प्रेस विज्ञप्ति:
दिनांक: 22 जुलाई 2015
वाराणसी में आयेदिन बढती यौन हिंसा की घटनाओं से व्यथित होकर विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने "साझा संस्कृति मंच" के तत्वावधान में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से मुलाक़ात की और उनसे ऐसी घटनाओं पर तत्काल नियंत्रण हेतु प्रभावी कदम उठाने की मांग की. मंच द्वारा गठित 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में डा आनंद प्रकाश तिवारी, वल्लभाचार्य पाण्डेय, रंजू, जागृति राही और अनूप श्रमिक शामिल रहे. दल ने वाराणसी जोन के पुलिस महानिरीक्षक अमरेन्द्र कुमार सेंगर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जोगेंद्र कुमार, जिलाधिकारी प्रांजल यादव जो वर्तमान में प्रभारी मंडलायुक्त भी हैं, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात रंजन एवं पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय के जन संपर्क अधिकारी से मिल कर उनसे कहा कि हम बनारस मे प्रतिदिन महिलाओं एवं बच्चियों की हत्या, आत्महत्या, शोषण, बलात्कार, हिंसा की घटनाओं की बढ़ती हुई संख्या से बेहद चितित है। वाराणसी को स्मार्ट सिटी, हेरिटेज सिटी, सांस्कृतिक राजधानी, क्योटो, सेन्तियागो और न जाने क्या-क्या बनाने के हम सपने देख रहे है। यह माननीय प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र है , दुनियाभर से बनारस में और अधिक पर्यटक आयें यह कवायद जारी है, बनारस में औरतो, लड़कियों, बच्चियों की सुरक्षा और सम्मान की जिम्मेदारी के प्रति समाज व पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली में यदि कोई बदलाव नहीं आया तो दुनिया के सामने हमारी छवि नही बचेगी ।
वाराणसी में विगत 18 दिसंबर को लल्लापुरा की शबीना को जला के मारने की वारदात के बाद से ही ‘साझा संस्कृति मंच’ प्रशासन से कार्यवाही की मांग करता आ रहा है लेकिन उसके परिवार को आजतक कोई मुआवजा नही मिला. विगत एक माह में महिलाओं और बच्चियों के प्रति हिंसा लगातार बढ़ी है. जैतपुरा थानान्तर्गत अमरपुर मढि़या की तीन साल की बच्ची के साथ हुई बलात्कार एवं हिंसा की भयानक घटना के खिलाफ हम बनारस के सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभिन्न संगठनों के लोग वाराणसी के प्रशासन, पुलिस एवं स्वास्थ्य के महकमे की असंवेदनशीलता और लापरवाही के विरुद्ध संघर्ष करते रहे। उक्त बच्ची के साथ हुई भयानक हिंसा जिसमें उसके शरीर पर ब्लेड से बनाये गये तमाम घावों से खून रिस रहा था, ऐसी हालत में भी डाक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया। जैतपुरा थाने ने तहरीर पर मुकदमा कमजोर धाराओं में लगाया और हर बार की तरह इस केस को भी इसी प्रकार ही दबा देने के प्रयास शुरू हो गये। 21-22 दिनों तक नाबालिग बच्ची अपनी जिन्दगी के लिए संघर्ष करती रही उसके घावों से मवाद आना शुरू हो गया, ईलाज की समुचित व्यवस्था नहीं हो पायी अंततः उसकी मौत हो गई। इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र में घटित एक और घटना तथा उसके बाद काशी स्टेशन पर 14 जुलाई को जी आर पी की नाक के नीचे की जघन्य वारदात आदि सभी मामले एक जैसे हैं जहाँ गरीब नाबालिग बच्चियों को रात मे अपहरण कर के बलात्कार और जघन्य हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया.
“साझा संस्कृति मंच” एवं बनारस की गरीब जनता की और से प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारीयों से अपील की कि :
1. महिला हिंसा के मामलो में जीरो टालरेंस अपनाते हुए हर थाने, हर चौकी, अस्पताल, जिला प्रशासन को संवेदनशील और सक्रिय बनाने हेतु विशेष ध्यान दें। सबसे ज्यादा यह जरूरी है अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए विशेष प्रयास हो
2. ऐसे मामलों में पीड़ित परिवारों को तत्काल मुआवजा दिया जाये . .
3. पीडिता की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था पूर्णतया निःशुल्क होना सुनिश्चित किया जाय.
4. दलित परिवारों की बच्चियों के मामले में दलित उत्पीडन की धाराएँ भी शामिल की जांय.
5. यौन हिंसा के मामलों की जाँच यथाशीघ्र पूरी करना सुनिश्चित किया जाय जिससे शीघ्र न्याय मिले.
जिलाधिकारी प्रांजल यादव ने शीघ्र ही समन्धित अधिकारियों की बैठक कर कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया, वहीँ पुलिस महानिरीक्षक श्री सेंगर ने यौन हिंसा के मामले में पीडिता को तत्काल आर्थिक सहायता शीघ्र दिलाने के लिए कार्यवाही करने का आश्वासन दिया. जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात रंजन ने कहा कि प्रदेश में "रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष नियमावली 2015" लागू हो चुकी है जिसके तहत 14 फरवरी 2015 के बाद वाराणसी जनपद में घटित कुल 9 मामलों में आर्थिक सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया चल रही है, शीघ्र ही पीडिताओं के परिवार को आर्थिक सहायता मिल जायेगी.
अधिकारियों से मिलने के बाद यह प्रतिनिधिमंडल बी एच यू के ट्रामा सेंटर भी गया जहाँ विगत दिनों काशी स्टेशन पर यौन हिंसा का शिकार हुयी 4 वर्षीय बच्ची जीवन और मौत के बीच संघर्षरत है, वहां बच्ची के परिजनों, सुरक्षा में तैनात जी आर पी जवानो और चिकित्सकों से मिल कर बच्ची के स्वास्थ्य और इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की , उन्होंने बताया कि बच्ची की स्थिति में आंशिक सुधार है.
भवदीय
साझा संस्कृति मंच
वाराणसी
संपर्क नम्बर्स :
(डा आनंद प्रकाश तिवारी 9125950905)
(जागृति राही 9450015899 )
(अनूप श्रमिक 8960532110)
(वल्लभाचार्य पाण्डेय 9415256848)
(रंजू 9450249555)
22.7.15
वाराणसी में बढती यौनहिंसा की घटनाओं पर नियंत्रण और पीड़ित बच्चियों तथा महिलाओं के लिए मुआवजे की मांग
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