है मेरे ब्लोगी भाइयों के पास कोई उपाय ......!
पिछला ब्लॉग यहाँ बंद किया फिर ;
एक पत्राचार जो ब्लॉग लिखने के बाद हुआ , उसे यहाँ चिपका रहा हूं., चूँकि इसमें ही मेरे विचार से उत्तर है :
मेरा श्री शर्मा जी से पत्राचार :
guptaaji aapane sau fisadi sahi kaha ki charitr ke bina kuchh nahin ho sakata .aj charitr nirman ki jarurat hai
आदरणीय शर्मा जी ,
अनुमोदन के लिए धन्यवाद,
और चारित्र निर्माण कहाँ से होगा. हमारे बच्चे , जो कल I A S और बड़ी बड़ी पोस्ट पर आज हैं. उन्होंने तो यही सीखा है , जाना है , कि बेईमानी से ही बड़ा हुआ जाता है ,
जब तक वास्तविक धर्म की शिक्षा नहीं दी जाती तब तक चरित्र निर्माण कहाँ से होगा.
में ५७ साल का हूं , गीता , रामायण अब जाकर पढ़ रहा हूं. अब पता चल रहा है वास्तविक धर्म क्या है.
आप क्या कहते हैं.
दासानुदास
अशोक गुप्ता
दिल्ली
19.7.11
भ्रष्टाचार खत्म करने का एकमात्र उपाय ..........
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1 comment:
बधाई ||
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