बुधवार को चंड़ीगढ़ में भाजपा अध्यक्ष नितिन गड़करी ने जाने-अनजाने कुछ ऐसा बोल दिया जिसनें हिन्दुस्तान की मीडिया को एक और नया मुद्दा दे दिया। दरअसल बीते दिन नितिन जी ने आयोजित जनसभा में जनता को मोहने के लिए बगैर कुछ समझे देश के दो बड़े नेताओं की तुलना एक जानवर से की। उन्होनें समाजवादी प्रमुख मुलायम सिंह यादव और राजद के प्रमुख लालु प्रसाद को कहा कि ये पहले तो शेर बनते है और जब सीबीआई उन्हें घेरे में लेती है तो ये नेता लोग यूपीए अध्यक्ष सोनिया जी के तलुए चाटने पहुंच जाते है। बयान के तुरंत बाद देश की राजनीति में हलचल पैदा हो गई मीडिया ने मामले को तूल दिया। लिहाजा अंत में हुआ ये कि नितिन गडकरी को अपनी गलती का अहसास हुआ औऱ उन्होंने माफी मांगते हुए अपने शब्द वापस लिए। गडकरी के इस कथन की कई राजनैतिक दलों ने तीखी आलोचना की है।
मेरे अनुसार शायद मराठी गडकरी जी को हिन्दी ठीक से नहीं आती। यहीं कारण रहा होगा कि उन्होंने मुहावरे का गलत प्रयोग किया औऱ सुर्खियों में आ गये। भारतीय जनता पार्टी देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है, और गडकरी जी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। अतः नितिन गडकरी जी को भविष्य में उत्तर भारत में जरा सोच समझ को यहां की जनता के बीच पैठ बनानी होगी। यानी गडकरी जी जरा संभल कर...
सूरज सिंह।
surajsinghsolanki@gmail.com
13.5.10
गडकरी जी जरा संभल कर.
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1 comment:
गडकरी जी को उचित परामर्श ।
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