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7.8.09

एप्रीशिएट करें राखी को

राखी के बारे में लोग अच्छे विचार क्यों नहीं रखते? मुझे ताज्जुब होता है कि जिस लड़की ने अपने दम पर सब कुछ हासिल किया है, उसकी अच्छाईयों को न केवल लोग नजरअंदाज करते हैं, बलि्क उसे गलत कहने से भी गुरेज नहीं करते। इंटरनेट पर भी आप सचॆ कर लें, वहां भी या तो विशेष टिप्पणियों के साथ राखी पर खबरें होंगी या फिर उसके बारे में कुछ निगेटिव ही लिखा होगा। राखी ने कोई भी ऐसा काम नहीं किया है, जो इससे पहले किसी ने न किया हो, हां, उसका फायदा जरूर राखी सावंत को ज्यादा मिला है। क्या बॉलीवुड में राखी अकेली आइटम गर्ल हैं या फिर कम कपड़े पहनने में राखी सबसे आगे हैं। विरोध का सबसे बड़ा कारण उसकी उपलिब्धयां हैं। शायद हम इस तरह से उसकी सफलता को पचा नही पा रहे हैं। राखी एक ऐसे परिवेश से इस मुकाम तक पहुंची है, जहां की लड़कियां यहां तक पहुंचने के लिए सिर्फ कल्पना ही कर सकती हैं। उसने जो कुछ हासिल किया है, अपनी सूझबूझ से और अपने प्रबंधन से। प्रबंधन मीडिया का, प्रबंधन समय का और प्रबंधन अपने करियर को आगे ले जाने का। हर व्यकित् की अपनी परिसि्थतियां होती हैं और उसे उन्हीं परिसि्थतियों में जीना होता है। राखी ने अपनी परिसि्थतियों में जो कुछ किया और जो कुछ पाया अगर हम उसे एप्रिसिएट नहीं कर सकते तो शायद हमें बेवजह उसे गलत साबित करने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए। एक बेहतरीन डांसर राखी सावंत ने अपने डांस के बल पर ही यह मुकाम हासिल किया है। अपनी प्रतिभा के बल पर ही उसने स्वयंवर जैसे शो से दर्शकों को जोड़े रखा। हां, वह मुंहफट है, क्योंकि वह जानती है कि यही हथियार उसके पास है, जिसके बल पर वह खबरों में बनी रह सकती है। अगर ये गलत है तो इसका एहसास सबसे पहले मीडिया वालों को होना चाहिए, क्योंकि उनके माध्यम से ही खबरें लोगों तक पहुंचती हैं। मिका को थप्पड़ मारकर उसने क्या गलत किया? अभिषेक से दोस्ती और प्यार का इजहार फिर उससे ब्रेकअप...इसमें नया क्या है? राखी सावंत नौटंकी है। ऐसा कहने वाले भी उसे अपने शो में बुलाते हैं और एक घंटे का इंटरव्यू प्रसारित करते हैं, क्यों? अगर वह नौटंकी है, तो क्यों उसके लिए आपने चैनल के एक घंटे का कीमती समय बर्बाद किया। राखी सावंत बिना वजह के रियलिटी शो में हंगामा खड़ी करती हैं...यह उनकी आदत है, क्योंकि वह सुर्खियों में रहना चाहती हैं। ऐसा कहने वाले चैनल उसे अपने शो के कटघरे में खड़ा करते हैं और उससे घंटे भर तक सवाल करते हैं। उन्हें मालूम है कि कार्यक्रम की टीआरपी हाई रहेगी। फिर जब आप उसकी बेबाकी और उसकी छवि को कैश करने में पीछे नहीं हो, तो जब वह अपने हक की आवाज उठाती है या अपनी कोई बात बेबाकी से कहती है, तो ऐतराज क्यों? एप्रीशिएट करें राखी को। उसमें बहुत संभावनाएं हैं और वह बहुत आगे जा सकती है। कभी उसके सकारात्मक पहलू का भी जिक्र करें। क्या ढूंढ़ने से उसका एक भी सकारात्मक पहलू नहीं मिलेगा?

1 comment:

Vikas Kumar said...

suman jee,
bilkul sahee pharmaya hai apne
mai bhee yahee sochta hun ki jab rakhi itani kharab hai to phir ye mediya baale kyon uske pichhe bagte hain