7.8.16
जंतर-मंतर पर न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं आकाशवाणी के कैज़ुअल एनाउंसर
आकाशवाणी के कैज़ुअल एनाउंसर का एक दल, सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले से मिलने गया और न्याय पाने के लिए विनम्र निवेदन किया. सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने न्याय पूर्ण इन्साफ दिलवाने का वादा किया है. उधर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और फ़िलहाल कांगड़ा से बीजेपी सांसद शांता कुमार ने भी आकाशवाणी के कैज़ुअल एनाउंसर से अपने कार्यालय में मिले और हर संभव सार्थक मदद करने का भरोसा दिलाया.
एक आंसू भी हुक़ूमत के लिए ख़तरा है
तुमने देखा नहीं आँखों का समंदर होना
एक अगस्त 2016 से आकाशवाणी के कैज़ुअल एनाउंसर / कमपीअर्स / आर. जे. जंतर मंतर पर अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठे हैं, तीन अगस्त से क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू हो गई है, समस्त भारत के आकाशवाणी केंद्रों से कैज़ुअल कलाकारों का आना लगा हुआ है , दिल्ली से पास और सुदूर बैठे हमारे कैज़ुअल मित्र भी आ रहे हैं। एक आंसू यदि हुक़ूमत के लिए ख़तरा है तो यहाँ तो हज़ारों आँखों में आंसू हैं, आँखे जब आंसूओं के समंदर में डूब जाए तो समझ लीजिये अब तस्वीर बदल कर रहेगी।
आकाशवाणी महानिदेशालय, प्रसार भारती और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पल पल की ख़बर है लेकिन ये जानते हुए कि कैज़ुअल एनाउंसर धरने और अनशन पर हैं, अभी तक कोई ये पूछने नहीं आया- "भाई कैसे हो, चलो बैठ कर कोई रास्ता निकालते हैं"। इस गहराती जा रही चुप्पी, लंबी ख़ामोशी, और जान बूझ कर अनदेखेपन को हम क्या समझें? हम कलाकार है, भावना, संवेदना, प्यार में सब कुछ लुटा देने को तैयार हैं, लेकिन आकाशवाणी की ये ख़ामोशी आज चुभ रही है, हमें हमारा वो अधिकार दे दो जिसकी माननीय सर्वोच्च न्यायालय और संसदीय समिति ने सिफ़ारिश की है। हमें इससे ज़्यादा कुछ नहीं चाहिए और वो अधिकार है हमारे नियमितीकरण का।
मेरी कोई ख़ता तो साबित कर
अगर बुरा हूँ तो बुरा साबित कर
रेडियो को चाहा है कितना तू क्या जाने
चल मैं बुरा ही सही
तू अपनी ईमानदारी साबित कर
इंतज़ार की घड़ियाँ ज़रूर लंबी होती जा रही हैं लेकिन इस बार इंतज़ार चाहे जितना लंबा हो, आकाशवाणी महानिदेशालय, प्रसार भारती और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को अपनी ईमानदारी साबित करने के लिए हम आकाशवाणी के कैज़ुअल एनाउंसर समय देने को तैयार हैं, शर्त इतनी है इस इंतज़ार के बाद इन्हें अपनी ईमानदारी साबित करनी ही होगी। आकाशवाणी महानिदेशालय ने पहले हम सभी कैज़ुअल एनाउंसर को उपहास का पात्र समझा, इसके बाद हम सब की उपेक्षा की गई, फिर तिरस्कार का दंश भी हमने झेला और अब प्रताड़ना के साथ साथ दमन का दौर भी शुरू कर दिया गया है। एक अगस्त 2016 से जंतर मंतर पर शुरू धरना प्रदर्शन और तीन अगस्त 2016 से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू हो चुकी है, आज 6 अगस्त को धरना प्रदर्शन का छठा दिन है जबकि क्रमिक भूख हड़ताल का आज चौथा दिन है।
आज अलग अलग आकाशवाणी केंद्रों से जो हमारे एनाउंसर मित्र भूख हड़ताल बैठे है, वो हैं -विजय चौधरी, निशा चौहान, चंद्र फर्सवाण, प्रकाश चंद, निधि शर्मा, हेम राज चौहान, यादवेंद्र शर्मा आप सब आकाशवाणी शिमला से आये हैं, भोपाल से लखन वर्मा, कुरुक्षेत्र से नवीन भारद्वाज और आकाशवाणी बिलासपुर से संज्ञा टंडन आज भूख हड़ताल पर हैं.
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