नई दिल्ली । 46 वां सर्वोदय समाज, सम्मेलन 1 से 3 नवम्बर 2015 को गाँधी आश्रम, किंग्सवे कैम्प, दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है, विभिन्न गांधीवादी, रचनात्मक एवं समानधर्मी संस्थाओं के लगभग 4000 प्रतिनिधि मिलकर समकालीन चुनौतियों पर चर्चा करेंगे और उसका समाधान तलाश करेंगे। सर्वोदय समाज सभी रचनात्मक साथियों का एक बड़ा राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है जहाँ विभिन्न लोग अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे ताकि भविष्य के लिए उन्हें प्रेरणा और संदेश प्राप्त हो सके। यह सम्मेलन 65 वर्षों की एक परंपरा भी है और सभी गांधीवादी संस्थाओं का आधारभूत संगठन भी है जिसमें खादी, ग्राम स्वराज्य, प्राकृतिक चिकित्सा, हिंदी प्रचार, स्वच्छता, गौ सेवा, जैविक खेती, पर्यावरण, पारम्परिक ज्ञान, स्थानीय दस्तकरी, आदिवासी और न्याय आदि शामिल विषय चर्चा में लिये जाते हैं।
30.10.15
46 वा सर्वोदय समाज सम्मेलन 2015 गाँधी आश्रम, हरिजन सेवक संघ किंग्सवे कैम्प, नई दिल्ली 110009
नई दिल्ली । 46 वां सर्वोदय समाज, सम्मेलन 1 से 3 नवम्बर 2015 को गाँधी आश्रम, किंग्सवे कैम्प, दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है, विभिन्न गांधीवादी, रचनात्मक एवं समानधर्मी संस्थाओं के लगभग 4000 प्रतिनिधि मिलकर समकालीन चुनौतियों पर चर्चा करेंगे और उसका समाधान तलाश करेंगे। सर्वोदय समाज सभी रचनात्मक साथियों का एक बड़ा राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है जहाँ विभिन्न लोग अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे ताकि भविष्य के लिए उन्हें प्रेरणा और संदेश प्राप्त हो सके। यह सम्मेलन 65 वर्षों की एक परंपरा भी है और सभी गांधीवादी संस्थाओं का आधारभूत संगठन भी है जिसमें खादी, ग्राम स्वराज्य, प्राकृतिक चिकित्सा, हिंदी प्रचार, स्वच्छता, गौ सेवा, जैविक खेती, पर्यावरण, पारम्परिक ज्ञान, स्थानीय दस्तकरी, आदिवासी और न्याय आदि शामिल विषय चर्चा में लिये जाते हैं।
26.10.15
पीएम को खुला खत : जनसंख्या के अनुसार 100 फीसदी आरक्षण हो, आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया तो देश खंड-खंड हो जायेगा
श्री नरेन्द्र मोदी जी
प्रधानमंत्री
भारत सरकार, नयी दिल्ली।
विषय : आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया तो देश खण्ड—खण्ड हो जायेगा।
उपरोक्त विषय में और जनहित में हक रक्षक दल सामाजिक संगठन की ओर से आपको सार्वजनिक रूप से अवगत करवाया जाता है कि समाजशास्त्रियों के अनुमानों के अनुसार वर्तमान भारत में ब्राह्मणों की कुल जनसंख्या मात्र 2.5 से 3 फीसदी है। समस्त आर्यों की कुल जनसंख्या 10 से 12 फीसदी है। जबकि वर्तमान में 80 फीसदी से अधिक प्रशासनिक पदों पर आर्यों का कब्जा है। नीति—नियन्ता प्रशासनिक, शासकीय और न्यायिक पदों पर 95 से 99 फीसदी पदों पर आर्यों का कब्जा है। जिसके कारण शेष सम्पूर्ण अनार्य आबादी, आर्यों के शिकंजे में कैद है और अन्याय सहने को विवश है। आर्य राजनैतिक दलों का लोकतंत्र पर सम्पूर्ण कब्जा है।
प्रधानमंत्री
भारत सरकार, नयी दिल्ली।
विषय : आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया तो देश खण्ड—खण्ड हो जायेगा।
उपरोक्त विषय में और जनहित में हक रक्षक दल सामाजिक संगठन की ओर से आपको सार्वजनिक रूप से अवगत करवाया जाता है कि समाजशास्त्रियों के अनुमानों के अनुसार वर्तमान भारत में ब्राह्मणों की कुल जनसंख्या मात्र 2.5 से 3 फीसदी है। समस्त आर्यों की कुल जनसंख्या 10 से 12 फीसदी है। जबकि वर्तमान में 80 फीसदी से अधिक प्रशासनिक पदों पर आर्यों का कब्जा है। नीति—नियन्ता प्रशासनिक, शासकीय और न्यायिक पदों पर 95 से 99 फीसदी पदों पर आर्यों का कब्जा है। जिसके कारण शेष सम्पूर्ण अनार्य आबादी, आर्यों के शिकंजे में कैद है और अन्याय सहने को विवश है। आर्य राजनैतिक दलों का लोकतंत्र पर सम्पूर्ण कब्जा है।
योग से मधुमेह मुक्ति की सैकड़ों लोंगो ने की शुरुआत
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योग गुरु डा.एच.आर. नागेन्द्र की प्रेरणा से एस व्यास (स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान) योग विश्वविद्यालय, बंगलौर ने काशी में “मधुमेह मुक्त भारत अभियान” के तहत 26 अकटूबर 2015 से सप्ताहव्यापी योग शिविर का शुभारंभ हुआ। कैलाश पुरी सेवा आश्रम, रानी पुर(मडुआडी स्टेशन के पास) परिसर में पहले दिन सैकड़ों लोगों ने योग से मधुमेह मुक्ति की शुरुआत की।
पुलिस की करतूतों पर पर्दा डालती है कासगंज की मीडिया
अमन पठान, कासगंज
कासगंज कोतवाली प्रभारी के इशारे पर एसएसआई के द्वारा ली गई घूस का प्रकरण सार्वजनिक हो गया और एक ऑडियो टेप भी वायरल हुआ, लेकिन अफ़सोस मुख्यमंत्री के सजातीय पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कोई कार्यवाई नही की गई और न पीड़ित से ली गई घूस लौटाई गई। हर बार की तरह इस बार भी कासगंज की मीडिया ने पुलिस की करतूत पर पर्दा डाल दिया। क्या यही है पत्रकारिता का दायित्व?
