काकोरी के अमर शहीदों
की पुण्यस्मृति मे १७दिसंबर को अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेल ,राष्ट्रीय राजधानी
क्षेत्र ने एक काव्य संध्या का आयोजन दिवाकर पब्लिक स्कूल गाज़ियाबाद में किया
गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डा० कुंअर बेचैन व संचालन पं० सुरेश नीरव ने किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले साहित्यकारों कवियों में अरूण सागर,घनश्याम वसिष्ठ,कृष्णकांत मधुर,मृगेंद्र मकबूल,भगवानसिंह हंस,पियनसिंह,रजनीकांत राजू,प्रमुख थे।मुकेश परमार और जयवीर सिंह मलिक तथा संयोजक गजेसिंह त्यागी समेत कुल मिलाकर २० कवियों ने अपने श्रद्धासुमन पं०रामप्रसाद बिस्मिल और उनकी हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के सिपाहियों को अर्पित किये।अरविंद पथिक अर्थात इस नाचीज ने भी बिस्मिल जी के जीवन पर आधारित महाकाव्य 'बिस्मिल चरित' के एए पद्यांश का पाठ कर टूटे-फूटे शब्दों में श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डा० कुंअर बेचैन व संचालन पं० सुरेश नीरव ने किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले साहित्यकारों कवियों में अरूण सागर,घनश्याम वसिष्ठ,कृष्णकांत मधुर,मृगेंद्र मकबूल,भगवानसिंह हंस,पियनसिंह,रजनीकांत राजू,प्रमुख थे।मुकेश परमार और जयवीर सिंह मलिक तथा संयोजक गजेसिंह त्यागी समेत कुल मिलाकर २० कवियों ने अपने श्रद्धासुमन पं०रामप्रसाद बिस्मिल और उनकी हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के सिपाहियों को अर्पित किये।अरविंद पथिक अर्थात इस नाचीज ने भी बिस्मिल जी के जीवन पर आधारित महाकाव्य 'बिस्मिल चरित' के एए पद्यांश का पाठ कर टूटे-फूटे शब्दों में श्रद्धांजलि अर्पित की।
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