मेरे शुभचिंतकों
आध्यात्म और सेक्स के सहारे बहुत यश लूटा जा सकता है। मनीषियों के अपार खजाने से ठगी की कुंजी के सहारे बहुत कुछ निकाला जा सकता है और इसे लोगों को वेबकूफ बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
हमारे भाई- बंधू ही हमे ठगने में लगें है ..............................
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जब तक हम छोटी-छोटी बातें नहीं जानेंगे, समझेगे तब तक हमारे अपने भी इसी तरह कालसर्प के चंगुल में फंसकर अपना सुख-चैन खोते रहेंगे ....
17.3.09
कालसर्प के घेरे में कौन ?
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