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12.8.08

"मंझधार से..."

कठिन तो नहीं था...
............. पार जाना!

मगर...
मुझे तो,
..बूँद बूँद से बात करनी थी!
~ ~लहर लहर से परिचय!!!

तट पे घर बसाये मित्रों!
मुझे तुम से ईर्ष्या नहीं,
ज़रा भी नहीं!!!

मेरी प्रेरणा मगर,
तुम नहीं हो!
तुम नहीं हो!

-"कुलदीप"

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