कासगंज कोतवाली प्रभारी के इशारे पर एसएसआई के द्वारा ली गई घूस का प्रकरण सार्वजनिक हो गया और एक ऑडियो टेप भी वायरल हुआ, लेकिन अफ़सोस मुख्यमंत्री के सजातीय पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कोई कार्यवाई नही की गई और न पीड़ित से ली गई घूस लौटाई गई। हर बार की तरह इस बार भी कासगंज की मीडिया ने पुलिस की करतूत पर पर्दा डाल दिया। क्या यही है पत्रकारिता का दायित्व?
बालिका महोत्सव में लड़,लड़कियों ने माँगा बराबरी का हक
बालिकाओं ने निकाली कन्या भ्रूण हत्या, यौन उत्पीड़न, दहेज़,बाल विवाह आदि के खिलाफ जोरदार रैली
मेहदीगंज राजातालाब वाराणसी २५ अक्टूबर रविवार लोक समिति वाराणसी और यूनियन बैंक वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बाल महोत्सव का आयोजन किया गया। राजातालाब स्थित सिचाई डाक बंगला में आयोजित कार्यक्रम में आराजी ब्लाक के दर्जनो गाँवो से किशोरी लड़कियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के पूर्व सभी लड़कियां मेहदीगंज मोड़ पर सभी लड़कियां एकत्रित और कन्या भ्रूण हत्या,यौन उत्पीड़न,दहेज़,बाल विवाह आदि के खिलाफ जोरदार रैली निकाली। रैली में शामिल लड़कियां तिलक दहेज़ छोडो जाती पाती तोड़ो,भीख नही अधिकर चाहिए जीने का सम्मान चाहिए,औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान,कन्या भ्रूण हत्या बंद करो,का नारे और पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।
मेहदीगंज राजातालाब वाराणसी २५ अक्टूबर रविवार लोक समिति वाराणसी और यूनियन बैंक वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बाल महोत्सव का आयोजन किया गया। राजातालाब स्थित सिचाई डाक बंगला में आयोजित कार्यक्रम में आराजी ब्लाक के दर्जनो गाँवो से किशोरी लड़कियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के पूर्व सभी लड़कियां मेहदीगंज मोड़ पर सभी लड़कियां एकत्रित और कन्या भ्रूण हत्या,यौन उत्पीड़न,दहेज़,बाल विवाह आदि के खिलाफ जोरदार रैली निकाली। रैली में शामिल लड़कियां तिलक दहेज़ छोडो जाती पाती तोड़ो,भीख नही अधिकर चाहिए जीने का सम्मान चाहिए,औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान,कन्या भ्रूण हत्या बंद करो,का नारे और पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।
22.10.15
जिंदा जलाए गए दलित बच्चों की तुलना कुत्तों से करने वाले वीके सिंह के खिलाफ दर्ज हो एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा
लखनऊ 22 अक्टूबर 2015। रिहाई मंच ने अल्पसंख्यक आयोग द्वारा दादरी में
मोहम्मद एखलाक की हत्या को सुनियोजित हत्या करार देने की रिपोर्ट को
केंद्र सरकार के मुंह पर तमाचा बताते हुए मांग की है कि पूरे देश में
मुसलमानों और दलितों के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाओं को स्र्वाेच्च
न्यायालय खुद संज्ञान में लेते हुए इसकी जांच के लिए अपने मौजूदा जज के
नेतृत्व में जांच आयोग गठित करे। वहीं इंसाफ अभियान ने हरियाणा समेत पूरे
देश में दलितों के खिलाफ हो रही हिंसा पर भाजपा के दलित सांसदों से
इस्तीफा देने की मांग के साथ ही केंद्रिय मंत्री वीके सिंह द्वारा जिंदा
जला दिए गए दलित बच्चों की तुलना कुत्तों से करने पर उनके खिलाफ एससी
एसटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
मोहम्मद एखलाक की हत्या को सुनियोजित हत्या करार देने की रिपोर्ट को
केंद्र सरकार के मुंह पर तमाचा बताते हुए मांग की है कि पूरे देश में
मुसलमानों और दलितों के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाओं को स्र्वाेच्च
न्यायालय खुद संज्ञान में लेते हुए इसकी जांच के लिए अपने मौजूदा जज के
नेतृत्व में जांच आयोग गठित करे। वहीं इंसाफ अभियान ने हरियाणा समेत पूरे
देश में दलितों के खिलाफ हो रही हिंसा पर भाजपा के दलित सांसदों से
इस्तीफा देने की मांग के साथ ही केंद्रिय मंत्री वीके सिंह द्वारा जिंदा
जला दिए गए दलित बच्चों की तुलना कुत्तों से करने पर उनके खिलाफ एससी
एसटी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
देश पर जबर्दस्ती थोपा जाने वाला तनाव
अजय कुमार, लखनऊ
