलाड़ी जैसे विशन सिंह वेदी और सुरेन्द्र खन्ना भी कर चुके हैं।
दरभंगा के सांसद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भगत झा आजाद के क्रिकेटर बेटे कीर्ति ‘आजाद’ को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से आजाद कर दिया गया । उनके इस निलंबन का आधार बनाया गया भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत सरकार के वित्त तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली के विरुद्ध उनका बगावती तेवर । आजाद का यह तेवर कोई नया नहीं है बल्कि इसकी संगे-बुनियाद तो कई वर्षों पूर्व पड चुकी थी, जब श्रीजेटली दिल्ली क्रिकेट निकाय यानी डीडीसीए के चेयरमैन थे। इनके कार्यकाल में दिल्ली का फिरोजशाह कोटला स्टेडियम की मरम्मत में 24 करोड़ की लागत के बजाय 114 करोड़ रुपये खर्च किये गये और 90 करोड़ गबन कर लिया गया, जबकि कीर्तिआजाद के अनुसार वे डीडीसीए के सदस्य और एक अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी की हैसियत से श्रीजेटली से अनेक बार लिखित और मौखिक शिकायत कर चुके थें । डीडीसीए में व्याप्त भ्रष्टाचार और घोटाले की शिकायत केवल आजाद ही नहीं बल्कि कई दूसरे सदस्य खिलाड़ी जैसे विशन सिंह वेदी और सुरेन्द्र खन्ना भी कर चुके हैं।
21.12.15
संस्कृति मनुष्य को सक्रिय कर्ता के रूप में देखती है : डॉ नरेश कुमार
'कला स्रोत' ने युवा मंच पर कला परिचर्चा का किया आयोजन
लखनऊ : लखनऊ पुस्तक मेला, मोती महल लॉन में कला स्रोत द्वारा युवा मंच पर कला "कला एवं जीवन" परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस परिचर्चा में मुख्य वक्ता डॉ नरेश कुमार एवं अन्य वक्ता में चित्रकार विद्या सागर सिंह, अमित वर्मा रहे. इस कार्यक्रम का संचालन कला स्रोत के क्यूरेटर भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने किया. इस परिचर्चा में काफी कलाकार, कला प्रेमी, कला मर्मज्ञ उपस्थित हुए.
लखनऊ : लखनऊ पुस्तक मेला, मोती महल लॉन में कला स्रोत द्वारा युवा मंच पर कला "कला एवं जीवन" परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस परिचर्चा में मुख्य वक्ता डॉ नरेश कुमार एवं अन्य वक्ता में चित्रकार विद्या सागर सिंह, अमित वर्मा रहे. इस कार्यक्रम का संचालन कला स्रोत के क्यूरेटर भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने किया. इस परिचर्चा में काफी कलाकार, कला प्रेमी, कला मर्मज्ञ उपस्थित हुए.
