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27.12.07

भड़ासियों का शतक पूरा

अभी कुछ दिन पहले 88 भड़ासी हुए थे तो एक पोस्ट लिखी थी कि नए साल में 100 भड़ासी होने चाहिए। और चमत्कार देखिए, चार दिनों में 12 लोगों ने भड़ास की मेंबरशिप लेकर संख्या 98 कर दी है। मतलब सौ पूरे ही समझिए। भड़ास में पिछले दिनों गूगल एडसेंस के तीन विज्ञापन लगाए, एक बाटम में, एक राइटहैंड साइड में और एक टाप पर। जोधपुर से लौटा तो देखा कि उपर वाला विज्ञापन केवल दिख रहा है और दाएं व बाटम वाला अदृश्य हो गया है। समझ में नहीं आ रहा, गूगल एडसेंस किस तरह लगाते हैं। इसका अलग से कोई एकाउंट भी खोलना पड़ता है। अभी इतनी तकनीकी समझ न होने से फिलहाल फिर से गूगल एडसेंस हटा रहा हूं। जब तकनीकी समझदारी किसी साथी से ले लूंगा तब फिर लगाऊंगा। इस एडसेंस को लगाने का सीधा मतलब है ब्लाग को विज्ञापन के लिए खोलना ताकि कुछ पैसा आ सकें। और इन पैसों का क्या होगा। तो, यह पहले से ही पता है कि भड़ास को जब शुरू किया गया था और आगे बढ़ा तो उसमें कई प्रोजेक्ट शामिल हो गए। इसमें पत्रकारों के लिए पुरस्कारर और ट्रेनिंग सेंटर तक खोलने का भी प्रस्ताव भी था। और ये सब आज भी है क्योंकि भड़ास अंतिम तौर पर हिंदी मीडिया से जुड़े लोगों की भलाई के लिए है, न कि निजी लाभ के लिए। भड़ास के जरिए भविष्य में जो भी लाभ मिलेगा, उसे सभी भड़ासियों के भले के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। और हां, पुरस्कार उन्हीं को मिलेगा जो भड़ास के मेंबर होंगे। मतलब भड़ास के सदस्यों के लिए पत्रकारिता पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें ज्यादा वक्त नहीं लगेगा क्योंकि कुछ लोग पुरस्कार को फाइनेंस करने को तैयार होते दिख रहे हैं।

फिलहाल भड़ासियों का शतक पूरा होने का जश्न मनाइए..
जय भड़ास
यशवंत

4 comments:

शशिश्रीकान्‍त अवस्‍थी said...

यशवंत भाई कब जा रहे हो इलाहाबाद क्‍या कानपुर होते हुये जायेगें ।

उन्मुक्त said...

यशवन्त जी,
मैं लिनेक्स - फयरफॉक्स पर चिट्ठे देखता हूं। कुछ समय से जब आपके चिट्ठे पर आता हूं तो दाहिने तरफ लिखा मिलता है, 'युवा पत्रकार नीरज चौधरी, जो अब हमारे बीच नहीं हैं।'
इसके नीचे एक चित्र है।
उसके बाद नीचे लिखा है, 'तुमको न भूल पाएंगे!!!'
इसको देखने से लगता है कि यह नीरज जी का चित्र है। क्या यह बात सही है और चित्र नीरज जी का ही है? कृपया स्पष्ट करें।

यशवंत सिंह yashwant singh said...

उन्मुक्त जी...बिलकुल सही समझा, वो नीरज चौधरी की ही तस्वीर है, उनकी स्मृति जिंदा रखने के लिए....

शशिकांत जी....फोन करियेगा तो पूरा प्रोग्राम बता दूंगा...

यशवंत

Unknown said...

क्या सर जी ..आप शतक के पूरा होने की बात कह रहे थे? यहाँ तो १ हजार से ऊपर मेम्बर्स हो गए...हाहाहाआपके मेहनत का फल है सब ..