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31.10.21

मोदी सरकार चली गई तो भी रोजगार नहीं मिलेगा


देश के युवा उसी भ्रमजाल में फंस रहे हैं जिस भ्रमजाल 7 साल पहले फंसे थे। तब कांग्रेस के प्रति लोगों में आक्रोश था और भाजपा-आरएसएस का साइलेंट सेल लोगों की नफरत की आग में घी डाल रहा था और फिर साहब आए गुजरात का विकास मॉडल पेश किया। दो करोड़ हर साल रोजगार देने का वादा किया। महंगाई का रोना रोया।
और चुनाव जीतने के बाद सच्चाई आपके सामने है। अब भी वक्त कुछ ऐसा ही है पार्टी बदल गई। अब सभी पार्टियां सरकार के प्रति लोगों में फैली नाराजगी की आग और भड़का रहे हैं पर सवाल वही है कि क्या देश के हर नागरिक को आजीवका का अधिकार (रोजगार) मिलेगा?

भारत-मोदी को एक समझने की गलती न करें विपक्ष

संजय सक्सेना, लखनऊ

कांग्रेस के एक नेता हुआ करते थे देवकांत बरूआ।बरूआ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे थे। बरूआ की पहचान कांग्रेस के दिग्गज नेता सहित पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा के वफादारों में भी होती थी।बरूआ ने ही आपातकाल के दौरान 1975 में नारा दिया था,‘इंदिरा इज इंडिया एंड इंडिया इज इंदिरा’।यह नारा उस वक्त इंदिरा गांधी की ताकत को दिखाता था। एक समय इंदिरा को ‘कामराज की कठपुतली’ और ‘गूंगी गुड़िया’ कहा जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद दुनिया ने उनका एक अलग रूप देखा। बैंकों का राष्ट्रीयकरण, पूर्व रजवाड़ों के प्रिवीपर्स समाप्त करना, 1971 का भारत-पाक युद्ध और 1974 का पहला परमाणु परीक्षण... इन फैसलों से इंदिरा ने अपनी ताकत दिखाई। हालांकि 1975 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनके निर्वाचन को रद्द कर दिया। इसकेे बाद इंदिरा ने आपातकाल लागू कर दिया। इसी समय आया था ‘इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा’ का नारा।हालांकि,इसके ठीक बाद 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हार गई थी। यहां तक की प्रधानमंत्री रहते इंदिरा गांधी तक को हार का सामना करना पड़ा था। देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी। कांग्रेस ने 1977 की हार के लिए मंथन किया तो इसके कारणों में आपातकाल के साथ ही विमर्श में यह बात भी निकल कर आई कि ‘इंदिरा इज इंडिया एंड इंडिया इज इंदिरा’ के नारे का वोटरों के बीच काफी गलत प्रभाव पड़ा था और एक बड़ा वर्ग इससे बेहद नाराज भी था। इसी लिए इस नारे ने भी कांग्रेस की हार में प्रमुख भूमिका निभाई थी।कांग्रेस पर हमला करने के लिए विपक्ष आज भी इस नारे को उसक(कांग्रेस)े खिलाफ जुमले की तरह इस्तेमाल करता है।

27.10.21

पोल-खोल अधिकारी अमिताभ ठाकुर ज़बरन रिटायर,लेकिन भ्र्ष्टाचारी को बार बार तैनाती

 योगी सरकार में भी समाज कल्याण अधिकारी का दबदबा, तीन महीने में मिली दोबारा तैनाती


कई बार लग चुके हैं भ्र्ष्टाचार के आरोप,जांच में पाया गया दोषी

गोंडा में तैनाती के दौरान फर्जी शिक्षक नियुक्ति और कानपुर में सरकारी धन के दुरुपयोग में पाए गए थे दोषी
 


 

FARMERS CRY FOUL CENTER'S BOGUS INSURANCE SCHEME

UNMESH GUJARATHI
SPROUTS BRAND STORY

On the face of mounting farmer suicides in the various states amidst failures on part of the insurance companies under the aegis of the centre to clear the pending claims form the farming community being on the rise, there prevails widespread disillusionment with the union government’s Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana(PMFBY). Repeated cries for help from small and marginal farmers who feel cheated on this count has lent its voice in the form of a political outrage being expressed over the Centre’s scheme of things benefitting private insurance firms at the cost of the farming community’s financial stakes.  