20.12.15
'फार्च्यून मैगजीन' की अमेरिकी रिपोर्टर एरिका फ्राई ने बाराबंकी आकर मैगी मुहिम के अगुवा पत्रकार से पूछे कई सवाल
यूपी के बाराबंकी से उठा मैगी मुद्दा सारे देश में चर्चा का विषय तो बना ही था अब इसकी गूँज सात समन्दर पार अमेरिका तक पहुँच गयी है । आज अमेरिका की एक प्रतिष्ठित पत्रिका "फार्च्यून मैगजीन" की रिपोर्टर बाराबंकी आकर सबसे पहले मैगी मुहिम चलाकर पूरे देश में जागरूकता पैदा करने के काम को अंजाम देने वाले दैनिक भास्कर के युवा तेज़ तर्रार पत्रकार सरफ़राज़ वारसी का साक्षात्कार लिया।
18.12.15
अखिलेश यादव 10 लाख पेड़ एक साथ लगा कर एक विश्व रिकार्ड बना रहे लेकिन यूपी पुलिस हरे पेडों को कटवा रही
एक ओर जहाँ हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हाल के दिनों में पेरिस में 'Global ClimateSummit'' में पर्यावरण को बचाने और ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपड़ का सुझाव देते हैं, और उत्तर प्देश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव पर्यावरण को बचाने की मुहिम में पूरे प्रदेश में 10 लाख पेड एक साथ लगा कर एक विश्व रिकार्ड कायम कर रहे हैं। वही दूसरी तरफ कुछ व्यक्ति अपने तुच्छ स्वार्थ के लिए पर्यावरण का दोहन करने में लगे हैं।
15.12.15
फ़ैज़ाबाद पीपुल्स फ़िल्म फ़ेस्टिवल : फ़िल्मों ने बिखेरी अमन की ख़ुशबू
फ़ैज़ाबाद। फ़ैज़ाबाद पीपुल्स फ़िल्म फ़ेस्टिवल के दूसरे दिन बड़ी संख्या में युवाओं एवं महिलाओं ने शिरक़त की। फ़ैज़ाबाद फ़िल्म सोसायटी द्वारा कराये जा रहे इस फ़िल्म फ़ेस्टिवल में आज गौहर रज़ा की ‘इंकलाब’, एफ.टी.आई.आई.ए.-पूना के छात्र किसलय की ‘आवर होम’, इरानी फिल्म मेकर माजिद मजीदी की ‘सांग ऑफ़ स्पैरोज़’, दिल्ली के युवा फ़िल्म मेकर शारिक़ हैदर नक़वी की ‘ड्रीम्ज़’ की स्क्रीनिंग की गयी। आज के सत्र का उद्घाटन प्रबुद्धजनों द्वारा मोमबत्ती जला कर किया गया। सत्र की शुरूआत आई.टी.आई.-फै़ज़ाबाद के प्रिंसिपल श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव के वक्तव्य से हुई।
14.12.15
अरब स्प्रिंग से तीसरे संभावित विश्व युद्ध तक...
-इमामुद्दीन अलीग-
सीरिया व इराक में जारी युद्ध और उसके वैश्विक प्रभाव को देखते हुए इस समय दुनिया भर से तीसरे विश्व युद्ध के शुरू होने की आशंका जताई जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून और ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस समेत दुनिया भर के कई बड़े नेता और बुद्धिजीवी भी स्पष्ट शब्दों में कह चुके हैं कि इस समय दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध के खतरों का सामना करना पड़ सकता है। अगर इस मुद्दे की जड़ में जाकर गंभीरता से विचार किया जाए कि अंततः विश्व युद्ध जैसी स्तिथि क्यों बनी तो सबसे पहले जो कारण सामने आता है वह है पश्चिमी देशों द्वारा आवश्यकता से अधिक इजराइल का बचाव करने की रणनीति, जबकि दूसरा महत्वपूर्ण कारण साम्राज्यवादी शक्तियों की महत्त्वाकांक्षाएं हैं।8.12.15