देश में सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है। इसी को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है।मुट्ठी भर नेताओं और चंद मीडिया समूहों द्वारा देश पर थोपा गया ‘तनाव’ देश की सवा सौ करोड़ शांति प्रिय जनता पर भारी पड़ रहा है। पूरे हिन्दुस्तान में माहौल ऐसा तैयार किया जा रहा है, मानो दादरी कांड़, बीफ मुद्दा,आरएएस का आरक्षण पर बयान, कुछ साहित्यकारों का पुरस्कार लौटाना,एक-दो नेताओं पर स्याही फेंकने की घटनाएं,गरबा डांस कार्यक्रम पर हंगामा,शिवसैनिकों के उदंड,प्रधानमंत्री पर अनाप-शनाप बयानबाजी करने वाले नेताओं को लाइमलाइट में लाने जैसी खबरों के अलावा मीडिया के पास दिखाने को कुछ बचा ही नहीं है।वो सब दिखाया जा रहा है जिससे देश को नुकसान हो सकता है।
देश में सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है। इसी को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है।मुट्ठी भर नेताओं और चंद मीडिया समूहों द्वारा देश पर थोपा गया ‘तनाव’ देश की सवा सौ करोड़ शांति प्रिय जनता पर भारी पड़ रहा है। पूरे हिन्दुस्तान में माहौल ऐसा तैयार किया जा रहा है, मानो दादरी कांड़, बीफ मुद्दा,आरएएस का आरक्षण पर बयान, कुछ साहित्यकारों का पुरस्कार लौटाना,एक-दो नेताओं पर स्याही फेंकने की घटनाएं,गरबा डांस कार्यक्रम पर हंगामा,शिवसैनिकों के उदंड,प्रधानमंत्री पर अनाप-शनाप बयानबाजी करने वाले नेताओं को लाइमलाइट में लाने जैसी खबरों के अलावा मीडिया के पास दिखाने को कुछ बचा ही नहीं है।वो सब दिखाया जा रहा है जिससे देश को नुकसान हो सकता है।
मोतिहारी के फर्जी पत्रकारों से सावधान रहें प्रत्याशी
विधानसभा चुनाव के मौसम में जिले में इन दिनों अप्रत्याशित रूप से फर्जी पत्रकारों की बाढ़ गई है। बड़े-बड़े बैग में एसएलआर या वीडियो कैमरा लटकाए ये कथित पत्रकार किसी भी स्तरीय मीडिया घराने से नहीं जुड़े हैं। ना ही पत्रकारिता से इनका कोई नाता है। लेकिन किसी भी चुनावी सभा में ये मुफ्तखोर आगे ही दिख जाएंगे। मुंह में गुटखा चबाते, दूसरे पर रौब गांठते या कुर्सियों पर कब्जा जमाए हुए। सभा के बाद दो-चार सौ रूपए के लिए रिरियाते या हेकड़ी बांधते इन पीत पत्रकारों यानी दलमचियों की पहचान आसानी से की जा सकती है।
21.10.15
जनलोकपाल- स्वराज की टोपी पहनकर 49 दिन बाद इस्तीफा देना क्या एक ड्रामा था?
आदरणीय केजरीवाल जी,
यदि वर्तमान कानून से ही लोकायुक्त नियुक्त करना था तो पिछली बार इस्तीफ़ा देकर, जनता पर चुनाव थोपकर, जनता के पैसे की बर्बादी करने की क्या जरुरत थी? जनलोकपाल-स्वराज को मैनिफेस्टो में टॉप प्रायोरिटी पर रखना और 2014 में मंत्रिमंडल से पास करना क्या एक पाखंड और दिखावा था? जनलोकपाल- स्वराज की टोपी पहनकर 49 दिन बाद इस्तीफा देना क्या एक ड्रामा था?
यदि वर्तमान कानून से ही लोकायुक्त नियुक्त करना था तो पिछली बार इस्तीफ़ा देकर, जनता पर चुनाव थोपकर, जनता के पैसे की बर्बादी करने की क्या जरुरत थी? जनलोकपाल-स्वराज को मैनिफेस्टो में टॉप प्रायोरिटी पर रखना और 2014 में मंत्रिमंडल से पास करना क्या एक पाखंड और दिखावा था? जनलोकपाल- स्वराज की टोपी पहनकर 49 दिन बाद इस्तीफा देना क्या एक ड्रामा था?
फरीदाबाद में मासूम बच्चों को जला कर मारना एक जघन्य अपराध- दारापुरी
लखनऊ: 21 अक्तूबर, 2015
फरीदाबाद के सनपेडा गाँव में दो मासूम दलित बच्चों की जला कर हत्या एक जघन्य अपराध है. यह बात आज एस.आर.दारापुरी पूर्व आई.जी. राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने प्रेस विज्ञप्ति में कही है. उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह हरियाणा सरकार द्वारा दलितों की घोर उपेक्षा का परिणाम है. अगर सरकार ने दलितों द्वारा अपने ऊपर सवर्णों द्वारा संभावित हमले की शिकायत पर सुरक्षा की उचित व्यवस्था की होती तो यह जघन्य घटना घटित न हो पाती.
फरीदाबाद के सनपेडा गाँव में दो मासूम दलित बच्चों की जला कर हत्या एक जघन्य अपराध है. यह बात आज एस.आर.दारापुरी पूर्व आई.जी. राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने प्रेस विज्ञप्ति में कही है. उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह हरियाणा सरकार द्वारा दलितों की घोर उपेक्षा का परिणाम है. अगर सरकार ने दलितों द्वारा अपने ऊपर सवर्णों द्वारा संभावित हमले की शिकायत पर सुरक्षा की उचित व्यवस्था की होती तो यह जघन्य घटना घटित न हो पाती.
