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12.5.08

आज भी जब मुझे नींद आती नहीं,

आज भी जब मुझे नींद आती नहीं,

गिन के तारे जब कटती हैं रातें मेरी।

दर्द मेरा जब कोई समझता नहीं,

याद आती है माँ बस तेरी-बस तेरी।

प्रदीप वसुदेव पांडेय -94506-27543

4 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

मम्मी........

Anonymous said...

माँ तुझे सलाम.

KAMLABHANDARI said...

prakashji bahut khub par dukh yah hai ki aaj sab mother's day to bade dhoom-dhaam se manaate hai par kewal day hi manate hai .

Unknown said...

ha, kamla ji aap sahi sochti hain.