हसन अली को कल जमानत मिल गयी; मिलती क्यों नहीं हुक्म इटली से आया था सरकारी अधिकारी कैसे सबूत पेश कर सकते थे. एक बात यहाँ दीगर है की हसन अली के बारे में सुचना तो २००७ से ही थी २०११ तक क्यों बचा रहा वो.. दिग्विजय सिंह जैसे चाटुकार को तो इसमें भी बाबा रामदेव या भगवा आतंकवाद का हाथ लगेगा..अरे भैया २००४ के बाद से राज तो आप का ही है...मतलब हसन अली को आप ने ही बचाया है..या इटली के कुछ दलालों ने ...विडंबना ये है की हसन अली को जमानत मिल गयी और हमारी बिकी हुए मीडिया ने एक छोटी सा खबर बनाया इसे.... इस देश के २लाख २५ हजार करोड़ के अपराधी के खिलाफ एक भी सबूत नहीं ये बात गले नहीं उतरती..
वैसे भी हसन अली का अहमद पटेल जी से सम्बन्ध जगजाहिर है... और अहमद पटेल जी १० जनपथ में क्या हैसियत रखतें है ये भी सब जानते है...तो काले धन का रास्ता क्या इस तरीके से है...
१० जनपथ(इटली)---अहमद पटेल----हसन अली -स्विस बैंक ...
इसी कारण प्रशसन भी हसन अली पर हाथ खड़े कर रहा है...और हमारी हिजड़ी व नामर्द केंद्र सरकार आँखे मुंड रही है १० जनपथ के आशीर्वाद पाने के लिए...यहाँ एक बार में इस देश के सरे हिजड़ों से माफ़ी मांगता हूँ क्युकी हिजड़ो से कांग्रेस सरकार की तुलना करना हिजड़ों का तो अपमान है...क्यूकी हिजड़ो के घर में लूट मचाने के बाद वो तो चुप नहीं बैठेंगे..लेकिन ये सरकार कह रही है की लूटो लूटो इटली की मलिका और बीके हुए मीडिया के दलाल तुम्हारे साथ है...तो अब इस सरकार के लिए एक नया शब्द खोजना पड़ेगा जो कम से हिजड़ों की प्रतिष्ठा को ठेस नहीं पहुचता हो..
में समझता हूँ जब तक इटली के हाथों बिकी हुए सरकार के हाथों में देश का नियंत्रण रहेगा कला धन वापस आना दूर की बात हसन अली जैसे देशद्रोहियों को सरकारी अतिथि का दर्जा मिलता रहेगा...
याचन नहीं अब रण होगा
जीवन जय या की मरण होगा
12.3.11
देश के हिजड़ों मुझे माफ़ करो मैंने तुम्हारी तुलना कांग्रेस सरकार से कर दी
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