बहुत सुना था भड़ास के बरे मे आज मौका मिला तो दर्शन कर लिया लगे हाथ भाडासी भी बन गया । साथी लोग नमस्कार स्वीकार करें
जय भडास
27.2.08
नमस्कार
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
बहुत सुना था भड़ास के बरे मे आज मौका मिला तो दर्शन कर लिया लगे हाथ भाडासी भी बन गया । साथी लोग नमस्कार स्वीकार करें
जय भडास
1 comment:
मुक्तिनाथ जी ,आपका हार्दिक स्वागत है आइए और साहस करके सहज सरल भावुक लोगों की जमात में शामिल होकर बौद्धिक भूसे की जुगाली करने वालों की ऐसी तैसी करिए.....
जय जय भड़ास
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