59 साल बाद इस सीट से चुनाव जीतने वाली दूसरी महिला विधायक होने का मौका मिला था। आस-पास सक्रिय सत्ता भोगी चौकड़ी ने मंत्री के आस-पास ड़ेरा डालकर गुटबाजी बढ़ाई, सरकारी कामों में कराई धांधली, क्षेत्र में खराब हुई छवि, विरोधियों ने जुटाये सबूत, चुनावों में बढ़ेंगी मुश्किलें और आलाकमान ने बदल दी सीट।
कानपुर ग्रामीण क्षेत्रों की विधानसभा सीटें विशेष महत्व रखती है। उनमें से जी.टी रो इर्द- गिर्द स्थित विधानसभा सीट 1957 से ही अति विशेष महत्व वाली बनी है। इस सीट पर अब तक हुये 16 विधानसभा चुनाव सिर्फ दो ही महिलायें विधायक निर्वाचित हो पाई है। 1957 में कांग्रेस की ब्रजरानी देवी पहली बार विधायक चुनी गई थी या तो 2012 में समाजवादी पार्टी अरूण कुमारी कोरी ने जीत हासिल की थी। विधायक निर्वाचित होने के बाद अरूण कुमारी उत्तर प्रदेश सरकार मंत्री मंड़ल में एकलौती महिला मंत्री बनी।
कलम की ताकत सबसे बड़ी : उमाशंकर गुप्ता
सत्य की मसाल के 6वें सम्मान समारोह में पत्रकार, साहित्यकार व समाजसेवियों का सम्मान
भोपाल। राजस्व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने दुष्यंत कुमार पाण्डुलिपि संग्रहालय में 27 दिसंबर 2016 को सत्य की मसाल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में राजधानी के पत्रकारों, साहित्यकारों व समाजसेवियों को सम्मानित किया। मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं मीडियाकर्मियों को सम्मानित कर रहा हूं। कलम की ताकत सबसे बड़ी है। उन्होंने कहा कि साहित्यिक, सांस्कृतिक समारोह के लिए मेरे आवास का हॉल उपयोग में किया जा सकता है।
review of 'dear zindagi' : There is a kaira in all of us.
We ignore her, we suppress her. We are frightened to expose our innermost demons to the people around us, we fear being branded as mad, and we want to hide the kaira side of us. We fail to acknowledge that tears and stupid fears are part of the life process of every individual in varied measures. She as an upset angry quirky woman relates to every one of us at some point of time during the 120 minutes.
प्रत्येक खबर के लिए 100 रुपये का भुगतान किया जाएगा
ashwaghosh.com को भारत के हर हिन्दी भाषी हिस्से में news contributors की ज़रूरत है। ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो किसी न्यूज़ चैनल से भी जुड़े हों। ashwaghosh.com केवल और केवल ओरिजिनल कंटेंट ही स्वीकार करेगा और उसी के लिए पेमेंट किया जाएगा। news contributor अगर कहीं से भी खबर को कॉपी करते हैं तो वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।
सुधीर चौधरी के पक्ष में नहीं खड़े हो रहे बड़े पत्रकार
जी न्यूज़ के मुख्य संपादक सुधीर चौधरी के खिलाफ वेस्ट बंगाल में एफआईआर दर्ज हुई है। यह एफआईआर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के कहने पर की गई ऐसी चर्चा है। गौरतलब है वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवम केजरीवाल की राजनीतिक ट्यूनिंग इन दिनों बेहतर है। जी न्यूज़ के मुख्य संपादक सुधीर चौधरी, केमरामैन, और रिपोर्टर पर एफआईआर होने के बाद लगता था मीडिया जगत का बड़ा हिस्सा इसकी खुली आलोचना करेगा, किन्तु ऐसा होते हुए दिखाई नहीं देता।