24.10.21

Complain against Paritosh Chaturvedi, Output head, Times Now External

 


न्यूज़18 राजस्थान के हिस्ट्रीशीटर पत्रकार प्रेमदान ने बुजुर्ग शंकरदान का मकान हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए

Sabal Singh Bhati

sabalbhati@gmail.com

न्यूज़18 राजस्थान के हिस्ट्रीशीटर पत्रकार प्रेमदान ने बुजुर्ग शंकरदान का मकान हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए, नगर पालिका ने पट्टा किया निरस्त, पुलिस नही कर रही कोई कार्रवाई

सौरभ द्विवेदी ने पत्रकारिता के एक और शिखर को छुआ

Krishan pal Singh-

लल्लन टॉप के साथ साथ इंडिया टुडे की भी जिम्मेदारी

उरई | इण्डिया टुडे ग्रुप ने सौरभ द्विवेदी को एक और बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है | उन्हें लल्लन टॉप के साथ साथ इण्डिया टुडे हिंदी का भी सम्पादक नियुक्त कर दिया गया है | उनकी इस उपलब्धि से पूरा शहर इतरा उठा है | बेहद कम उम्र में हिंदी पत्रकारिता में राष्ट्रीय स्तर पर शिखर छूने वाले सौरभ यहीं के निवासी हैं जिससे यहाँ के लोगों को उन पर नाज होना लाजिमी है |

जिस अखबार का प्रधान संपादक गिरफ्तार हुआ, वह समाचार पत्र पत्रकारों का कर रहा है सम्मान

Rakesh Sharma-

जयपुर। कूटरचित दस्तावेजों से धोखाधड़ी करने के एक मामले में दैनिक राष्ट्र-सम्मत समाचार पत्र के प्रधान संपादक घनश्याम स्वरुप बाघी को अलवर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कई दिनों बाद गत दिनों राजस्थान हाईकोर्ट से उसकी जमानत हुई। बाघी पर चार अन्य आपराधिक केस भी दर्ज है, जो अलवर व जयपुर के पुलिस थानों में दर्ज है। जिस राष्ट्र-सम्मत समाचार पत्र का प्रधान संपादक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है और उस पर अन्य आपराधिक मुकदमें भी दर्ज हैं, वह समाचार पत्र और भारत पत्रकार संघ (अंपजीकृत) रविवार 24 अक्टूबर, 2021 को दौसा में पत्रकारों का सम्मान कर रहा है।

इस दिवाली दें अपने घर को प्रकृति की सुरक्षा

Amrita Raj Singh-

·  बढ़ते प्रदूषण के कारण वातावरण को स्वच्छ बनाने के लिए लोग आक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पेड़ - पौधों की मांग बढ़ी।

·  वृक्षवन नर्सरी द्वारा पौधों और गमलों पर 20% की छूट दिया जा रहा है।

·  इस फेस्टिवल सीजन में ‘हाउस प्लांट’ होंगे बेहतरीन गिफ्ट

मीडिया फ्रेंडली मुख्यमंत्री मीडिया से दुखी क्यों ?

सत्य पारीक-

अशोक गहलोत को मीडिया फ्रेंडली मुख्यमंत्री माना जाता है लेकिन इन दिनों वे मीडिया का ही मैनेजमेंट नहीं कर पा रहें हैं क्योंकि वे अपने भगत मीडिया कर्मियों को लाभ के पदों पर सुशोभित कर गैर पत्रकार को अपने प्रचार की कमान सौंप बैठे हैं । इसी कारण मुख्यमंत्री का मीडिया सम्भालने वाला विशेषाधिकारी बदनामी का सबब बन कर घूम रहा है । वैसे जिस लोकेश शर्मा को मीडिया मैनेजमेंट सौंप रखा है उसका मीडिया से दूर दूर का वास्ता नहीं होने से मुख्यमंत्री का टूल बनना स्वीकार किया । जिसे बचाने के लिये मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अन्डरहैन्ड समझौता करना पड़ा है । वो समझौता जिससे कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है जो भाजपा के पूर्व महापौर के भृष्टाचार से जुड़ा है । यानि मीडिया मैनेजर से राजनीतिक हित साधने के बाद उसका बचाव करना भारी पड़ रहा है ।

20.10.21

भारत में राजनेता ही सबसे बड़े वैज्ञानिक होते हैं

- शैलेन्द्र चौहान
भारत की इस धरती पर कई ऐसे महान वैज्ञानिक पैदा हुए हैं, जिन्होंने अपनी खोज और रिसर्च से दुनिया के विकास को नई दिशा दी है। विडंबना यह है कि यह काम वे भारत में रहते हुए नहीं कर सके। उन्हें पश्चिमी देशों में रहने की सुविधा मिली तभी उनकी खोज फलीभूत हुई। भारत में विज्ञान हो, एकेडमिक्स हो, तकनीक और प्रौद्योगिकी हो या चिकित्सा का क्षेत्र हो सब में अनचाहा राजनीतिक-प्रशासनिक हस्तक्षेप न केवल विशेषज्ञों का मनोबल गिराता है बल्कि उन्हें बुरी तरह अपमानित भी किया जाता है। इससे यह भलीभांति समझा जा सकता है कि भारत में राजनेता ही सबसे बड़े वैज्ञानिक और विद्वान होते हैं। एक हुए हैं खगोल भौतिकी के क्षेत्र के बड़े वैज्ञानिक डॉ. सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर।