हिन्दुस्तान के नोएडा ब्यूरो में एनई विवेकानंद त्रिपाठी का आतंक
नोएडा में हिन्दुस्तान समाचार पत्र के समाचार संपादक विवेकानंद त्रिपाठी आजकल आतंक का पर्याय बन गए हैं। गुरूवार को प्रात: कालीन बैठक में हद हो गई। एक खबर को लेकर वरिष्ठ स्थानीय संपादक प्रताप सोमवंशी ने विवेकानंद त्रिपाठी को जिम्मेदार ठहरा दिया। जिससे विवेकानंद त्रिपाठी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। यह खबर एक महिला रिपोर्टर ने लिखी थी। प्रताप सोमवंशी के बैठक से जाने के बाद विवेकानंद त्रिपाठी ने महिला रिपोर्टर को बुरी तरह हड़काया। इतना ही नहीं अपशब्द का प्रयोग करते हुए, जो यहां नहीं लिखा जा सकता है, गुस्से में लाल-तेज हो गए। इस वाकये के वक्त मेट्रो एडीटर अजय शुक्ला मौजूद थे।
दुनिया में बढ़ती आतंकी असहिष्णुता
-प्रभुनाथ शुक्ल-
फ्रांस के शहर पेरिस में कंबोडियाई रेंस्तरा और एक स्टेडियम के बाहर आतंकी हमले से पूरी दुनिया को दहला दिया है। एक बार आतंकबाद पुनः वैश्विक व्यवस्था को चुनौती देते हुए अपने अतिवाद को सबसे ताकतवर ठहराने की कोशिश की है। इस आतंकी हमले में 127 से अधिक लोगों की जान गयी। फ्रांस में यह दुसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। आतंकवाद की असहिष्णुता से पूरी दुनिया झुलस रही है। लेकिन इसके खिलाफ एक मंच पर आवाजें नहीं उठ रही हैं। आतंकवाद के खात्मा के लिए बस घड़ियाली आंसू बहाए जा रहे हैं। भारत की पीड़ा को दुनिया के लोग नहीं समझ रहे हैं। आतंक भारत के प्रति कितना असहिष्णु है इस पर विचार करने के बाद भारत में हिंदुवादी तालिबानी शासन की बात की जा रही है और तालिबान के कारनामें पर तालिया पीटी जा रही हैं। उन्हें आतंक की असहिष्णुता नहीं दिखाई दे रही है।
फ्रांस के शहर पेरिस में कंबोडियाई रेंस्तरा और एक स्टेडियम के बाहर आतंकी हमले से पूरी दुनिया को दहला दिया है। एक बार आतंकबाद पुनः वैश्विक व्यवस्था को चुनौती देते हुए अपने अतिवाद को सबसे ताकतवर ठहराने की कोशिश की है। इस आतंकी हमले में 127 से अधिक लोगों की जान गयी। फ्रांस में यह दुसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। आतंकवाद की असहिष्णुता से पूरी दुनिया झुलस रही है। लेकिन इसके खिलाफ एक मंच पर आवाजें नहीं उठ रही हैं। आतंकवाद के खात्मा के लिए बस घड़ियाली आंसू बहाए जा रहे हैं। भारत की पीड़ा को दुनिया के लोग नहीं समझ रहे हैं। आतंक भारत के प्रति कितना असहिष्णु है इस पर विचार करने के बाद भारत में हिंदुवादी तालिबानी शासन की बात की जा रही है और तालिबान के कारनामें पर तालिया पीटी जा रही हैं। उन्हें आतंक की असहिष्णुता नहीं दिखाई दे रही है।
यहां मिल रहा है शेरों के बीच सोने का ऑफर
