ऐसे लोगों और प्रबंधन को हर हाल में उनकी औकात बतानी चाहिए. क्यूंकि पत्रकार बिकाऊ नहीं है और अगर आप चेनल नहीं चला सकते हैं तो तो दूर-दराज़ के इलाके में बैठे उन उदयीमान पत्रकारों को अंधेरे में रख कर, अपना उल्लू सीधा कब तक करते रहोगे ?
बाटला और रजनीश को में भी नजदीक से जानता हूँ. मैं भी डेढ़ लाख रूपये से ज्यादा खोने के बाद इस संस्थान से इस्तीफा दे चुका हूँ. सही बात है अपनी जेब से कोई क्यूँ पैसा लगाये और वो भी ऐसे प्रबंधन के लिए जिसमे मानवीयता नहीं है. बहुत मतलबी लोग हैं.
मैं बाटला और रजनीश द्वारा सताए गए MH 1 NEWS के सभी साथियों से गुजारिश करूँगा कि आयो हम मिलकर यह लड़ाई लड़ें.
2 comments:
सुनील भाई,
ऐसे लोगों और प्रबंधन को हर हाल में उनकी औकात बतानी चाहिए. क्यूंकि पत्रकार बिकाऊ नहीं है और अगर आप चेनल नहीं चला सकते हैं तो तो दूर-दराज़ के इलाके में बैठे उन उदयीमान पत्रकारों को अंधेरे में रख कर, अपना उल्लू सीधा कब तक करते रहोगे ?
बाटला और रजनीश को में भी नजदीक से जानता हूँ. मैं भी डेढ़ लाख रूपये से ज्यादा खोने के बाद इस संस्थान से इस्तीफा दे चुका हूँ. सही बात है अपनी जेब से कोई क्यूँ पैसा लगाये और वो भी ऐसे प्रबंधन के लिए जिसमे मानवीयता नहीं है. बहुत मतलबी लोग हैं.
मैं बाटला और रजनीश द्वारा सताए गए MH 1 NEWS के सभी साथियों से गुजारिश करूँगा कि आयो हम मिलकर यह लड़ाई लड़ें.
पियूष
we r also here for do something. we r stringer of rajasthan
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