PM मोदी ने जिस जंगल सफारी का उदघाटन किया, वहां ब्लैक में बेचा जा रहा टिकट
अरे साहब... इतनी दूर से आये हैं। यूं ही वापस चले जायेंगे तो दिन भी बर्बाद हो जायेगा और परिवार वाले भी मायूस हो जायेंगे। थोड़ा एक्स्ट्रा पैसा देंगे तो टिकट अरेंज कर दूं... चौंक गये? बातचीत के इस विस्तृत तरीके को हम 1 शब्द "ब्लैक" से बेहतर समझते हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जुम्मा-जुम्मा शुरु हुये जंगल सफारी में इन दिनों ब्लैक में ही टिकट बेची जा रही है। कमाल की बात यह है कि फिल्मों की टिकट ब्लैक में बिकते सुना/देखा था। लेकिन सफारी या जू की टिकट ब्लैक होने पर आश्चर्य के ज्यादा दुःख होता है कि आम जनता की मजबूरियों का फायदा उठाने में लोग कितना गिर गये हैं। और यह सफारी वही है जिसका उद्घाटन स्वयं प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने किया है।
जनवरी में लांच होगा पॉलिटिकल पोस्ट
खबरों की दुनिया में अब आगाज होने जा रहा है एसे राजनीतिक समाचार संकलन का जो पकडेगा मतदाता की नब्ज और रुबरु करायेगा मतदाता के रुख से , चुनावी राज्यों में चुनाव से सरकार तक का सफर..... किसकी बनेगी सरकार । राजनीतिक समाचार संकलन अब पॉलिटिकल पोस्ट में होगा इस पोर्टल का कार्यालय इन्दिरापुरम गाजियाबाद में अंतिम चरण में है ।
सपा में बरौली से जियाउर्रहमान को टिकट की मांग
अलीगढ
| समाजवादी छात्र सभा ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और प्रदेश अध्यक्ष
शिवपाल सिंह यादव से छात्र नेता जियाउर्रहमान के लिए अलीगढ की बरौली
विधानसभा से टिकट देने की मांग की है | समाजवादी छात्र नेताओं ने पत्र
लिखकर बरौली विधानसभा पर पार्टी की जीत के लिए मुस्लिम प्रत्याशी घोषित
करना जरुरी बताया है |
27.12.16
करोड़ों का मालिक है जो विधायक पुत्र, अब बन गया है मान्यता प्राप्त पत्रकार
करोड़ों का व्यापार संभाल रहे विधायक पुत्र सचिन ने अब एक अखबार में फोटोग्राफर की नौकरी कर ली है. सूचना विभाग भी इनकी फोटोग्राफी का ऐसा कायल है कि उन्हें मान्यता मिलने में देर भी नहीं लगी. देखें दो अखबारों में छपी खबरें...
नवागत अलीगढ़ संपादकीय प्रभारी नीरज चौधरी का अलीगढ़ में स्वागत (देखें तस्वीर)
नवागत अलीगढ़ संपादकीय प्रभारी नीरज चौधरी का अलीगढ़ में स्वागत किया गया... इस तस्वीर में स्वागत करते हुए यूनिट हेड आदित्य सिंहा, इनके साथ में सीनियर एडीटर अजय शुक्ल और यूपी वेस्ट हेड पुष्पेंद्र शर्मा दिख रहे हैं.
संजय कुमार विद्यावाचस्पत्ति उपाधि से सम्मानित
श्री संजय कुमार पनसुही, पटना (बिहार) के निवासी को हिन्दी सेवा, सारस्वत साधना, शिक्षा क्षेत्र में विशेष कार्य सेवा और उनके शोध कार्य के लिए राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर द्वारा 13 दिसम्बर 2016 को इक्कीसवें वार्षिक अधिवेशन समारोह, उज्जैन (म॰प्र॰) में विद्यावाचस्पत्ति (समकक्ष पी॰एच॰डी॰) की मानद उपाधि से नवाजा गया।
भिया इंदौरियों... चाय की 'नाट' कहीं मिले तो बताना... उसकी 'नाक' काटना है!