लंदन। आपने कभी शेरों के बीच सोने के बारे में सोचा है। ऎसी बात तो सोचकर ही डर लगता है लेकिन लंदन के चिडियाघर की तरफ से ऎसा ऑफर दिया जा रहा है। लंदन का चिडियाघर एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए शेरों के बाडे में एक सफारी लॉज बना रहा है। यहां लोगों को शेरों के बीच सोने का ऑफर दिया जाएगा। इस लॉज में लोग शेरों के साथ रहने-सोने का अनूठा अनुभव ले सकते हैं। यहां ऑफर शुरू भी हो चुका है और गुरूवार से इसके लिए बुकिंग भी शुरू हो गई है।
7.12.15
मुंबई के एक शायर-गीतकार देवमणि पांडेय ने अमिताभ बच्चन को दिखाया आइना
सोहन लाल द्विवेदी की कविता को अपने बाबूजी के नाम बताने वाले अमिताभ बच्चन ने गलती मानी
फेसबुक पर आज अमिताभ बच्चन ने अंतत: कुबूल कर लिया कि 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती... नामक कविता बाबूजी की लिखित नहीं है, इसके रचयिता हैं सोहन लाल द्विवेदी. कृपया इस कविता को बाबूजी, डॉ हरिवंश राय बच्चन के नाम पे न दें. ये उन्होंने नहीं लिखी है.' इसके पहले अमिताभ ने कविता को अपने बाबूजी द्वारा रचित बताया था. तब मुंबई के शायर-फ़िल्म गीतकार देवमणि पांडेय ने इस पर सवाल उठाते हुए एक पोस्ट एफबी पर लिखा था, जो यूं है:
फेसबुक पर आज अमिताभ बच्चन ने अंतत: कुबूल कर लिया कि 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती... नामक कविता बाबूजी की लिखित नहीं है, इसके रचयिता हैं सोहन लाल द्विवेदी. कृपया इस कविता को बाबूजी, डॉ हरिवंश राय बच्चन के नाम पे न दें. ये उन्होंने नहीं लिखी है.' इसके पहले अमिताभ ने कविता को अपने बाबूजी द्वारा रचित बताया था. तब मुंबई के शायर-फ़िल्म गीतकार देवमणि पांडेय ने इस पर सवाल उठाते हुए एक पोस्ट एफबी पर लिखा था, जो यूं है:
निर्वाण और बुद्धत्व ने बाबा का मिशन भटकाया
06 दिसम्बर, 1956 में भारत के संविधान के सम्पादक या कहो रचियता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेड़कर की मृत्यु हुई। जिसे उनके बौद्ध-धर्मानुयाई-निर्वाण प्राप्ति कहते हैं। सोशल मीडिया पर बाबा साहब के अनुयाइयों की ओर से यह भी लिखा जाता है कि बाबा साहब की मृत्यु, सामान्य मृत्यु नहीं थी, बल्कि उनकी मौत संदिग्ध थी।
लेखक : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
निर्वाण क्या है?
सबसे पहले निर्वाण और मोक्ष में क्या अन्तर है? सामान्यत: दु:खों से मुक्त हो जाने पर निर्वाण प्राप्त होना माना जाता है। जबकि हिन्दु धर्म में पुनर्जन्म से मुक्ति को मोक्ष कहते हैं। मोक्ष का अर्थ है ब्रह्मानुभूति भी माना जाता है। बौद्धमतानुसार निर्वाण का शाब्दिक अर्थ है-'बुझा हुआ'। निर्वाण बौद्ध धर्म का परम सत्य है और जैन धर्म का मुख्य सिद्धांत माना जाता है। हालांकि 'मुक्ति' के अर्थ में निर्वाण शब्द का प्रयोग गीता, भागवत इत्यादि हिन्दू ग्रंथों में भी मिलता है। फिर भी यह शब्द बौद्धों द्वारा ही अधिकतर प्रयोग किया जाता है। अतः निर्वाण शब्द से क्या अभिप्राय है, इसका निर्णय बौद्धों के वचनों द्वारा हो सकता है।
लेखक : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
निर्वाण क्या है?
