ठहरो...हिंदुस्तान की जांच एजेन्सियों
कौन था हमलों के पीछे...
इस खोजबीन में
क्यों अपना वक्त
जाया कर रही हो,
मुंबई में हुए धमाके
हमने किये हैं,
इससे पहले भी
भारत में
हमने कई जगहों पर
सफलतापूर्वक बम फोडे थे...
और इस बार
हम फिर हुए कामयाब...
तुम्हारी सरकार में
अगर है हिम्मत तो
...दे मुझे फांसी
मुझे पता है कि
हिंदुस्तान की सरकार
किसी भी कीमत पर
ऐसा कर नहीं सकती...
हमारे 23 भाइयों को
तुम्हारे कानून ने
फांसी मुकर्रर कर दी..
लेकिन राजनेताओं का शुक्रिया
कि अभी तक नहीं हुई
किसी को भी फांसी..
जांच एजेन्सियों
मैं कहता हूं, तुम्हारी मेहनत
बेकार ही जाएगी ..
तुम्हारे देश के नेताओं
में आतंक के खिलाफ
बोलने के अलावा
कोई ताकत नहीं है...
हमारे कई आतंकवादी भाई
तुम्हारी सरकारों के कब्जे में हैं..
पहले उन्हें ही सजा देकर दिखाओ
बाद में हमें फांसी देना..
जाओ जांच एजेन्सियों
अपने परिवार को देखो..
और मुझे अगले बम धमाके की
तैयारी करने दो..
तुम्हारे नेता कहते हैं..कि
बीते छह माह से देश में
कोई भी घटना नहीं हुई..
मैं उनकी बात को
करता हूं समर्थन..
कि अगला धमाका हम
एक साल बाद ही करेंगे..
तब तक यदि हमारा कोई
अन्य भाई सफल हो जाता है
किसी बडे धमाके को
अंजाम देने में..तो
उसके लिए आप जानो...
मैं तो बस इस बात से
खुश हूं कि भारत में
हमारे किसी भी भाई को
नहीं है कोई खतरा
यदि वह पकडा भी जाता
है तो सरकार उसे देगी
पूरी कडी सुरक्षा..
किंतु पाक में तो
अलकायदा के आका
भी हैं असुरक्षित...
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