19.10.15
जागरूक फार्मासिस्टों ने अपने लाइसेंस पर चलने वाली पूंजीपतियों की फर्जी दुकानों को रद्द कराना शुरू कर दिया है
विकास के लिए भारत का स्वस्थ होना जरूरी
स्वस्थ भारत अभियान को लेकर सरकारी दावे ढेर सारे किए जाते हैं पर जमीनी हकीकत हमको आपको सबको पता है. स्वास्थ्य को लेकर आज भी लोगों के बीच जागरूकता की कमी साफ तौर पर नजर आती है. देश को विकास दिखाया जाता है, विकास के मॉडल तले भरमाया जाता है, वहीं स्वास्थ्य के लिए बजट बढ़ाने की बजाय इसे कम कर दिया गया. स्वस्थ भारत की ओर सरकारों का क्या प्रयास रहा है, क्या योगदान रहा है, आज इस पर कुछ ज्यादा जानकारी के लिए स्वस्थ भारत अभियान के राजकीय संयोजक आशुतोष कुमार सिंह से बातचीत हुई. आशुतोष सतत रूप से लोगों को जागरूक करने की कोशिशें कर रहे हैं.
गो रक्षा और जैन धर्म
-डॉ अनेकांत कुमार जैन
जैन धर्म का मूल अहिंसा है अतः जैन धर्म सभी जीवों की हत्या और उनके मांस सेवन का कड़ा निषेध करता है | वे सिर्फ गाय ही नहीं बल्कि किसी भी पशु-पक्षी को कष्ट नहीं पहुँचाते ।यह सही है कि चूँकि जैन धर्म में मात्र वीतरागता की ही पूजा की जाती है अतः वे गाय की अर्घ चढ़ा कर पूजा अर्चना नहीं करते हैं और न ही इस बात पर विश्वास करते हैं कि उसमें ३३ करोड़ देवी देवताओं का वास है और न ही यह मानते हैं कि परलोक में वैतरणी नदी उसकी पूँछ पकड़ कर ही पार की जाती है |इस विषय में जैन धर्म बहुत यथार्थवादी है,वह इसे जरूरी नहीं मानता कि किसी को सम्मान देने के लिए उसमें किसी भी प्रकार की धार्मिक आस्था या देवत्व की स्थापना की ही जाय |
जैन धर्म का मूल अहिंसा है अतः जैन धर्म सभी जीवों की हत्या और उनके मांस सेवन का कड़ा निषेध करता है | वे सिर्फ गाय ही नहीं बल्कि किसी भी पशु-पक्षी को कष्ट नहीं पहुँचाते ।यह सही है कि चूँकि जैन धर्म में मात्र वीतरागता की ही पूजा की जाती है अतः वे गाय की अर्घ चढ़ा कर पूजा अर्चना नहीं करते हैं और न ही इस बात पर विश्वास करते हैं कि उसमें ३३ करोड़ देवी देवताओं का वास है और न ही यह मानते हैं कि परलोक में वैतरणी नदी उसकी पूँछ पकड़ कर ही पार की जाती है |इस विषय में जैन धर्म बहुत यथार्थवादी है,वह इसे जरूरी नहीं मानता कि किसी को सम्मान देने के लिए उसमें किसी भी प्रकार की धार्मिक आस्था या देवत्व की स्थापना की ही जाय |
नफरतों का असर देखो, जानवरों का बटवारा हो गया, गाय हिन्दु हो गयी, और बकरा मुसलमान हो गया
बिलासपुर : हरिवंशराय बच्चन जी की उपरोक्त पंक्तियां बिलासपुर के एस0डी0कन्या इंटर काॅलेज बिलासपुर में आयोजित सदभावना गोष्ठी में वरिष्ठ किसान नेता व समाजसेवी ठाकुर धीरेन्द्र सिंह ने उपस्थित लोगों के मध्य कही। जैसा कि नफरत फैलाने वाली ताकतों ने विगत दिनों में इंसानियत पर चोट की है, उसी को देखते हुए, धीरेन्द्र सिंह द्वारा सदभावना गोष्ठियों के माध्यम से नागरिकों को नफरत के बीज बोने वाले लोगों के खिलाफ उठकर खडा होने व भाईचारे का माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
घूसखोरी प्रकरण: पत्रकार ने एसपी से आरटीआई के तहत माँगा जबाव
अमन पठान
कासगंज। पुलिस के घूसखोरी प्रकरण में एसपी ने पत्रकार को फंसाने की जो चाल चली थी। उस चाल में वह खुद फंसते नजर आ रहे हैं। एसपी ने जारी किये प्रेस नोट में पत्रकार अमन पठान का आपराधिक चरित्र बताया था और प्रेस नोट में कई ऐसे लीक पॉइंट थे। जिस कारण अमन पठान ने एसपी हिमांशु कुमार से आरटीआई के तहत कई बिन्दुओं पर जबाव माँगा है। कुल मिलाकर कासगंज एसपी का अपने ही बिछाये जाल में फंसना लगभग तय हो चुका है।
कासगंज। पुलिस के घूसखोरी प्रकरण में एसपी ने पत्रकार को फंसाने की जो चाल चली थी। उस चाल में वह खुद फंसते नजर आ रहे हैं। एसपी ने जारी किये प्रेस नोट में पत्रकार अमन पठान का आपराधिक चरित्र बताया था और प्रेस नोट में कई ऐसे लीक पॉइंट थे। जिस कारण अमन पठान ने एसपी हिमांशु कुमार से आरटीआई के तहत कई बिन्दुओं पर जबाव माँगा है। कुल मिलाकर कासगंज एसपी का अपने ही बिछाये जाल में फंसना लगभग तय हो चुका है।
18.10.15
बनारस के नारद घाट पर सफाई अभियान जारी
वाराणसी में गंगा के नारद घाट पर देव एक्सेल फाउंडेशन के तत्वावधान में सफाई का कार्य आज भी जारी रहा.बाढ़ के दौरान जमा हुयी रेत को हटाने में आज "शुरुआत" संगठन के 2 दर्जन अधिक युवा तडके सुबह से ही जुट गये थे.