भियाओन नमस्ते, मैं क्या केरिया था कि... अभी वैसे ही अपन लोगों का दिमाग मोदी जी ने जबरन नोटबंदी करके खराब कर दिया, पर क्या करें अपने को देशभक्ति का भूत भी चड़ा है... और इधर नगर निगम वाली भाभी जी के साथ उनके अफसर लोगों ने मिलकर इंदौर को स्वच्छ करने की मगजमारी अलग चालू करवा दी... अब भिया ये जो बैंक के लफड़े में अपने मगज की मारामारी होती है ना, उससे गुस्सा तो बोत आती है... पर अपन तो साला गुस्सा थूक भी नी सकते रे... साला इंदौर को स्वच्छ और 'हेमा मालनी' के सरिका ब्यूटी वाला फूल जो बनाना है..! वैसे भी बोत दिन हो गए, जब एक भिया ने बोला भी था कि सड़कें जो हैं, वो हेमा मालनी के गाल की तरह चिकनी-चपाट कर देंगे... तो वोई में सोच रिया था कि उन्हीं की तरह अपना इंदौर भी कभी ब्यूटीफुल हो जाए तो मजे आ जाए बावा..!
उत्तराखंड में महापंचायत के जरिए ग्रामीणों ने चुना अपना प्रत्याशी
देश के जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उसमें उत्तराखंड राज्य भी है। उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद इस हिमालयी राज्य में चौथी बार राज्य के मतदाता अपनी सरकार चुनेंगे। अभी तक यहां की सियासत कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी दोनों के इर्दगिर्द ही घूमती रही है। अब तक हुए तीन विधानसभा चुनावों में दो बार कांग्रेस व एक बार भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रही है। संयोग ये भी रहा कि अब तक गठित तीनों ही सरकारों को निर्दलीय विधायकों या अन्य छोटे दलों के सहयोग से ही सरकार बनानी पडी। राज्य में दो दलों के अलावा हालांकि एक क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांतिदल वजूद में है लेकिन दल के उच्च पदस्थ नेताओं की आपसी खींचतान के चलते उत्तराखंड क्रांति दल जनआकांक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाया।
खट्टर साहिब, 'दंगल' देखने के बाद अब बबिता और गीता को हरियाणा का ब्रांड अम्बेसडर बना दो
पवन कुमार बंसल
कल रात दिली में फिल्म डिवीजन के महादेव रोड स्थित स्पेशल स्क्रीनिंग थिएटर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, आमिर खान और मीडिया के लोगों ने दंगल फिल्म देखी। फिल्म देखने का मौका इस लेखक को भी मिला। भिवानी जिले के महावीर फोगाट को सलाम जिन्होंने तमाम विपरीत हालात के बाद बेटियों गीता और बबिता को कुश्ती सिखाई और वे इंटरनेशनल लेवल पर मैडल लायीं। फिल्म में खेलो में चल रही राजनीती, स्पोर्ट्स फण्ड में घपलेबाजी और कोचों की टुच्ची हरकतें भी दिखी। मेरीकॉम के बाद यह फिल्म देखी, जिसने दिल को छू लिया. आमिर खान के आग्रह पर खट्टर साहिब ने हरियाणा में फिल्म का टैक्स माफ़ कर दिया। आमिर खान की तो लाटरी लग गयी। अच्छी मार्केटिंग कर ली। अब क्या वे इस फिल्म से होने वाली कमाई को हरियाणा में महिलायों के खेलों को प्रोत्साहन करने के लिए देंगे। शायद नहीं.
कल रात दिली में फिल्म डिवीजन के महादेव रोड स्थित स्पेशल स्क्रीनिंग थिएटर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, आमिर खान और मीडिया के लोगों ने दंगल फिल्म देखी। फिल्म देखने का मौका इस लेखक को भी मिला। भिवानी जिले के महावीर फोगाट को सलाम जिन्होंने तमाम विपरीत हालात के बाद बेटियों गीता और बबिता को कुश्ती सिखाई और वे इंटरनेशनल लेवल पर मैडल लायीं। फिल्म में खेलो में चल रही राजनीती, स्पोर्ट्स फण्ड में घपलेबाजी और कोचों की टुच्ची हरकतें भी दिखी। मेरीकॉम के बाद यह फिल्म देखी, जिसने दिल को छू लिया. आमिर खान के आग्रह पर खट्टर साहिब ने हरियाणा में फिल्म का टैक्स माफ़ कर दिया। आमिर खान की तो लाटरी लग गयी। अच्छी मार्केटिंग कर ली। अब क्या वे इस फिल्म से होने वाली कमाई को हरियाणा में महिलायों के खेलों को प्रोत्साहन करने के लिए देंगे। शायद नहीं.
