चिता की आग में अब तक धरा की धूल जलती है
अजमेर। अजयमेरु प्रेस क्लब की अगस्त माह की "साहित्यधारा" शनिवार को क्लब के सभागार में सम्पन्न हुई। रचनाकारों ने काव्य की विभिन्न विधाओं के रंग बिखेर कर कार्यक्रम का माहौल खुशनुमा बना दिया। इस बीच बालिकाओं व युवतियों पर लगातार हो रही यौन उत्पीड़न के घटनाओं का दर्द भी रचनाकारों ने अपनी कविताओं में प्रकट किया। कार्यक्रम दो चरणों में हुआ। शुरुआत रजनीश मसीह के मुक्तकों से हुई।