घूसखोरी प्रकरण: सच लिखने पर पत्रकार फसाने में जुटी पुलिस
अमन पठान, कासगंज
पुलिस की घूसखोरी का खुलासा करने वाले पत्रकार अमन पठान को झूठे मामले में फसाने का कासगंज एसपी हिमांशु कुमार ने जो जाल बुना है। उस जाल में वह खुद फसते नजर आ रहे हैं। एसपी अपने अधीनस्थों को बचाने और पत्रकार को फसाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। इसमें उनका साथ कासगंज के कुछ मीडियाकर्मी दे रहे हैं।
पुलिस की घूसखोरी का खुलासा करने वाले पत्रकार अमन पठान को झूठे मामले में फसाने का कासगंज एसपी हिमांशु कुमार ने जो जाल बुना है। उस जाल में वह खुद फसते नजर आ रहे हैं। एसपी अपने अधीनस्थों को बचाने और पत्रकार को फसाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। इसमें उनका साथ कासगंज के कुछ मीडियाकर्मी दे रहे हैं।
मासिक ई-पत्रिका ‘उत्तर-वार्ता’ हुई लांच
मासिक ई-पत्रिका ‘उत्तर-वार्ता’ ऑनलाइन लांच हो गई है। इसका पहला अंक अक्टूबर, 2015 ऑनलाइन www.notnul.com/newarrival पर उपलब्ध है। इसका पहला अंक ‘बिहार चुनाव विशेषांक’ के रूप में निकाला गया है। पहले अंक में राजेन्द्र यादव, हरिशंकर परसाई, अली अनवर अंसारी, अनिल चमड़िया, उर्मिलेश, शिवानंद तिवारी, तब्बसुम फातिमा, संजय कुमार, बीरेन्द्र यादव, ईर्शादुल हक, कैलाश दहिया, वरूण शैलेश, कृष्ण कुमार यादव, आकांक्ष यादव, चंद्रशेखर कुमार के लेख, साक्षात्कार, रिपोर्ट, समीक्षा और अन्य स्तंभों के साथ प्रकाशित किया गया है।
सोनभद्र में मजदूरों की 'संगठित हत्या' का राज दफन करने की कवायद शुरू
सफेदपोश खनन माफियाओं, भ्रष्ट नौकरशाहों और तथाकथित जनप्रतिनिधियों ने रची साजिश! मुआवजा और मजिस्ट्रेट जांच के नाम पर जनता की आवाज को दबाने की कोशिश। सीबीसीआईडी/ सीबीआई से हो 27 फरवरी 2012 और 15 अक्टूबर, 2015 को हुए हादसों की जांच।
शिव दास
सोनभद्र। सफेदपोश खनन माफियाओं, भ्रष्ट नौकरशाहों और तथाकथित जनप्रतिनिधियों के गठजोड़ ने एक बार फिर खनन मजदूरों की ‘संगठित हत्या’ का राज दफन करने की कवायद शुरू कर दी है। जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी ने अपने मातहत डिप्टी कलेक्टर गिरजा शंकर सिंह को पिछले दिनों बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुए विस्फोट की मजिस्ट्रेट जांच सौंपी है। डिप्टी कलेक्टर हादसे के लिए जिम्मेदार विभिन्न पहलुओं के साथ संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका से संबंधित जांच रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर जिलाधिकारी को सौंपेंगे। वहीं सूबे की राजधानी स्थित खनन निदेशालय के निदेशक एसके राय ने सोनभद्र के खनिजों का अवैध दोहन कराकर खनन मजदूरों के लिए मौत का कुआं (पत्थर की खदान) तैयार कराने वाले विभागीय अधिकारी आरपी सिंह को जांच के लिए भेजा है जो यहां जिला खान अधिकारी रह चुके हैं। गौर करने वाली बात है कि आरपी सिंह के कार्यकाल के दौरान जिले में अवैध खनन और परिवहन का गोरखधंधा जमकर फलफूल रहा था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितनी जिम्मेदारी और ईमानदारी से हादसे की जांच करेंगे।
शिव दास
सोनभद्र। सफेदपोश खनन माफियाओं, भ्रष्ट नौकरशाहों और तथाकथित जनप्रतिनिधियों के गठजोड़ ने एक बार फिर खनन मजदूरों की ‘संगठित हत्या’ का राज दफन करने की कवायद शुरू कर दी है। जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी ने अपने मातहत डिप्टी कलेक्टर गिरजा शंकर सिंह को पिछले दिनों बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुए विस्फोट की मजिस्ट्रेट जांच सौंपी है। डिप्टी कलेक्टर हादसे के लिए जिम्मेदार विभिन्न पहलुओं के साथ संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका से संबंधित जांच रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर जिलाधिकारी को सौंपेंगे। वहीं सूबे की राजधानी स्थित खनन निदेशालय के निदेशक एसके राय ने सोनभद्र के खनिजों का अवैध दोहन कराकर खनन मजदूरों के लिए मौत का कुआं (पत्थर की खदान) तैयार कराने वाले विभागीय अधिकारी आरपी सिंह को जांच के लिए भेजा है जो यहां जिला खान अधिकारी रह चुके हैं। गौर करने वाली बात है कि आरपी सिंह के कार्यकाल के दौरान जिले में अवैध खनन और परिवहन का गोरखधंधा जमकर फलफूल रहा था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितनी जिम्मेदारी और ईमानदारी से हादसे की जांच करेंगे।
सीएम के लिए नहीं पीएम के लिए वोट करे बिहार की जनता
सिकंदर हयात
