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24.10.21

जिस अखबार का प्रधान संपादक गिरफ्तार हुआ, वह समाचार पत्र पत्रकारों का कर रहा है सम्मान

Rakesh Sharma-

जयपुर। कूटरचित दस्तावेजों से धोखाधड़ी करने के एक मामले में दैनिक राष्ट्र-सम्मत समाचार पत्र के प्रधान संपादक घनश्याम स्वरुप बाघी को अलवर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कई दिनों बाद गत दिनों राजस्थान हाईकोर्ट से उसकी जमानत हुई। बाघी पर चार अन्य आपराधिक केस भी दर्ज है, जो अलवर व जयपुर के पुलिस थानों में दर्ज है। जिस राष्ट्र-सम्मत समाचार पत्र का प्रधान संपादक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है और उस पर अन्य आपराधिक मुकदमें भी दर्ज हैं, वह समाचार पत्र और भारत पत्रकार संघ (अंपजीकृत) रविवार 24 अक्टूबर, 2021 को दौसा में पत्रकारों का सम्मान कर रहा है।


दिलचस्प बात यह है कि सच्ची खबरें बनाम झूठी खबरें विषयक गोष्ठी का भी आयोजन कर रहा है। जिस समाचार पत्र के प्रधान संपादक गिरफ्तार हो चुका है, वह समाचार पत्र प्रबंधन सच्ची खबरों व झूठी खबरों का बखान करेगा और ऐसे लोगों का समाचार पत्र पत्रकारों का सम्मान भी करेगा। सम्मान के लिए इन्होंने भारतीय जन संचार नई दिल्ली के निदेशक प्रो.संजय द्विेदी को मुख्य वक्ता के तौर पर बुलाया है और अध्यक्षता आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक और कभी हिन्दुस्तान समाचार के

सर्वेसर्वा रहे लक्ष्मीनारायण भाला कर रहे हैं। भाला के बारे में बताया जाता है कि आरएएस अब भाला को पहले जैसी तवज्जों नहीं देता है।

आरएएस टीकम चन्द बोहरा, आरपीएससी के पूर्व सदस्य विनोद बिहारी शर्मा को भी आमंत्रित किया है। कार्यक्रम के आयोजन व निवेदक अजय नागर पत्रकार, राष्ट्रीय संयोजक भारत तिब्बत संघ (अपंजीकृत)है। उक्त भारत-तिब्बत संघ के गठन और विवाद को लेकर आरएसएस में भी गंभीर मंथन है। उधर, अजय नागर की छवि भी स्वच्छ नहीं है। ना तो वह पत्रकार है और ना ही पत्रकारिता की। किराना की दुकान, मोबाइल की दुकान, राशन डीलरशिप, टैक्सी वाहन के संचालन के बाद उन्होंने राष्ट्र-सम्मत पत्र प्रारंभ किया और कागजों में ही आधा दर्जन से अधिक संस्करण विभिन्न जिलों  व दिल्ली में प्रकाशित हो रहे हैं। यह अलग बात है कि वे ग्यारहवीं तक पढ़े हैं(स्वतंत्र पत्रकार कार्ड के आवेदन पत्र के मुताबिक) लेकिन जो कार्य उच्च शिक्षित बड़े बड़े पत्रकार नहीं कर पाए, वह अजय नागर ने सरकारी नियमों को धत्ता बताते हुए और अधिकारियों से मिलीभगत करके कर लिया।

हालांकि राष्ट्र-सम्मत समाचार पत्र की फर्जी प्रसार संख्या बताकर सरकारी कोष को चूना लगाने की शिकायतें आरएनआई, डीएवीपी, डीआईपीआर, पीआईबी में लंबित है। अजय नागर के भागीदार घनश्याम स्वरुप बाघी के विरुद्ध फर्जी दस्तावेज व तथ्य देकर पत्रकार अधिस्वीकृत पत्रकार कार्ड बनाने की शिकायत जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा ने दी है, जिसके आधार पर उक्त कार्ड निरस्त कर दिया है। अजय नागर ने भी झूठे तथ्य व दस्तावेज देकर स्वतंत्र पत्रकार का अधिस्वीकृत कार्ड गैर कानूनी रुप से बनाया है, जिसकी भी जांच अंतिम चरण में है। ऐसी भी चर्चा है कि हिन्दुस्तान समाचार भी नागर की शिक्षा संबंधी दस्तावेज, स्वतंत्र पत्रकार कार्ड को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने जा रहा है। मेंबरशिप राशि का गबन करने, पैसे लेकर भी काम नहीं करने जैसे आरोपों के चलते ही अजय नागर को जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान से बर्खास्त किया गया था।

राकेश कुमार शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष
जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार)
9929103959

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