Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

8.3.08

पं.सुरेश नीरव जी महाराज उवाच...सुन भाई यशवंता....

हे भाई यशवंता
मर्द राखी सावंता
जब....एक दिवस होता है
चौबीस घंटे का
तो बताओ महिला दिवस होगा
कितने घंटों का.....???


सुना है गर्मियों में
हर चीज बढ़ती है
क्या महिला दिवस की तिथि
इसीलिए गर्मियों में पड़ती है?


भैया, ऐसे-ऐसे प्रश्न हमारे भेजे से
हर पल फूट रहे हैं
लोग समझ रहे हैं कि हम
ए.सी. में बैठकर मजे लूट रहे हैं।

2 comments:

यशवंत सिंह yashwant singh said...

जय हो पंडी जी महाराज!!!!

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

जय हो प्रभु,पर ई का होई रहा है पंकज भइया पोस्ट करत हैं और लिक्खत हैं पंडित जी ,ई ससुरा प्रकृति का घनघोर रहस्य परतीत होत है....