बाबा जी,
किसके लिए अनशन कर रहे हो ,
आप कहीं यह तो नहीं सोच रहे कि यह देश महात्मा गाँधी के अनशनों से आज़ाद हुआ था.
यह तो भगत सिंग, राजगुरु, मदन लाल , सुभाष से आजाद हुआ था .
अंग्रेजों ने कोई पाप नहीं किया.
हिंदुस्तान पर राज करके , वो अपने देश की सेवा कर रहे थे. वे सच्चे थे , उनके दिल में मानवता थी .
ये सरकार और नेता , तो अपने उसी देश के नमक हराम हैं , उस माँ की विष्ठा हैं , जिसका दूध पिया उसी के साथ बलात्कार कर रहे हैं.
इनकी बाला से आप या पूरा देश मर जाये तो भी इन पर असर नहीं होगा.
शेष जैसा इस्वर चाहें.
जिस देश में भगवे वस्त्र का अपमान हो वह देश रहने लायक नहीं है. ऐसा शाश्त्रों का कहना है.
१ जैसे शीतला माता द्वारा ली हुई आँख वापिस नहीं आती , सांप के मुख मेंऔर नेताओं के मुख में गया पैसा वापिस आना असंभव है.
२ आकाश के तारे गिने जा सकते हैं. पर नेताओं के घोटाले नहीं गिने जा सकते .
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