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2.10.09

डा. अजीत जी के परा मनोविज्ञान के संबंध मे

महोदय इस तरह का एक अनुभव मेरे पास भी है पर उसकी यादें बहुत धुंधली हैं इसलिए सपष्ट नहीं बता सकता हूँ। उस समय मेरी अवस्था लगभग 5-6 वर्ष की रही होगी। यदि यह आपके लिए किसी प्रयोजन का हो तो कृपया ई मेल करें आपको भेज दूँगा। हां यदि सम्भव हो तो अन्य लोगो के अनुभव से अवगत अवश्य करायें।

आपका

(अजीत कुमार मिश्रा

1 comment:

Dr.Ajit said...

अजीत भाई, सौरव भाई, धन्यवाद जो आपने मेरे इस नवीन प्रयास में रूचि दिखाई और सच कहू तो मैं ये सब अपने भडासी बंधुओ के संबल से ही कर पा रहा हूँ और मेरे आपसे आग्रह है की आपके परामनोविज्ञान से सम्बंधित जो भी अनुभव हो आप मुझे मेरे ई मेल पर यथाशीघ्र भेज दीजिये| फिर मिलेंगे... का अभी पंजीकरण हुआ है मैं जल्द ही इसका प्रवेशांक प्रकाशित करने जा रहा हूँ सो इस नव प्रयास में आप की लेखन रूपी समिधा मेरे शोध यज्ञ में आधार का कार्य करेगी..ऐसा मेरा विश्वास है|
सादर !
डॉ.अजीत
moron82@gmail.com