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7.12.12

Desh kee Gulaamee ka Rastaa Saaf

सत्य लगे कड़वा तो करना माफ़ ;
देश की गुलामी का रास्ता साफ़ .

मालिक फिरंगी और देशी मजदूर ,
खाने को पाओगे कटहल भरपूर .

तुम ही उत्पादक और तुम ही बाज़ार ,
चलो यार , फिर -से वो नुस्खा तैयार .

लेलो कमीशन गद्दारी का हाफ;
देश की गुलामी का रास्ता साफ़ .
                            

4 comments:

Dr Om Prakash Pandey said...

Gangaaprasaadji , aur kar bhee kyaa sakataa hoon?

Anonymous said...

wah kya likha aapne muh ki baatcheen li apne,apni bhadas ko line me kya utara hai

Shri Sitaram Rasoi said...

मजा आ गया डॉ. ओ पी पांडे साहब... नये वर्ष की शुभकामना भी स्वीकार कर लीजिये।

Dr Om Prakash Pandey said...

Dhanyawaad! Dr O P Verma , Navavarsh kee shubhakaamanaayen aapako bhee .