मीडिया किसी के बारे में जो प्रचारित कर देता है , भोली जनता , उसी राग में बोलने लगती है . ख़ास तौर पर , किसी की निंदा का मामला हो तो रस ही आ जता है .
आसाराम बापू की निंदा वो कर रहे हैं , जिन्होंने कभी संत का संग नहीं किया . न कभी गीता पढी न रामायण . और ब्रह्म ज्ञान की बातें करवा लो कितनी भी .
मेरे मित्रो से अनुरोध है , की इस भुलावे में न आयें और संत की निंदा इआ रस न ले .
ये नेता जो भारत माता का रेप खुले आम संसद में , अदालतों में, करते हैं , वो अपराध कहीं बरा हैं .
वैसे जैसी जनता की इच्छा .
जब श्री राम ने जनता की आवाज का सम्मान करते हुए सीता माता को , जो उन्हें जान से प्यारी थी, आपने से दूर किया , तब जनता खुश थी .
सारी सरकार , हिन्दू धर्म और उनके संतो के पीची पर गयी है .
जय श्री राम
श्री कृष्ण दास किंकर
दिल्ली ,
richmond.intel@gmail.com
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