सरोवर नगरी नैनीताल में विंटर कार्निवाल शुरू
नैनीताल : उत्तराखंड समेत तमाम राज्यों की संस्कृति को दर्शाती मनमोहक झांकियों के साथ सरोवर नगरी नैनीताल में विंटर कार्निवाल शुरू हो गया है। उत्तराखंड की वित्त मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश, नैनीताल के जिलाधिकारी दीपक रावत और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर विंटर कार्निवाल 2016 का विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर नैनीताल की मालरोड में रंगारंग झांकियां निकाली गई। इसमें उत्तराखण्ड के मशहूर छोलिया नृत्य, नन्दाराज जात यात्रा, राजस्थानी डांस, नागा डांस, बग्वाल मेला, ऐपण, झोडा-चांचरी, आर्मी बैण्ड, पीएसी बैण्ड, एसडीआरएफ टीम, कलश यात्रा और अनेक स्कूलों के बैण्डों के साथ वन एवं पर्यावरण को लेकर 27 झांकियों का प्रदर्शन किया गया।
शहीद बिशन सिंह जर्नलिस्ट अवार्ड आयोजित
नोएडा। 24 दिसंबर 2016 को सन 1857 की स्वतंत्रता लड़ाई में शहीद हुए बिशन सिंह की याद में शहीद बिशन सिंह जर्नलिस्ट अवार्ड का आयोजन किया गया। इस समारोह में चुनाव ओर पत्रकार विषय पर परिचर्चा का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर शहर के जाने माने विशिष्ठ गणमान्य लोग मौजूद रहे। इनमें समाजसेवी व कोंग्रेस नेता रघुराज सिंह, फोनरवा अध्यक्ष एनपी सिंह, एनईए अध्यक्ष विपिन मल्हन, समाजवादी पार्टी के नोएडा विधानसभा के प्रत्याशी अशोक समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
हाथरस : चुनावी हलचल (2017 विधानसभा उ0प्र0)
हाथरस तीन विधानसभा क्षेत्रों वाला जिला है। 1. सिकंदराराऊ (सामान्य) 2. हाथरस (सुरक्षित) 3. सादाबाद (सामान्य)। वर्तमान में सिकंदराराऊ बसपा के पास है । रामवीर उपाद्याय निर्वाचित ,विधान सभा सदस्य हैं। हाथरस (सुरक्षित) बसपा के पास है । चौधरी गेंदालाल निर्वाचित विधानसभा सदस्य है। सादाबाद (सामान्य) सपा के पास है । देवेंद्र अग्रवाल निर्वाचित विधान सभा सदस्य है। 2017 में चुनावों की चौसर तमाम संदेहों की चादर के नीचे दबी हुई है । कब कौन अपने झंडे डंडे और निष्ठाओं को तिलांजलि दे अपने अतीत को इतिहास में दफन कर देगा , अभी कहना कठिन है।
26.12.16
सैफ-करीना के ‘तैमूर’ पर काशी में बखेड़ा
शेक्सपियर ने कहा था, ‘नाम में क्या रखा है। गुलाब को चाहे जिस नाम से पुकारो, गुलाब ही रहेगा।’ काशी में इन दिनों इस बात पर वाकयुद्ध चल रहा है कि सैफ-करीना ने अपने बेटे को जालिम ‘तैमूर’ का नाम क्यों दिया? नीचीबाग में चाय की अड़ी पर पंत प्रधान के एक भक्त ने मूड़ी हिलाते हुए शायराना अंदाज में कहा, ‘शायद सैफ-करीना को तैमूर नाम इसलिए पसंद आया हो कि ‘ओमकारा’ के समय दोनों के नैन लड़े थे। फिल्म में सैफ ‘लंगड़ा त्यागी’ थे। क्रूर शासक तैमूर लंग भी लंगड़ा था। कौरव-पांडवों में महाभारत कराने वाला शकुनी मामा भी लंगड़ा था।
उ.प्र. चुनाव : सपा की रणनीति से विरोधी होंगे चित्त!
