कानपुर : कानपुर प्रेस क्लब का तो वैसे तो विवादों से पुराना नाता है लेकिन बीते 2 साल के घटना क्रम पर अगर नजर डालें तो ये कानपुर प्रेस क्लब के लिए किसी अभिशाप से काम नहीं थे, बीते साल जून से लगातार एस.आर.न्यूज़ के प्रबन्ध सम्पादक बलवन्त सिंह ने कानपुर प्रेस क्लब के 2014 में हुए चुनावो को चुनौती देते हुए पदाधिकारियों पर फर्जीवाड़ा का प्रेस क्लब पर कब्ज़ा करने का आरोप लगया था, जिसके बाद उनके द्वारा कोर्ट में भी 2 मुक़दमे लगाए गए थे जिसमे लगभग दोनों ही मुकदमों में आने वाले कुछ दिनों में प्रेस क्लब के विपक्ष में एक पक्षीय कार्यवाही हो सकती हैं,
अगर एस.आर. न्यूज़ के सूत्रों की माने तो प्रेस क्लब के ऊपर लगाए गए सिविल केस में तीन-तीन सम्मन प्राप्त होने के बाद भी अब तक प्रेस क्लब ने अपना पक्ष कोर्ट के सामने नहीं रहा है, कोर्ट ने प्रेस क्लब को अंतिम 1 माह का अवसर देते हुए समाचार पत्रों में भी नोटिस पब्लिश करा दी, कि अगर प्रेस क्लब अपना पक्ष नहीं रखता है तो एस.आर.न्यूज़ के पक्ष में एक पक्षीय आदेश पारित कर दिया जायेगा|
क्या है मांग एस.आर.न्यूज़ द्वारा लगाए गए मुक़दमे में
1 . 2013 में हुए प्रेस क्लब के चुनावों को अवैध घोषित किया जाये
2 . 2013 में निर्वाचित हुए सभी पदाधिकारियों को अवैध घोषित किया जाये
3 . निर्वाचित कार्यकारिणी द्वारा अब तक किये गए सभी सभी कार्यों ( सदस्य बनाना, कार्यक्रम आयोजित करना, चंदा लेना) पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाये
4 . प्रेस क्लब में आई.ए.एस या पी.सी.एस रैंक के अधिकारी को कंट्रोलर के रूप में नियुक्त कर उसकी देख रेख में सदस्य बनाकर तब चुनाव कराएं और निर्वाचित कार्यकारिणी को प्रेस क्लब का आधिकारिक रूप से कब्ज़ा दे|
अगर ऐसा हुआ तो कानपुर प्रेस क्लब के नवम्बर में होने वाले संभावित चुनावों पर कोर्ट लगा सकती है रोक |
Bureau Chief
Tv24 Kanpur City
bureauchiefkanpurcity@gmail.com
9.10.16
कानपुर प्रेस क्लब : कब होगा चुनाव?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment