पूजा करती थी
कल तुम्हारी
करती हूँ
आज भी
सोचकर कि
भगवान को
हमेशा ही
हक़ होता है
गुनाह करने का ...........|
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
पूजा करती थी
कल तुम्हारी
करती हूँ
आज भी
सोचकर कि
भगवान को
हमेशा ही
हक़ होता है
गुनाह करने का ...........|
4 comments:
yah anastha kaisi aastha? aapke alawa kisi ko, sachmuch kisi ko bhi haq nahin aapka dil dukhane ki. balki samarthya hi nahin hai.
dil ko choo liya
ek hook si uthi...........bahut bahut bahut sunder
dil ko choo liya...........
dil ko choo liya...........
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