नोटबंदी के दौर में जनता ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला है तो राजनीति में सबसे ज्यादा अखिलेश ने बाजी मार ली है । आश्चर्यजनक रूप से वे पिछले कुछ महीनों में सपा के दाग और कमियॉं छुपाने में कामयाब हो गये हैं । इसका फायदा अखिलेश को व्यक्तिगत छवि की चमक के रूप मिला है तो पार्टी को भी लाभ पहुॅंचता दिख रहा है । वे चाहें मोदी की कितनी भी बुराई करें लेकिन मार्केंटिंग की कला उन्होनें मोदी से ही बिना बताये सीख ली है । अखबारी पन्नों को समाजवादी रंगों में रंगने वाला सरकारी पैसा खाली नहीं गया । जनयोजनाओं के प्रचार प्रसार के साथ ही अखिलेश की लोकप्रियता को बढ़ाने में यह मीडिया मैनेजमेंट सफल रहा है । विदेशी कम्पनियों को भी पता है कि हिंदी फिल्मों की तरह भारतीय जनता केवल अंत याद रखती है और पुराना भूलकर ताली बजा देती है।
"नाम से नफरत" आपको मुबारक़, हम तो इंसानियत के पहरुए हैं..
डॉ राकेश पाठक
एक दिन के मासूम के नाम पर कोहराम मचाने पर खाकसार ने कुछ लिखा था। अब कुछ बिंदु पुनश्च....
एक-- प्राचीन इतिहास के युद्ध विजेताओं की तैमूर से तुलना का कोई मनतव्य न था न है न हो सकता है।
इंगित यह किया गया कि सदियों पहले के राज्य विस्तार के लिए हुयी हिंसा के कारण कोई "नाम" हमेशा के लिए दोषी नहीं हो जाता।
एक दिन के मासूम के नाम पर कोहराम मचाने पर खाकसार ने कुछ लिखा था। अब कुछ बिंदु पुनश्च....
एक-- प्राचीन इतिहास के युद्ध विजेताओं की तैमूर से तुलना का कोई मनतव्य न था न है न हो सकता है।
इंगित यह किया गया कि सदियों पहले के राज्य विस्तार के लिए हुयी हिंसा के कारण कोई "नाम" हमेशा के लिए दोषी नहीं हो जाता।
24.12.16
पहाड़, जंगल और मनुष्य : तार-तार हो गए सदियों पुराने रिश्ते...
"पहाड़" शब्द के उच्चारण मात्र से मस्तिष्क में अनायास बर्फ की सफेद चादर से ढके हिमालय, श्रृंखलाबद्ध पहाड़ियों में गहनों की भांति सजे हरे दरख्त ,झरने और कल -कल करती नदियों का चित्र उभर आता है। पेड़ ,पानी और पहाड़ का वजूद एक-दूसरे से गहरे तौर पर जुड़ा है। पहाड़ हैं तो पेड़ हैं और पेड़ हैं तो पानी। ये सब मिलकर पहाड़ को "पहाड़" बनते हैं। इनके बगैर पहाड़, पानी और पर्यावरण की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इनमें से एक भी पक्ष के कमजोर होने से पूरा पहाड़ बिखर जाता है।
गजब देश की अजब पार्टियां!
-निरंजन परिहार-
न कभी चुनाव लड़ा, न कोई सदस्य। न ही कोई ठीक ठाक पता और न किसी पदाधिकारी की पहचान। फिर भी हमारे देश में वे राजनीतिक पार्टी के रूप में रजिस्टर्ड। चुनाव आयोग ने ऐसी ढाई सौ से ज्यादा राजनीतिक पार्टियों को अपनी सूची से बाहर निकाल दिया है। लेकिन सिर्फ इतने भर से क्या होगा। इन पार्टियों पर कारवाई भी होनी चाहिए।
नोटबंदी से छाई मीडिया में मंदी
रायपुर, छत्तीसगढ़ से प्रकाशित 'हमारी सरकार' सांध्य दैनिक में नोटबंदी से मीडिया में मंदी पर वरिष्ठ पत्रकार आर.पी. सिंह का प्रकाशित दमदार आलेख.. पढ़ने के लिए इस न्यूज आर्टकिल पर क्लिक कर दें...
