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19.6.08

पं. सुरेश नीरव आकस्मिक अवकाश पर

यशवंतजी, २०,जून से २२जून तक मैं अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन के राष्ट्रीय अधिवेशन के सिलसिले में भोपाल प्रवास पर रहूंगा,इसिलए अपने नियमित रचनात्मक व्यायाम को चाहकर भी तीन दिन जारी नहीं रख सकूंगा। मुझे भड़ासी परिवार की ओर से इन तीन दिनों आकस्मिक अवकाश पर समझें। और उन्हें भी इन दिनों मेरी रचनाओं को रोज-रोज झेलने के श्राप से मुक्ति का वरदान प्रदान करें। धन्यवाद।
जय भड़ास...जय यशवंत...।

1 comment:

Anonymous said...

भाई लोगों,

जश्न मनाने का टेम आयेला है कयुंकी अभी कुछ दिन ये पंडित हमे नही पका रियेला है सो जम के दारु सारु पीने का ओर टुल्ली रहने का क्या :-P ;-)