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11.11.08

जीत का जश्न

हमने शराब लेके हवा में उछाल दी,
फ़िर ज़िंदगी की यूँ न किसी ने मिसाल दी।
कल ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारतीय टीम ने जिस तरह जीत का जष्न मनाया,बरबस ये शेर जुबान पर आ गया।
इस में एक ख़ास बात और नज़र आई।जिस तरह धोनी ने आख़िरी विकेट लेने से पहले सौरभ गांगुली को कप्तानी करने को कहा और जीतने के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी लेने के लिए अनिल कुंबले को बुलाया,यही नही ट्राफी के साथ जब सारी टीम ग्रुप फोटो खिचा रही थी तो सबको आगे करके ख़ुद सबसे पीछे खड़ा हो गया।
इसको देखकर लगा कि कितना बड़ा दिल है इस शख्श का।
वाकई रोंयल बंगाल टाइगर को एक शेर ने रिप्लेस किया है।
महेंद्र सिंह धोनी तुम्हे मकबूल का तहे-दिल से सलाम।
मकबूल

2 comments:

Alpana Verma said...

jee haan hum ne bhi kal yahi note kiya tha--Dhoni ne jis tarah sab ke liye samman show kiya hai--wo qabiley tarif hai--
aur Kumble ko kandhon par utha kar maidan mein chalna bhi un ki good IPR ko darasha raha tha--
great team work!
bahut sari badhayee aur shubhkamnayen bhartiya cricket team ko-

Maqbool said...

Alpanaji,
Apne durust farmayaa.Kumble ko kandhon par uthaa kar dhoni ye sanket bhi de diyaa tha ki uske kandhon me test team ki kaptani karne ki taakat hai aur usne nagpur me bakhubi kar ke dikha diyaa.
Maqbool