बिरला के पावर प्लांट के संविदा मजदूरों को मिली जीत
हिण्डालकों रेनू पावर डिवीजन, रेनूसागर, सोनभद्र के संविदा श्रमिकों के सत्यागह आंदोलन में कल भारी जीत हासिल हुई है। कल रात बारह बजे उपश्रमायुक्त सोनभद्र की मौजूदगी में प्रबंधन को पीछे हटकर संविदा श्रमिकों की यूनियन ठेका मजदूर यूनियन के प्रतिनिधियों से न सिर्फ वार्ता करनी पड़ी साथ ही उनकी सभी न्यायोचित मांगों को मानते हुए लिखित समझौता करना पड़ा। गौरतलब है कि इस पावर डीवीजन में 801.5 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है जहां बहुतायत की संख्या में मौजूद संविदा श्रमिकों ने अपनी मेहनत और लगन के बदौलत प्रतिष्ठान केे पीएलएफ को हमेशा सौ प्रतिशत से ज्यादा रखा है। लेकिन इन संविदा श्रमिकों को स्थाई प्रकृति के कामों पर वर्षो एक ही स्थान पर नियोजित किया जाता है और स्थाई श्रमिकों की तुलना में बेहद कम मजदूरी पर काम कराया जाता है।
ये है जिला ग़ाज़ीपुर
पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिला गाजीपुर के बारे में जानिए....
-एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा गांव- गहमर (गाजीपुर)।
-विश्व का सबसे बड़ा अफीम कारखाना - गाजीपुर ।
-गुप्त साम्राज्य काल का विजय स्तंभ व शिलालेख - भीतरी सैदपुर (गाजीपुर)
-एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा गांव- गहमर (गाजीपुर)।
-विश्व का सबसे बड़ा अफीम कारखाना - गाजीपुर ।
-गुप्त साम्राज्य काल का विजय स्तंभ व शिलालेख - भीतरी सैदपुर (गाजीपुर)
गया में टीचरों ने पत्रकारों पर किया हमला (देखें तस्वीरें)
बिहार के गया से खबर है कि जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में श्रीलंका के क्रिकेट सनथ जयसूर्या को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों पर हमला किया गया। यह हमला स्कूल के ही टीचरों ने किया। हमले में हिंदुस्तान अखबार के फोटो जर्नलिस्ट राजेश कुमार का कैमरा टूट गया। साथ ही प्रभात खबर के रोशन कुमार, सनथ मिश्रा को भी चोट पहुंची है। घायल पत्रकारों ने इस बाबत थाने में एफआईआर कराया है.
तैमूर हम बदलें, अशोक नाम कौन बदलेगा?
