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7.4.08

भगवान् की ब्रांडिंग

सुना आपने । भगवान् की भी ब्रांडिंग हो रही है । भगवान् अब सिर्फ़ भगवान् नहीं रहे , बिकाऊ माल हो गए हैं। कई विदेशी कम्पनियाँ भी इस धंधें में शामिल हो गए हैं । धंधा आख़िर धंधा होता है । आशा है जल्द ही उनका पेटेंट भी शुरू हो जाएगा । नवभारत टाइम्स की नीतू सिंह ने भगवान् के बाजार में गहरे गोता लगा कर ये नायाब मोती निकाले हैं। भगवान् विशेषज्ञों में भी इस ख़बर को ले कर खासा उत्साह है। ऐसे ही एक भगवान् विशेषज्ञ ने इस भड़ासी को बताया कि आजकल लोगों में भगवान् के प्रति न केवल रुझान बढ़ा है बल्कि उनके प्रति जागरूकता में भी इजाफा हुआ है। लोगों कि तव्वाजो दुधारू भगवानों के प्रति ,मेरा मतलब है अधिक फायदेमंद भगवानों के प्रति ज्यादा है। भक्त भी अपना फायदा देख कर भगवानों में (उनकी मूर्तियों में ) इन्वेस्ट कर रहे हैं। इस मंदी के दौर में भी भगवानों कि मार्केट वेल्यू में कोई गिरावट नहीं आई है। अमेरिकी सबप्राइम का बाप भी भगवानों की मार्केट वेल्यू नहीं बिगाड़ सका । भगवानों की ही रैंकिंग भी जल्द ही शुरू हो जायेगी ,मार्केट में ऐसी ख़बर फैली हुई है। टीवी सीरिअल्स के तर्ज पे इनकी टीआरपी रेटिंग भी शुरू हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं।
भगवानों के सहारे राजनीती की दूकान चलने वाली पार्टियाँ भी भगवान् की मार्केट में आए इस उछाल का अवश्य फायदा उठाने की कोशिश करेंगी ,ऐसा कुछ भगवान विशेषज्ञों का मानना है। बहरहाल भक्तों का स्टेटस सिम्बल बढाते भगवानों को इस भड़ासी का सादर प्रणाम।

वरुण राय

5 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

वरुण भाई,भारत में हिन्दुओं के ही अकेले तैंतीस करोड़ देवी-देवता बताए जाते हैं बाकि अन्य सम्प्रदायों के भी लेंगे ही क्योंकि भई हम तो सेक्युलर सोच वाले हैं तो तकरीबन चौंतीस करोड़ तो हो ही जाएंगे,यकीन मनिये बड़ा बाजार बनेगा भगवानों का। लेकिन इस बाजार में भगवान बन कर भक्तों की छाती पर चढ़ कर बैठे ढपोरगुरुओं का क्या होगा? क्या वे भी प्रोडक्ट के तौर पर रहेंगे या वे ही मार्केटिंग करेंगे?

Anonymous said...

bhai ye branding nahi hai,

sach kahoon to bechare patrakaar mitra ki vibvashta hai ki kuch bhi chala do laga do,
na layeen do desk jeene nahi dega
laye to patakha masala to hona hi chahiye, bikaou jamane main hamare media ka bahoot bahoot dhanyavaad.
aaj bhagwaan ko bechna suru kiya hai kal maa baap ko bhechenge.

akhir desk ko khabar jo chahiye,

Jai Bhadaas
Jai Bhadaas

अबरार अहमद said...

चीन ब्रांडिंग की दौड में आजकल सबसे आगे है। भगवान की हो या किसी और की। खैर मुददा अच्छा है। बधाई।

डॉ .अनुराग said...

sahi baat hai par hairani hai ki bhakto ko bhi koi aitraaj nahi hai..

डॉ .अनुराग said...

sahi baat hai par hairani hai ki bhakto ko bhi koi aitraaj nahi hai..