हिंदी प्रदेशो का ये इतिहास रहा हे खासकर यूपी बिहार का की हम लोग संकीर्ण उपराष्ट्रवाद में या प्रान्तीयता में दिलचस्पी नहीं लेते हे मगर इस बार संकीर्णता और प्रान्तीयता से दूर रहते हुए भी बिहार की जनता से अपील हे की वो गंभीरता से बिहार के एक आदमी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए आगे बढ़ाय और सभी लोग सब बाते भुलाकर एकजुट होकर अपने राज्य के एक आदमी आदमी को पी एम पद के लिए आग़े बढ़ाय
हिंदी प्रदेशो का ये इतिहास रहा हे खासकर यूपी बिहार का की हम लोग संकीर्ण उपराष्ट्रवाद में या प्रान्तीयता में दिलचस्पी नहीं लेते हे मगर इस बार संकीर्णता और प्रान्तीयता से दूर रहते हुए भी बिहार की जनता से अपील हे की वो गंभीरता से बिहार के एक आदमी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए आगे बढ़ाय और सभी लोग सब बाते भुलाकर एकजुट होकर अपने राज्य के एक आदमी आदमी को पी एम पद के लिए आग़े बढ़ाय
सरकार बताए कि सोनभद्र में कैसे और किसके आदेश पर रखे गए विस्फोटक : आइपीएफ
लखनऊ । सोनभद्र में रासपहाड़ी खनन क्षेत्र में हुए विस्फोट में आठ मजदूरों की मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने, दोषियों को दण्ड़ित करने, मृतक व घायलों को मुआवजा देने और अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग आज आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने की है। इस सम्बंध में आइपीएफ ने आज राज्यपाल महोदय को पत्रक भेजा। आइपीएफ के प्रदेश संगठन महासचिव दिनकर कपूर ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि उ0 प्र0 सरकार को बताना चाहिए कि वहां इतने बड़े पैमाने पर विस्फोटक कैसे और किसके आदेश पर रखा गया था।
मतदान में चली गोली से मौत बलिया (देखें वीडियोज)
संजीव कुमार
बलिया : उत्तरप्रदेश में पंचायती चुनाव के पिछले दो चरणो के हुए चुनाव में हुई घटनाओ पर एक नजर डाली जाय तो यह देखने को मिलेगा की कही न कही प्रशासन की लापरवाहियों के चलते ही हिंसक वारदाते हुई और आज बलिया के रामगढ़ के बूथ नंबर 191 और 192 पर भी कही न कही पुलिस की नाकामियो का परिणाम ही है की पुलिस के सामने ही दो लोगो को गोलियों से उड़ा दिया गया।
बलिया : उत्तरप्रदेश में पंचायती चुनाव के पिछले दो चरणो के हुए चुनाव में हुई घटनाओ पर एक नजर डाली जाय तो यह देखने को मिलेगा की कही न कही प्रशासन की लापरवाहियों के चलते ही हिंसक वारदाते हुई और आज बलिया के रामगढ़ के बूथ नंबर 191 और 192 पर भी कही न कही पुलिस की नाकामियो का परिणाम ही है की पुलिस के सामने ही दो लोगो को गोलियों से उड़ा दिया गया।
राज्यपाल को 'कलास्रोत' भेंट
लखनऊ। प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक का शनिवार को अलीगंज स्थित कलास्रोत कला दीर्घा एवं कला केन्द्र में स्वागत किया गया। श्री नाईक मोहर्रम पर आधारित प्रदर्शनी और सम्मान समारोह में भाग लेने यहां आए थे। केन्द्र के निदेशक अनुराग डिडवानिया ने पुष्प गुच्छ देकर राज्यपाल का स्वागत किया।
राज्यपाल राम नाईक ने इमाम हुसैन के जीवन पर प्रकाश डाला और इमाम के व्यक्तित्व से शिक्षा लेने की बात पर ज़ोर दिया
लखनऊ, आज नार्थ इण्डिया जर्नलिस्ट वेलफेअर एसोसिएशन द्वारा ‘7वी अखिल भारतीय छायाचित्र एवं पेन्टिंग मोहर्रम प्रदशर्नी’ का उद्घाटन श्री राम नाईक माननीय राज्यपाल उ.प्र. ने कला स्रोत, अलीगंज, लखनऊ में किया। राज्यपाल महोदय ने इमाम हुसैन के जीवन पर प्रकाश डाला और इमाम के व्यक्तित्व से शिक्षा लेने की बात पर ज़ोर दिया।
पंचायत चुनाव में वोट के लिेए पैसा, मुर्गा, दारू का लालच!
मिर्जामुराद वाराणसी। 17 सितम्बर 2015 . गाँवों में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां जोरो पर है। हर उम्मीदवार पंचायत का चुनाव जितने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहा है इसके लिए गाँवो में जहाँ एक ओर प्रत्याशी अपने जाति बिरादरी की दुहाई दे रहे है दूसरी तरफ साड़ी, पैसा, मुर्गा, दारू का लालच देने से भी बाज नही आ रहे है अब ऐसे उम्मीदवारों की खैर नही ग्रामीण महिलायें गांव गाँव में संगठित होकर इसका पुरजोर विरोध करेंगी और पंचायत चुनाव तक गांव गांव में जन जागरण अभियान चलाएंगी।
पुलिस की करतूतों पर पर्दा डालती है कासगंज की मीडिया
अमन पठान, कासगंज
कासगंज कोतवाली प्रभारी के इशारे पर एसएसआई के द्वारा ली गई घूस का प्रकरण सार्वजनिक हो गया और एक ऑडियो टेप भी वायरल हुआ, लेकिन अफ़सोस मुख्यमंत्री के सजातीय पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कोई कार्यवाई नही की गई और न पीड़ित से ली गई घूस लौटाई गई। हर बार की तरह इस बार भी कासगंज की मीडिया ने पुलिस की करतूत पर पर्दा डाल दिया। क्या यही है पत्रकारिता का दायित्व?
