ज़रूर पढ़े ..सिर्फ सलाम जिंदगी पर6 दिन, एक ऑर्टिकल और ढ़ेरों कमेंट्स...सोचा नहीं था.. बात निकलेगी तो इतनी दूर तक जाएगी। इस बार भी मोबाइल की घंटी बजी, एक बार नहीं बार-बार किसी ने कहा ये हमारे चैनल का एचआर है न ! तो किसी को मेरे करियर की परवाह थी, कुछ लोग मीडिया से भागने की सलाह दे रहे थे...तो कोई धमकी भरे अंदा
ज़ में डराने की कोशिश कर कर रहा था। हद तो तब हो गई जब आस-पास........
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3.8.09
क्यों सुबकने लगी ...यह लड़की - मानसिक प्रताड़ना या मानसिक बलात्कार..अब इलाज़ शुरू -सुधी सिद्धार्थ के साथ एक और विशेष
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