कोई क्या सोचता है इस पर न तो कोई टैक्स है, न कोई दिशानिर्देश न ही पाबंदी। सलमान ख़ान, मुख़्तार अब्बास, नर्गिस दत्त आदि को सच्चा मुसलमान मानना या संजय दत्त, करीना या आसाराम जैसों के लिये हिंदु कट्टरपंथी कोई गलतफहमी पाल लें तो उससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ सकता। इस देश और हमारे समाज की सबसे बड़ी सुंदरता यही है कि अंग्रेज़ों की ग़ुलामी हो या मुग़लों और दीगर मुस्लिम राजाओं का सैंकड़ो साल का शासन या फ़़िर मौजूदा आज़ादी की खुली फ़िज़ाए.. लेकिन न तो हिंदु भाइयों के बग़ैर हिंदोस्तान का सपना पूरा हो सकता है न ही कभी मुसलमान के बग़ैर ख़ूबसूरत भारत की परिकल्पना। हुकमरान, राजा और सियासतदां भले ही भिड़ते रहे... लेकिन समाज और आम आदमी ने न सिर्फ एक दूसरे को पनाह दी बल्कि एक दूसरे के अस्तित्व में अपने अस्तित्व को महसूस किया। जिसका नतीजा है कि आज भी मंदिरों में रफी के भजनों की वजह से मौहम्मद का नाम पहुंचा और कोई भी भारतीय मुस्लिम अपने हिंदु भाइयों के बग़ैर अपने वजूद को साबित नहीं कर सकता।
व्यवस्था-परिवर्तन और जनमुक्ति का मार्ग सिर्फ़ और सिर्फ़ जन-क्रान्ति से होकर ही जाता है
देश में आज भी ऐसे लोगों की बहुत बड़ी संख्या है जो 1947 में मिली आजादी को केवल सत्ता-हस्तान्तरण और अधूरी आजादी मानते हैं। ऐसे ही समान विचार वाले कुछ व्यक्तियों ने 2006 में दिल्ली से 'तीसरा स्वाधीनता अभियान' शुरू किया। जिनमें डॉ. राकेश रफ़ीक, गोपाल राय (वर्तमान में दिल्ली सरकार में मंत्री), मैं स्वयं व कुछ अन्य साथी शामिल थे। अपने विचारों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने व समाज को जोड़ने के निमित्त इस अभियान ने सितंबर, 2007 से 'तीसरा स्वाधीनता स्वर' नामक मासिक पत्रिका का प्रकाशन आरभ किया, जिसके संपादन का दायित्व मुझे सौंपा गया। बाद में इस अभियान से जुड़े प्रो. जगमोहन सिंह (शहीद-ए-आजम भगतसिंह साहब के भांजे) को राष्ट्रीय प्रमुख और ईश्वर चंद्र त्रिपाठी (मप्र. में सर्वोदय व किसान आन्दोलन के प्रमुख कार्यकर्ता) तथा डॉ. शमशेर सिंह बिष्ट (अल्मोड़ा) को इसका राष्ट्रीय संगठक बनाया गया।
चिंता का विषय ट्रंप नहीं, अमेरिकी प्रभुवर्ग की सोच में आया बदलाव है
एच.एल.दुसाध
टाइम मैगजीन द्वारा 2016 के लिए ’पर्सन ऑफ़ द इयर‘ के खिताब से नवाजे गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दोबारा मतगणना में भी जीत हासिल कर अपने विरोधियों को अब पूरी तरह से निराश कर दिया है. विस्कोंसिन,जो डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है, में दोबारा मतगणना के बाद भी नतीजे उनके ही पक्ष में आये हैं.इसके बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे बदलने के प्रयास समाप्त हो गए हैं.दरअसल एक सफलतम बिजनेसमैन, टीवी एंकर और कुछ बेस्ट सेलर किताबों के राइटर से अपना सफ़र आगे बढ़ाते हुए 70 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव जीतकर कब का ह्वाईट हाउस में प्रवेश का अधिकार अर्जित कर चुके हैं, किन्तु अमेरिका में ऐसे ढेरों लोग हैं जो इस पर आज भी विश्वास नहीं करना चाहते. वे उन्हें इतना अपात्र मानते हैं कि यकीन ही नहीं कर पा रहे हैं कि उनके जैसा व्यक्ति अमेरिका का राष्ट्रपति भी बन सकता है. इसीलिए 8 नवम्बर को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप का नाम घोषित होने के बाद ऐसे लोग हक्के-बक्के रह गए.
टाइम मैगजीन द्वारा 2016 के लिए ’पर्सन ऑफ़ द इयर‘ के खिताब से नवाजे गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दोबारा मतगणना में भी जीत हासिल कर अपने विरोधियों को अब पूरी तरह से निराश कर दिया है. विस्कोंसिन,जो डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है, में दोबारा मतगणना के बाद भी नतीजे उनके ही पक्ष में आये हैं.इसके बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे बदलने के प्रयास समाप्त हो गए हैं.दरअसल एक सफलतम बिजनेसमैन, टीवी एंकर और कुछ बेस्ट सेलर किताबों के राइटर से अपना सफ़र आगे बढ़ाते हुए 70 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव जीतकर कब का ह्वाईट हाउस में प्रवेश का अधिकार अर्जित कर चुके हैं, किन्तु अमेरिका में ऐसे ढेरों लोग हैं जो इस पर आज भी विश्वास नहीं करना चाहते. वे उन्हें इतना अपात्र मानते हैं कि यकीन ही नहीं कर पा रहे हैं कि उनके जैसा व्यक्ति अमेरिका का राष्ट्रपति भी बन सकता है. इसीलिए 8 नवम्बर को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप का नाम घोषित होने के बाद ऐसे लोग हक्के-बक्के रह गए.
