आज 15 अगस्त है यानि स्वतंत्रता दिवस पर क्या वाकई हम स्वतंत्र हैं ?आज तक मुझे इसका एहसास नहीं हो पाया है.आज 62 साल इस तथाकथित आजादी को गए पर हम आज तक उन्हीं गोरे अँग्रेजों के बनाए कानून के सहारे जिंदा(गंदी नाली के कीड़े के समान) हैं.ऐसा लगता कि हमारी आत्मा ना केवल इस कदर मर गयी है बल्कि हम विश्व के अन्य देशों के फेंके हुए टुकड़ो पर पल रहे हैं ? हम अपनी सकल आय का लगभग 50% अमेरिका,रूस और उन जैसे अन्य देशों से हथियार(जिनके लिए वो कबाड़ हो चुका होता है) खरीदने में लगा देते हैं और लोग भूखों मर रहे हैं.ना तो ढंग की शिक्षा है और ना बुनियादी सुविधाएँ फिर भी हम कितनी निर्लज्जता से कहते हैं-सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तां हमारा???????!!!!!!!
देश के ये नेता इस देश को चील,कौवों, गिद्धों और कुत्तों की तरह नोंच-नोंच कर खा रहे हैं उपर बेशर्मी की हद ये कि डकार भी नहीं लेते.... अगर कुछ आज के दिन 1947 में बदला तो ये कि चमड़ी का रंग गोरे से काला हो गया.इनकी नीति भी वही है फूट डालो और राज करो.आज कोई भारतीय नहीं है.कोई मराठी है तो कोई बिहारी ऐसे ही अन्य प्रांतीय.पता नहीं इन्हें ये कैसे मुगालता हो गया है कि हमने आजादी पाई है अपने बलबूते पर क्या इन लोगों ने चर्चिल का इग्लैंड के संसद में पढ़ा गया वो भाषण पढ़ा है? पर इन बेशर्मों से ये अपेक्षा करना भी बेकार है.
आज जरूरत कि हम बजाए भारतीय होने के सिर्फ दो पाए जीव हो जाएँ,पृथ्वीवासी हो जाएँ.इंटरनेट ने दुनिया को इतना करीब ला दिया है कि हम आम आदमी के जीवन स्तर को उपर उठाने की कोशिश करें ना कि क्षुद्र राजनीति वरना...........
15.8.09
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!!!!!!!!????????
Labels: "हमारा हिन्दुस्तान"
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