आज भारतीय हॉकी टीम सभी के लिए चर्चा का विषय बनी है वजह केवल एक है और वह है लन्दन ओलम्पिक गोल्ड सभी की इच्छा है की इस बार ये गोल्ड हमारे देश की झोली में आ जाये.
कर दे गोल ..........कर दे गोल !
ना छक्का ना चौका ;
दो हॉकी को मौका ;
सजा लो लबों पर बोल
कर दे गोल ..........कर दे गोल !
शिखा कौशिक जी के द्वारा रचित ये पंक्तियाँ स्वयं स्वरबद्ध की गयी हैं और उनकी ये प्रस्तुति भारतीय टीम में जोश व् उत्साह का संचार करने में मेरे विचार में सक्षम है.शिखा जी की भारतीय टीम के लिए यह सदभावना काबिले तारीफ है.
[सभी फोटो गूगलसे साभार]
प्रस्तुति-शालिनी कौशिक
1 comment:
कर दे गोल, वाह क्या बात है। बढिया प्रस्तुति।
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