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7.3.11

माँ, बेटी, बहन, पत्नी.......जिनके बिना अधूरी है जिंदगी......!


हमारे जीवन को गढने , संस्कारित करने वाली माँ हो या घर आँगन की इठलाती रौनक बेटी........... भाई की खुशियों के लिए दुआएं मांगती बहन हो या फिर पत्नी के रूप में एक पुरूष की प्रेरणा। पूरी पोस्ट कृपया यहाँ पढ़ें .....

1 comment:

Dr Om Prakash Pandey said...

naaree!
teree rachana ke patra pushpa,
shakhon par phal ke mridul bhaar;
teraa pagaraja pakara pasare
banjar veeraane mein bahaar.