सबसे पहले निर्वाण और मोक्ष में क्या अन्तर है? सामान्यत: दु:खों से मुक्त हो जाने पर निर्वाण प्राप्त होना माना जाता है। जबकि हिन्दु धर्म में पुनर्जन्म से मुक्ति को मोक्ष कहते हैं। मोक्ष का अर्थ है ब्रह्मानुभूति भी माना जाता है। बौद्धमतानुसार निर्वाण का शाब्दिक अर्थ है-'बुझा हुआ'। निर्वाण बौद्ध धर्म का परम सत्य है और जैन धर्म का मुख्य सिद्धांत माना जाता है। हालांकि 'मुक्ति' के अर्थ में निर्वाण शब्द का प्रयोग गीता, भागवत इत्यादि हिन्दू ग्रंथों में भी मिलता है। फिर भी यह शब्द बौद्धों द्वारा ही अधिकतर प्रयोग किया जाता है। अतः निर्वाण शब्द से क्या अभिप्राय है, इसका निर्णय बौद्धों के वचनों द्वारा हो सकता है।
5.12.15
आईबीएन7 द्वारा प्रसारित ऑपरेशन ‘यमराज’ के बाद नकली दवा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठी
स्वस्थ भारत अभियान ने लिखा स्वास्थ्य मंत्री को पत्र
नकली दवाइयां बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग
नई दिल्ली : आईबीएन 7 द्वारा प्रसारित ऑपरेशन ‘यमराज’ के बाद पूरे देश में नकली दवा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग उठने लगी है। इस संदर्भ में स्वस्थ भारत अभियान ने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ कर उनको सजा दी जाए। स्वस्थ भारत ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे स्वस्थ भारत अभियान के संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि नकली दवाइयां बनाना व बेचना उतना ही बड़ा जुर्म है जितना किसी का मर्डर करना।
नकली दवाइयां बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग
नई दिल्ली : आईबीएन 7 द्वारा प्रसारित ऑपरेशन ‘यमराज’ के बाद पूरे देश में नकली दवा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग उठने लगी है। इस संदर्भ में स्वस्थ भारत अभियान ने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ कर उनको सजा दी जाए। स्वस्थ भारत ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे स्वस्थ भारत अभियान के संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि नकली दवाइयां बनाना व बेचना उतना ही बड़ा जुर्म है जितना किसी का मर्डर करना।
2.12.15
‘‘2015 में पढ़ी मेरी पंसदीदा रचना’’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन
चित्तौड़गढ़ । साहित्य की बहती धारा में समय के साथ हमें अपने विचारों के प्रवाह को नियमित एवं गतिशील करने की महत्ती आवश्यकता है। इसी से हम अपने समाज एवं राष्ट्र को सतत् चेतनाशील बनाए रख सकेंगे। साहित्य संस्था संभावना के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में समग्र रूप से ये विचार उभर कर आए।
‘‘2015 में पढ़ी मेरी पंसदीदा रचना’’ विषय पर केन्द्रीत संगोष्ठी में आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी लक्ष्मण व्यास ने कथाकार संजीव के उपन्यास ‘‘जंगल जहां से शुरू होता है’’ का रेखाचित्र खींचते हुए बताया कि समाज को अपने कब्जे में करने के लिए सत्ता हर संभव मार्ग अपनाने के लिए तैयार रहती है। कथाकार ने सुक्ष्मता से सत्ता व दस्यु साम्राज्य के गठजोड़ की आंतरिक परतों को उघाड़ा है।
‘‘2015 में पढ़ी मेरी पंसदीदा रचना’’ विषय पर केन्द्रीत संगोष्ठी में आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी लक्ष्मण व्यास ने कथाकार संजीव के उपन्यास ‘‘जंगल जहां से शुरू होता है’’ का रेखाचित्र खींचते हुए बताया कि समाज को अपने कब्जे में करने के लिए सत्ता हर संभव मार्ग अपनाने के लिए तैयार रहती है। कथाकार ने सुक्ष्मता से सत्ता व दस्यु साम्राज्य के गठजोड़ की आंतरिक परतों को उघाड़ा है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करेंगे ग्रामीण महिलाओं को सम्मानित, महेश भट्ट और अंशु गुप्ता छात्रों से करेंगे सीधे बातचीत
लखनऊ : एक 28 वर्ष की महिला जिसने लोगों के घरों को सोलर लाइट से रोशन करना अपना मिशन बना लिया, एक युवती जो हाथ में तलवार झुलाकर आल्हा गाती है, बनारस से आई लड़कियां जो जनेऊ पहनती हैं, धार्मिक अनुष्ठान कराती हैं, जो आज तक पुरुषों का काम माना जाता था। ये महिलायें 'गाँव कनेक्शन स्वयं अवॉर्ड-2015' की उन 12 विजेताओं में शामिल हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दो दिसंबर को सम्मानित करेंगे। प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन, जाने-माने फिल्मकार महेश भट्ट और मैगसेसे आवॉर्ड विजेता व गूँज के संस्थापक अंशु गुप्ता भी विजेताओं का हौसला बढ़ाएंगे।