देश दुिनया के जाने.माने,न भी जाने.माने भडािसयाें काे इस नए भडासी का सलाम। कभी.कभी बहुत सी बातें िदल में अाकर िदल में ही दम ताेड देती है। न ताे िकसी से कही जा पाती हैं अाैर िदल ज्यादा िदनाें तक उनका बाेझ भी नहीं उठा सकता। करें ताे अािखर क्या। लेिकन अब काेई पंगा नहीं। िनकालाे जीभर अपनी भडास।
23.12.07
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