ऐसे कितने ताकतवर हैं बारह किसान?
सिवनी। दो जिलों के हजारों किसानों के लिये वरदान साबित होने वाली पेंच परियोजना के पक्के बांध का काम गा्रम बाम्हनवाड़ा के मात्र 12 किसानों के विरोध के कारण प्रारंभ नहीं हो पा रहा हैं।
उल्लेखनीय है कि 25 अक्टू. 10 में एस.ई.डब्ल्यू.कंपनी हैदराबाद से अनुबंध हो गया था । इस कंपनी ने अपना केंप बनाकर 22 नव. 10 को भूमि पूजन भी कर दिया था। इसमें बाम्हनवाड़ा गांव के 12 किसानों की भूमि आती है।जिसके मुआवजे का अवार्ड वर्ष 2006 एवं 2009 में कर दिया गया था। जिसका मुआवजा भी किसानों को दे दिया गया हैं तथा आधिपत्य भी सिचायी विभाग का हैं।
नवम्बर 2010 से ही विभाग इस पक्के बांध का काम प्रारंभ करने की कोशिश कर रहा हैं लेकिन मौके पर किसानों के असहयोग के कारण निर्माण कार्यचालू नहीं हो पा रहा हैं। काम चालू करने के लिये विभाग छिंदवाड़ा के कलेक्टर और एस.पी. से सहयोग का अनुरोध भी लगातार कर रहा हैं। विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ घटनाओं में विभागीय कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटनायें भी हुयी हैं। लेकिन आज तक इसका काम चालू नहीं हो पाया हैं।
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना में 400 मीटर में पक्के बांध का काम होना हैं जिसमें गेट सहित लगभग 320 मी. में पक्के बांध का निर्माण होना हैं। इस कार्य के लिये हैदराबाद की जिस कंपनी ने 113 करोड़ रु. का ठेका लिया हैं लेकिन लगभग 18 महीने बाद भी विभाग उसे बाधा मुक्त साइड उपलब्ध नहीं करा पा रहा हैं। जानकारों का कहना है ऐसी परिस्थिति में विभाग को ठेकेदार को आइडियल चार्जेस देना पड़ता हैं। परियोजना की लागत बढ़ने का एक बड़ा कारण यह भी हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 2013 तक इस योजना को पूरा करने का दावा किया हैं। इसके बाद विभाग के तेज तर्रार माने जाने वाले प्रमुख सचिव जुलानिया ने छिदवाड़ा और सिवनी जिले का पूरे लाव लश्कर के साथ दौरा भी किया था। विभाग द्वारा दोबारा तेजी से काम चालू होने के दावे भी किये गये हैं। लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक पक्के बांध का काम चालू नहीं हो पाया हैं और प्रशासन से सहयोग की गुहार भी कारगर होते नहीं दिख रही हैं।
अब तो लोग बरबस ही यह चर्चा करने लगें हैं कि आखिर ये बारह किसान ऐसे कितने ताकतवर हैं जो इतनी बड़ी योजना का काम चालू नहीं हो दे रहें हैं।
पेंच सिचायी परियोजना के पेंच
No comments:
Post a Comment