21.12.16
IWPC celebrates year end party with glamour n glitz
All work n no play?NO WAY!!
On Saturday evening IWPC witnessed an evening of jaunty revelry as lady jurnos got a chance to let their hair down after slogging out at work to celebrate the year end party. It was a special evening like no other as the big names from journo pack bonded over rounds of bubbly wine and scrumptious fare. It was the coolest party with the coolest crowd as members binged on wine, food and gossip. There was a selection of gourmet food, fine wine and a plethora of funfilled activities to up the entertainment quotient. Members enjoyed the wine and cheese as DJ Yogi regaled them with a mix of foot tapping and haunting numbers.
On Saturday evening IWPC witnessed an evening of jaunty revelry as lady jurnos got a chance to let their hair down after slogging out at work to celebrate the year end party. It was a special evening like no other as the big names from journo pack bonded over rounds of bubbly wine and scrumptious fare. It was the coolest party with the coolest crowd as members binged on wine, food and gossip. There was a selection of gourmet food, fine wine and a plethora of funfilled activities to up the entertainment quotient. Members enjoyed the wine and cheese as DJ Yogi regaled them with a mix of foot tapping and haunting numbers.
6.12.16
राम के देश में विभीषण की खोज
नई दिल्ली। रावण ने श्री राम से मृत्यु के पहले एक सच कहा प्रभु आपसे मैं ज्यादा ताकतवर था उसके बाद भी मैं आपसे क्यूं हारा ! सिर्फ इसलिए कि इस युद्ध में जहां एक ओर मेरा भाई (विभिषण) मेरे साथ नहीं था वही दुसरी ओर आपका भाई (लक्ष्मण) आपके साथ था जिसने मेरी सबसे बड़ी कमजोर और सबसी बड़ी ताकत के बारे में आपको एक - एक बात बता दी लेकिन मैं आपकी कमजोर कड़ी और सबसे बड़ी ताकत को जान नहीं सका। मेरा भाई घर का भेदी और कुल द्रोही था जबकि आपका भाई आपकी परछाई। त्रेतायुग सें राम का साथ देने के कारण विभिषण लंका का राजा बनने तथा राजा राम को भरत से भी अधिक प्रिय होने के बाद भी आज तक अपने ऊपर लगे दागो को धो नहीं सका। आज भी विभिषण लंका से लेकर अयोध्या तक कुलद्रोही - घर का भेदी के रूप में ही पहचाने जाने लगा है। उसे एक राजा या मित्र के रूप में न तो लंका में सम्मान मिला न राम के देश भारत में जहां पर आज भी रोम - रोम में राम बसते है।
LED to be made mandatory in the national off-grid solar programme
· Reflecting industry growth, LED Expo opened doors with higher number of exhibitors than last year
· Over 275 companies from 11 countries partake and 15 products launched at the fair
Supporting the next phase of LED implementation in India, LED Expo – the nation’s foremost exhibition on LED lighting products and technologies closed its doors in the capital last week. Held from 2 – 4 December in the nation’s capital, Over 275 companies from India and 10 countries are showcasing the latest high-quality and price competitive solutions for the Indian market that can be used in the government’s energy-efficient programmes and high-consumption commercial and industrial sectors.
· Over 275 companies from 11 countries partake and 15 products launched at the fair
Supporting the next phase of LED implementation in India, LED Expo – the nation’s foremost exhibition on LED lighting products and technologies closed its doors in the capital last week. Held from 2 – 4 December in the nation’s capital, Over 275 companies from India and 10 countries are showcasing the latest high-quality and price competitive solutions for the Indian market that can be used in the government’s energy-efficient programmes and high-consumption commercial and industrial sectors.