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18.11.08

भड़ास के बच्चे ने कायम किया रिकार्ड, बन गया गबरू जवान

भड़ास से प्रेरित होकर पांच महीने पहले जब भड़ास4मीडिया शुरू किया था तो मुझे कतई नहीं पता था कि पांच महीनों में ही यह बच्चा कमाल करने वाला है और एकाएक किशोर होकर नौजवान बन जाएगा। पर यह करिश्मा हो चुका है। मेरी तरह आपको भी यकीन नहीं हो रहा होगा लेकिन जो आंकड़े मिले हैं उसके मुताबिक पांच महीनों में बिना किसी प्रचार अभियान के 12 लाख पेज हिट्स पाने वाला पहला हिंदी पोर्टल बन चुका है भड़ास4मीडिया। भड़ास4मीडिया को लेकर कई सारी बातें जो मन में थीं, उसे लिख डाला है। इस मौके पर दुनिया के सबसे बड़े हिंदी ब्लाग भड़ास के सदस्य साथियों और इसके पाठकों से भी अनुरोध करुंगा कि वो कामयाबी के जश्न में शामिल होने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पढ़ें और अपने विचार यहां कमेंट के रूप में रखें। इस मौके पर मैं भड़ास के उन दर्जनों साथियों को याद करना चाहूंगा जिनके शुरुआती साथ और समर्थन के चलते भड़ास यहां तक पहुंचा और इसी के कारण भड़ास4मीडिया पैदा हुआ और बढ़ा। अगर कोई नाम छूट रहा हो तो मुझे माफ करेंगे.....ये साथी लोग हैं....रवि रतलामी, अविनाश दास, डा. रुपेश श्रीवास्तव, मनीष राज, रजनीश के झा, अंकित माथुर, विकास मिश्रा, रियाज हाशमी, दिवंगत अनिल सिन्हा, डा. मांधाता सिंह, डा. सुभाष भदौरिया, हृदयेंद्र प्रताप सिंह, सचिन श्रीवास्तव, हरेप्रकाश उपाध्याय, पंडित सुरेश नीरव, गोपाल राय, रंजन श्रीवास्तव, मनीषा दीदी, विनीत उत्पल, विनीत कुमार आदि आदि.....।

कई नाम छूट गए हैं, मुझे यकीन ही नहीं वरन पूर्ण विश्वास भी है। इस मौके पर अगर हम सब मिलकर पुराने नामों को यहां याद करें, नीचे कमेंट के रूप में लिखकर तो एक बार फिर यादें ताजा हो जाएंगी। मुझे जितने नाम तुरंत याद आए, लिख दिया। अब अंकित माथुर जी से चाहूंगा कि वो जरूर पुराने लोगों को याद कर उनके नाम यहां दर्ज कराएं। उपरोक्त जो नाम दिए गए हैं उसमें से ढेर सारी साथी न सिर्फ भड़ास से दूर हो चुके हैं बल्कि उनमें से कुछ से विभिन्न वजहों से मेरी बोलचाल भी बंद है। कुछ से तो हम लोगों ने घोषित तौर पर आनलाइन जंग भी की हुई है। बावजूद इसके, उनका नाम ससम्मान लेना चाहूंगा क्योंकि किसी ने आपके साथ अगर कभी रत्ती भर भी बड़प्पन दिखाया हो तो आपका फर्ज बनता है कि उस बड़प्पन को हर उस सफलता के पड़ाव पर पहुंचने के बाद याद करिए जहां कारवां के साथ होने के नाते आ सकने का बोध रहता हो। ये अलग बात है कि कारवां चलता रहता है और उस कारवां में किसी मोड़ पर शामिल हुए लोग अपनी सीमा व सामर्थ्य के अनुसार एक हद तक ही साथ चलकर अलग राह पर चले जाते हैं।

नए लोगों में कई लोग अब भड़ास की पहचान और जान बन चुके हैं जिनका नाम यहां लेने की इसलिए कोई जरूरत नहीं है क्योंकि उनके लिखे पोस्ट हम लोग हफ्ते में जरूर एकाध बार पढ़ लेते हैं।

तो चलिए, भड़ास के बच्चे की सफलता का जश्न मनाएं...... चिकन तंदूरी के साथ....चीयर्स....मेरे जैसे तामसिक भड़ासियों के लिए और डा. रूपेश जैसे सात्विक भड़ासियों के लिए पूड़ी तरकारी और कई हंड़िया खीर।

तो लीजिए भड़ास4मीडिया की सफलता से जुड़ा आलेख पढ़िए, लिंक यह है....