अब सिर्फ सीएम पर भरोसा! अधिकारी तो खेलते हैं जनता की भावना से
बाडमेर दौरे से पहले सीएम को भेजेंगे शिकायतों का पुलिंदा
बंशीलाल चौधरी
बालोतरा। पिछले दो सालों से अधिक समय से लाईट कनेक्शन का इंतजार कर रहे ग्रामीणों का अब जिले की नौकरशाह से भरोसा उठ चुका हैं। अब ग्रामीण सीधे सीएम से फरियाद करना चाह रहे हैं। मामला हैं पाटोदी पंचायत समिति अन्तर्गत कोडूका गांव का जहां के ग्रामीणों ने ग्रुप में घरेलू कनेक्शन के लिए वर्ष 2013 में आवेदन किया था, लेकिन उन्हे आज दिन तक विद्युत कनेक्शन नही मिला हैं।
बंशीलाल चौधरी
बालोतरा। पिछले दो सालों से अधिक समय से लाईट कनेक्शन का इंतजार कर रहे ग्रामीणों का अब जिले की नौकरशाह से भरोसा उठ चुका हैं। अब ग्रामीण सीधे सीएम से फरियाद करना चाह रहे हैं। मामला हैं पाटोदी पंचायत समिति अन्तर्गत कोडूका गांव का जहां के ग्रामीणों ने ग्रुप में घरेलू कनेक्शन के लिए वर्ष 2013 में आवेदन किया था, लेकिन उन्हे आज दिन तक विद्युत कनेक्शन नही मिला हैं।
17.10.15
धन तेरस, सोमवार, कार्तिक कृ्ष्ण पक्ष 9 नवम्बर, 2015
उत्तरी भारत में कार्तिक कृ्ष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का पर्व पूरी श्रद्धा व विश्वास से मनाया जाता है. देव धनवन्तरी के अलावा इस दिन, देवी लक्ष्मी जी और धन के देवता कुबेर के पूजन की परम्परा है. इस दिन कुबेर के अलावा यमदेव को भी दीपदान किया जाता है. इस दिन यमदेव की पूजा करने के विषय में एक मान्यता है कि इस दिन यमदेव की पूजा करने से घर में असमय मृ्त्यु का भय नहीं रहता है. धन त्रयोदशी के दिन यमदेव की पूजा करने के बाद घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा की ओर मुख वाला दीपक पूरी रात्रि जलाना चाहिए. इस दीपक में कुछ पैसा व कौडी भी डाली जाती है.
14.10.15
दादरी कांड और मूर्ति विसर्जन जैसे विवाद महंगाई से जनता का ध्यान हटाने के लिए... बनारस में शुरू हुआ धरना प्रदर्शन
: बढती महंगाई के विरुद्ध शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन : महंगाई की मार.. क्या यही हैं अच्छे दिन? : आये दिन बढती रोजमर्रा की वतुओं की कीमत से व्यथित होकर आज विभिन्न संगठनों के लोगों ने बनारस के काशी हिन्दू विश्व विद्यालय मुख्य द्वारा पर महगाई विरोधी धरना दिया. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि नरेन्द्र मोदी का एक चुनावी वायदा था कि महंगाई कम करेंगे, किंतु हो उल्टा रहा है, अरहर दाल का दाम चार माह में ही रु. 100 प्रति किलोग्राम से बढ़कर रु. 150-160 हो गया है, यानी डेढ़ गुना से ज्यादा बढ़ोतरी। भला भारत का गरीब इंसान जिसका भोजन उसकी दिहाड़ी पर निर्भर है कैसे अपने बच्चों को दाल खिला पाएगा जो प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत होती हैं। याद रखें कि भारत में आधे बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। यानी जो कुपोषण का शिकार है वह अब भुखमरी का भी शिकार हो सकता है। आम इंसान यदि दाल छोड़ कर रोटी के साथ सिर्फ सब्जी खाना चाहे तो भी मुश्किल है। प्याज का दाम रु. 30-35 प्रति किलो से बढ़कर रु. 60, यानी दोगुना, हो गया है। रोटी के साथ प्याज खाना भी दूभर हो गया है। इसी तरह ज्यादातर सब्जियों के दाम भी करीब-करीब दोगुने हो गए हैं। ऐसा लगता है कि सरकार ने अंततः गरीबी खत्म करने का अनोखा तरीका खोज ही निकाला है - गरीब को ही खत्म कर दो!
