मेरे अतिप्रिय मित्र प्रसून पुरोहित के पिता का एक दुर्घटना में देहांत हो गया। मैं स्व. जुगल किशोर पुरोहित अंकल समेत इस दुर्घटना के शिकार सभी लोगों की आत्मा की शांति के लिए कामना करता हूं। इस विषद दुर्घटना से आहत लोगों और रिश्तेदारों को ईश्वर साहस दे। यह दुर्घटना भोपाल से जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-12 जयपुर-जबलपुर पर पडऩे वाले बारना नदी के पुल पर हुई। यह पुल 60 सालों से कई लोगों को निगलते आ रहा है। लेकिन रायसेन जिले के पैदाइशी तमाम नेताओं और प्रबुद्ध लोगों के सिर में जूं भी नहीं रेंगता। देखें इस जिले से किनका ताल्लुक कैसा रहा है:
- अटल बिहारी बाजपेयी, पूर्व प्रधानमंत्री, 1989 में विदीशा से सांसद (पहले यह क्षेत्र विदीशा लोकसभा में आता था)
- स्व. डॉ. शंकर दयाल शर्मा, पूर्व राष्ट्रपति, इसी क्षेत्र की पैदाइश हैं, बाद में बेगम
बिया के कहने पर भोपाल शिफ्ट हो गए।
- रामपाल सिंह, पूर्व सांसद, विधायक, मंत्री भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष (शिवराज सिंह के दांए हाथ)
- शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री एवं पूर्व सांसद विदीशा
- जसवंत सिंह, पूर्व मंत्री, दिज्विजय सिंह के पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री के बेहद करीबी।
- डॉ. गौरीशंकर शेजवार, मंत्री, उमाभारती के बेहद करीबी, आडवाणी के नजदीकी।
- आशुतोष राणा, फिल्म कलाकार, (इसी जिले में इनकी पुस्तैनी जमीन है, हालांकि 7 साल की उम्र में गांव छोड़ा।
- आचार्य रजनीश, ओशो के नाम से मशहूर शख्शियत की जन्मस्थान इसी जिल में आता है।
- देश दुनिया में ऐसे कई और लोग हैं, जो यहां से ताल्लुक रखते हैं।
लेकिन मुझे अफसोस है, कि इस छोटी सी पुलिया को बनवाने की किसी में भी पुरुषता नहीं है। इन लोगों को लानत है।
-सखाजी
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