http://www.bhadas4media.com/index.php/kahin/32-kahin/704-editorial

और हां, भड़ासियों की जुटान का सपना अभी तक सपना ही बना हुआ है। इसे मूर्त रूप देने के लिए योजना कई बार बनाई गई लेकिन आर्थिक तंगी आड़े आती रही। लेकिन दुख भरे दिन बीते रे भइया....के अंदाज में जल्द ही जरूर हम लोग मिलकर भड़ासी कोरस गाने के लिए एक आयोजन दिल्ली में करेंगे। फिलहाल तो आप सभी के साथ खुशी शेयर करके खुश हो रहा हूं.....।

जय भड़ास
यशवंत


(एक अपील मैं आप लोगों से करना चाहूंगा कि आप लोग अपने अपने ब्लागों पर भड़ास4मीडिया का विजुअल लिंक डाल दें तो इससे भड़ास4मीडिया को काफी प्रोत्साहन मिलेगा। इसके लिए उपर बाईं तरफ लिखे Media ka Baap के लिंक के ठीक नीचे लगे भड़ास4मीडिया के लोगो की पिक्चर को अपने डेस्कटाप पर सेव एज कर लें और उसे अपने ब्लाग के लेआउट में जाकर न्यू गैजेट्स में पिक्चर लगाने के आप्शन में लोड कर उसमें भड़ास4मीडिया के यूआरएल http://www.bhadas4media.com/ का लिंक दे दें। अगर इस काम में किसी को कोई दिक्कत आती है तो वो मुझसे 09999330099 पर फोन करके संपर्क कर सकता है। आपका इतना सहयोग भड़ास4मीडिया के लिए एक बड़ा सपोर्ट होगा। आपका ब्लाग चाहे छोटा हो या बड़ा, रोज अपडेट करतें हों या कभी-कभार, यह महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण है आपके अपने ब्लाग के एक कोने पर भड़ास4मीडिया का साधिकार मौजूद होना। इससे जाहिर होगा कि आपके दिल में रहने वाला भड़ास4मीडिया वहां से निकल कर आपके ब्लाग पर भी प्रकट हो चुका है।)

6 comments:

Ankit Mathur said...

यशवंत भाई, हमें तो पहले से ही यकीन था, कि ब्लाग से हटकर यदि कुछ किया गया तो वो ज़रूर हिट होने वाला है, मैने भी आपसे कई बार मश्विरा किया था, कि भड़ास को एक ब्लाग से बढ़कर कैसे आगे बढाया जा सकता है। खैर आपने उस स्वप्न को साकार करके पुरानी भड़ास टीम के सपने को सच कर दिखाया है।
बहुत बहुत बधाई हो ......

SHEHZAD AHMED said...

इस सफलता पर भड़ास की पूरी टीम और उसके शुभचिंतको को शहजाद की और से हार्दिक बधाई। हमारी शुभकामना है की भड़ास और http://www.bhadas4media.com/ ऐसे ही इतिहास रचती रहे। रहा भड़ास को शुरू करने का सपना इंशा अल्लाह वह भी जल्द पूरा होगा।

आपका अपना शहजाद

अमित द्विवेदी said...

dada dher sari aapko badhai aise hi din dooni aur raat chauguni tarakki karte rahen

शशिश्रीकान्‍त अवस्‍थी said...

यशवंत भाई भडास4मीडिया से जुडी टीम तो बधाई के पात्र है ही साथ ही अज्ञात पाठकों का वह वर्ग जो बिना अपनी पहचान बताये ही भडास4मीडिया को सम्‍मान जनक स्‍थान पर पहुचांने में अपना योगदान दिया है वह भी इस बधाई के हकदार है । साथ ही ऐसे सहयोगियों की टीम जो लगातार भडास4मीडिया के लिये दिन रात परिश्रम कर उसका अपडेट कर रही है जिसके कारण उसको इस ऊचांई पर पहुचाया है ।
शशिकान्‍त अवस्‍थी
कानपुर ।

शशिश्रीकान्‍त अवस्‍थी said...

यशवंत भाई भडास4मीडिया से जुडी टीम तो बधाई के पात्र है ही साथ ही अज्ञात पाठकों का वह वर्ग जो बिना अपनी पहचान बताये ही भडास4मीडिया को सम्‍मान जनक स्‍थान पर पहुचांने में अपना योगदान दिया है वह भी इस बधाई के हकदार है । साथ ही ऐसे सहयोगियों की टीम जो लगातार भडास4मीडिया के लिये दिन रात परिश्रम कर उसका अपडेट कर रही है जिसके कारण उसको इस ऊचांई पर पहुचाया है ।
शशिकान्‍त अवस्‍थी
कानपुर ।

Akhilesh k Singh said...

patrakarita ki shuruat kar rahe hum jaise naye ladko ne bhi bhadas aur bhadas4media se bahut kuch sikha hai.
Bhadas ki safalta par sabhi bhadasi bhaiyo ko bahut bahut badhai..........