27.9.09
घूसखोरी के अलावा कौनसा उदाहरण जहां "समाजवाद" का अर्थ समझाया जा सके बच्चों को ...?
भारतीय सरकारी व्यवस्था और उत्कोच के बीच एक ऐसा समीकरण है जिसे हर सामान्य बुद्धि वाला प्राणी समझ लेता है. इस पोस्ट की आधार पोस्ट में कहा गया है एक सिविल सेवा प्रशिक्षण में गए उनके मित्र को सेलरी-स्लिप का पांच सौ रुपया देना पडा ? मित्र इधर वो बेचारा बाबू किस किस को छोडेगा अब इस बात को सीधे प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम में कैसे शामिल करेगा कोई संस्थान सो बाबू साहब ने इसे "घूस-विग्यान:आओ करके सीखें" की शैली में सिखा दिया.अब भैया आप ही बताईये इस तरह की घूसखोरी के अलावा कौन सा उदाहरण है जहां "समाजवाद" का अर्थ समझाया जा सके बच्चों को ...?
Posted by
Girish Billore Mukul
Labels: घूसखोरी
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