11.10.15
ऱाष्ट्रीय लोकसमता पाटीं के घोषणा पत्र में मजीठिया वेतन बोड की सिफारिशों को लागू कराने का जिक्र
विषय : ऱाष्ट्रीय लोकसमता पाटीं के घोषणा पत्र में मजीठिया वेतन बोड की सिफारिशों को लागू कराने का जिक्र
अब पर्युषण में कत्लखाने कभी बंद नहीं होंगे, जीवदया प्रेमी बहुत गुस्से में हैं, एक झटके में 40 साल पुरानी परंपरा समाप्त
मुंबई । धार्मिक मामलों को राजनीतिक मुद्दा बनाने से जीवदया प्रेमियों, धर्मप्रेमियों, वैष्णव समाज और जैन समाज में रोष बढ़ता जा रहा है। पिछले लंबे समय से हर धार्मिक मुद्दे में राजनीतिक अडंगा लगाना लोगों को रास नहीं आ रहा है। खासकर दक्षिण मुंबई में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का इन मामले में चुप रहना लोगों को बहुत परेशान कर रहा है। लोगों का मानना है कि जो लोग समाज के सहयोग से जीतकर आए हैं और समाज की ताकत की वजह से ही जिनका राजनीतिक वजूद बना है, उनका इस तरह से चुप रहना समाज के लिए बहुत खतरनाक है। इस पूरे प्रकरण में खेतवाड़ी के कांग्रेसी नगरसेवक शांतिलाल दोशी समाज के निशाने पर हैं।
सोमवती अमावस्या 12 अक्तूबर 2015
सोमवती अमावस्या 12 अक्तूबर 2015
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। यह अश्विनमास कि अमावस्या सर्वपित्रू अमावस्या 12 अक्तूबर 2015 ये वर्ष में लगभग एक या दो ही बार पड़ती है। पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए अमावस्या के सभी दिन श्राद्ध की रस्मों को करने के लिए उपयुक्त हैं। कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने के लिए भी अमावस्या का दिन उपयुक्त होता है। कई बार देखा है कि वर्ष में कई बार सोमवती अमावस्या आती रहती है इस अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व होता है। विवाहित स्त्रियों द्वारा इस दिन अपने पतियों के दीर्घायु कामना के लिए व्रत का विधान है। इस दिन मौन व्रत रहने से सहस्र गोदान का फल मिलता है। शास्त्रों में इसे अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत की भी संज्ञा दी गयी है। अश्वत्थ यानि पीपल वृक्ष इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा पीपल के वृक्ष की दूध, जल, पुष्प, अक्षत, चन्दन इत्यादि से पूजा और वृक्ष के चारों ओर १०८ बार धागा लपेट कर परिक्रमा करने का विधान होता है और कुछ अन्य परम्पराओं में भँवरी देने का भी विधान होता है। हमारे धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि सोमवार को अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है, पाण्डव पूरे जीवन तरसते रहे परंतु उनके संपूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या नहीं आई।
सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। यह अश्विनमास कि अमावस्या सर्वपित्रू अमावस्या 12 अक्तूबर 2015 ये वर्ष में लगभग एक या दो ही बार पड़ती है। पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए अमावस्या के सभी दिन श्राद्ध की रस्मों को करने के लिए उपयुक्त हैं। कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने के लिए भी अमावस्या का दिन उपयुक्त होता है। कई बार देखा है कि वर्ष में कई बार सोमवती अमावस्या आती रहती है इस अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व होता है। विवाहित स्त्रियों द्वारा इस दिन अपने पतियों के दीर्घायु कामना के लिए व्रत का विधान है। इस दिन मौन व्रत रहने से सहस्र गोदान का फल मिलता है। शास्त्रों में इसे अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत की भी संज्ञा दी गयी है। अश्वत्थ यानि पीपल वृक्ष इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा पीपल के वृक्ष की दूध, जल, पुष्प, अक्षत, चन्दन इत्यादि से पूजा और वृक्ष के चारों ओर १०८ बार धागा लपेट कर परिक्रमा करने का विधान होता है और कुछ अन्य परम्पराओं में भँवरी देने का भी विधान होता है। हमारे धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि सोमवार को अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है, पाण्डव पूरे जीवन तरसते रहे परंतु उनके संपूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या नहीं आई।
2.10.15
वीरेन दा की कविता 'इतने भले न बन जाना साथी' का यशवंत ने किया पाठ, देखिए वीडियो
गुरु दिल्ली आते ही एक प्रयोग किए हैं. अपने गुरुवर और प्रिय कवि वीरेन डंगवाल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी एक कविता का पाठ किया और इस सबको रिकार्ड कराया. ये पहला प्रयोग है. अगर आप लोग सराहेंगे तो आगे वीरेनदा समेत नए पुराने ढेरों कवियों की कविताओं का यूं ही पाठ करके उसका डिजिटलाइजेशन किया जाएगा. आप सभी मित्रों का फीडबैक चाहूंगा, इस वीडियो पर. https://goo.gl/sU1gbe
कानूनी तौर पर पूरा कश्मीर भारत का है.. आप कब लौटाएंगे कश्मीर?
वेद प्रताप वैदिक
भारत सरकार को मैं बधाई देता हूं। उसने संयुक्तराष्ट्र में वह बात उठाई है, जो बात आज तक हमारे किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं उठाई। कश्मीर के सवाल पर हमारी सभी सरकारें- नेहरु से लेकर मोदी तक- दब्बूपन की नीति चलाती रही हैं। वे या तो कश्मीर पर बात करने से कतराती हैं या फिर हकलाती रहती है। अंतरराष्ट्रीय इस्लामी संगठन में भी हमारी कोशिश यह रहती रही है कि कश्मीर का सवाल उठे ही नहीं।
भारत सरकार को मैं बधाई देता हूं। उसने संयुक्तराष्ट्र में वह बात उठाई है, जो बात आज तक हमारे किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं उठाई। कश्मीर के सवाल पर हमारी सभी सरकारें- नेहरु से लेकर मोदी तक- दब्बूपन की नीति चलाती रही हैं। वे या तो कश्मीर पर बात करने से कतराती हैं या फिर हकलाती रहती है। अंतरराष्ट्रीय इस्लामी संगठन में भी हमारी कोशिश यह रहती रही है कि कश्मीर का सवाल उठे ही नहीं।
वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त बने देशबंधु अखबार के कार्यकारी संपादक
वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त ने आज औपचारिक रूप से पत्रकारिता में अपनी नई पारी, छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली से प्रकाशित प्रतीष्ठित हिंदी दैनिक 'देशबंधु' के साथ इसके दिल्ली स्थित कार्यकारी संपादक के रूप में शुरू कर दी है। कुछ दिनों पूर्व लोकमत को अलविदा कहनेवाले जयशंकर गुप्त अपने 35-36 वर्षों के पत्रकार जीवन में इससे पहले दैनिक हिन्दुस्तान, इंडिया टुडे, नवभारत टाइम्स, रविवार, श्रीवर्षा, असलीभारत, राजस्थान पत्रिका और अमृतप्रभात जैसे पत्र पत्रिकाओं के साथ जुडे रहे हैं।