ना हथियार की आवश्यकता हैं और न ही जोर जबरदस्ती की........... जालसाजों का खेल कुछ ऐसा होता है कि जिसमें लोगों को ठग जाने के बाद अहसास होता है कि उन्हें छला गया है। ठग विद्या में पारंगत ये जालसाज आए दिन नई तरकीबें खोजते हैं और कभी भी किसी भी इंसान को अपना शिकार बना लेते हैं। अफसोस की बात है कि ठगी की अधिकतर घटनाओं का शिकार महिलाएं बनती हैं।
4.3.11
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