18.10.21

जौनपुर News : रामजी जायसवाल अध्यक्ष व छोटे लाल चुने गये महासचिव

सम्पादक मण्डल उत्तर प्रदेश की जनपद इकाई का चुनाव सम्पन्न

वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रेश मिश्र व युवा पत्रकार अमित गुप्ता के पुत्र के निधन पर जताया गया शोक


जौनपुर। सम्पादक मण्डल उत्तर प्रदेश के जनपद इकाई का चुनाव सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित पत्रकार भवन में सम्पन्न हुआ। संरक्षक जय प्रकाश मिश्र की देख-रेख में चुनाव प्रक्रिया की अध्यक्षता कार्यवाहक अध्यक्ष राकेशकान्त पाण्डेय ने किया। साथ ही 5 सदस्यीय चुनाव संचालन समिति का गठन हुआ जिसमें पूर्व अध्यक्ष जय प्रकाश मिश्र, डा. ब्रजेश यदुवंशी, शम्भूनाथ सिंह, छोटे लाल सिंह व सै. मेंहदी हुसैन रिजवी सामिन शामिल किये गये।

12.10.21

गांधी नहीं सुहाते तो मोदी से कहो कि बापू के नाम से राज चलाना बंद करें

करणीदानसिंह राजपूत-

गांधी बाबा के नाम पर कांग्रेस ने राज चलाया और अब भाजपा भी गांधी बाबा के नाम पर ही राज कर रही है।

कोयले की कमी से यूपी में भी गहरा रहा है बिजली संकट

अजय कुमार,लखनऊ

लखनऊ। देश के विभिन्न राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी बिजली उत्पादन के लिए कोयले का संकट गहराता जा रहा है।उत्तर प्रदेश में सरकारी स्वामित्व वाली विद्युत इकाइयों में कोयले की जबर्दस्त किल्लत के कारण बिजली उत्पादन कम हो गया है। यूपी में मांग के मुकाबले तीन हजार मेगावॉट कम बिजली का उत्पादन हो रहा है। जिसके कारण गांवों तथा कस्बों में बिजली की अत्यधिक कटौती की जा रही है।  

जयप्रकाश नारायण और अमिताभ बच्चन का जन्मदिन : एक फिल्मी महानायक तो दूसरा जननायक

संजय सक्सेना, लखनऊ

देश आज दो महानायकों का जन्मदिन मना रहा है। एक रूपहले पर्दे के महानायक अमिताभ बच्चन हैं तो दूसरे जननायक जय प्रकाश नारायण हैं। एक का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जो अब प्रयागराज हो गया में तो दूसरे  का जन्म बिहार के सिताब दियारा में हुआ था। दोनों में अगर कोई समानता थी तो यही थी कि दोनों ने ही कायस्थ परिवार में जन्म लिया था। अमिताभ को फिल्मी पर्दे का एंग्री मैन कहा जाता था तो जयप्रकाश नारायण जेपी’ को स्वतंत्रा सेनानी का रूतबा हासिल था।1975 में  जयप्रकाश नारायण का लोहा देश की जनता ने तब माना जब उन्होंने कांग्रेस की आयरन लेडी कही जाने वाली इंदिरा गांधी के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था।  

A MULTI CRORE FSI SCAM IN SRA PROJECT

UNMESH GUJARATHI/ DIVAKAR SHEJWAL
SPROUTS BRAND STORY

A multi-crore Slum Redevelopment scam has come to light when the complaints that lay for nearly a decade with the MIDC police station, in the western suburbs of India’s financial capital, Mumbai continued gathering dust and the original slum residents petitioned the High Court in wake of police inaction. The scam running into nearly INR 2000 crores involves the registration of bogus documents with fictitious names of tenants.  The complaint pertains to the up-market city developers, Hub Town Private Ltd, having obtained FSI far in excess of their entitlement by virtue of a huge SRA scam in Andheri (East), a Western suburb of Mumbai.

9.10.21

सावधान...5 फर्जी पत्रकारों की टीम घूम रही है...



मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में कुछ पत्रकारों को लेकर पंचायत सचिव संघ के वाट्सअप ग्रुपों में एक खबर चल रही है. बाद में पंचायत सचिव संगठन गुप का ये स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

8.10.21

रहस्यमय पीएम केयर्स फंड : देश का धन है तो फिर देश जानकारी क्यों नहीं ले सकता?

करणीदानसिंह राजपूत-

देश में पहले से ही प्रधानमंत्री राहत कोष सन 1948 ईसवी से स्थापित है और 73 वर्षों से संचालित है। प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल में प्रधानमंत्री राहत कोष का संपूर्ण संचालन प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन कर दिया था जो वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही अधीन है। ऐसी अधिकारिता के होते हुए पीएम केयर्स फंड की स्थापना की आवश्यकता क्यों हुई? इसमें देश का धन लगा है तो देश को इसके संचालन व जमा खर्च की जानकारी भी होनी चाहिए, लेकिन वह जानकारी दी नहीं जा रही।

नई शिक्षा नीति 2020 कहीं बाल अधिकारों का हनन ना करने लगे!

 


 डॉ मनीष जैसल-


हर बच्चे की विशिष्ट क्षमता, पहचान के साथ उनके विकास को ध्यान में रखते हुए बुनियादी साक्षरता और अवधारणात्मक समझ विकसित करने का लक्ष्य लिए मौजूदा सरकार ने पिछले वर्ष नई शिक्षा नीति को लागू करने का निर्णय लिया था । दरअसल यह कार्य योजना 2015 में अपनाए गए सतत विकास एजेंडा 2030 के लक्ष्य 4 जिसमें वैश्विक शिक्षा विकास एजेंडा प्रस्तावित है उसको ध्यान में रखकर बनाई गयी । जिसमें 2030 तक सभी के समावेशी और समान गुणवत्ता युक्त शिक्षा सुनिश्चित करने और जीवन पर्यन्त शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा दिए जाने की बात स्वीकारी गयी है । यह तथ्य भी सत्य है कि  अगले दशक तक भारत दुनिया का सबसे युवा जनसंख्या वाला देश होगा और  इन्हीं युवाओं की उच्चतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की  उपलब्धता पर ही  भारत का  भविष्य निर्भर करेगा ।

5.10.21

दुनिया को आईना दिखाती धार्मिक स्थलों में यौन शोषण की रिपोर्ट!

CHARAN SINGH RAJPUT-

फ्रांस के एक जांच आयोग की रिपोर्ट में खोला गया हजारों पादरियों और स्टाफ का सालों पुराना कच्चा-चिट्ठा!

जांच आयोग ने अपनी रिसर्च में पाया कि सन 1950 से लेकर अब तक कम से कम 2900 से लेकर 3200 पीडोफाइल पादरी या चर्च के अन्य सदस्यों का खुलासा हा चुका है, भारत में भी धर्म स्थलों में यौन शोषण के मामले उजागर हुए हैं, गत दिनों चले मी टू अभियान में हज जाने वाली महिलाओं के साथ भी यौन शोषण के मामले उजागर हुए थे..

कू ऐप की ओर से पत्रकारों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन

लखनऊ के हजरतगंज इलाके के एक होटल में कू ऐप की ओर से पत्रकारों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस वर्कशॉप में लखनऊ के तमाम पत्रकार शामिल हुए. कू ऐप की ओर से आई टीम ने अपने ऐप की बारीकियां पत्रकारों को समझाईं और इस स्वदेशी ऐप के बारे में बताया.

राजनीति में अपराधियों की हिस्सेदारी

- शैलेन्द्र चौहान

अपराधियों का चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना हमारी निर्वाचन व्यवस्था का एक अवांछित आवश्यक अंग बन गया है। यह कड़वी सचाई है। विगत में जारी आँकड़ों के अनुसार, संसद के 46 प्रतिशत सदस्य आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं। असल चिंता का विषय यह है कि मौजूदा लोकसभा सदस्यों में सर्वाधिक (29 प्रतिशत) सदस्यों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि पिछली लोकसभा में यह आँकड़ा तुलनात्मक रूप से कम था। राजनीति का अपराधीकरण भारतीय लोकतंत्र का एक स्याह पक्ष है, जिसके मद्देनज़र सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग ने कई कदम उठाए हैं, किंतु इस संदर्भ में किये गए सभी नीतिगत प्रयास समस्या को पूर्णतः संबोधित करने में असफल रहे हैं।

3.10.21

शराब असली है तो नोट जलेंगे नहीं!

pahadprime@gmail.com

शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। हिंदू रीति रिवाज में शराब को अपवित्र माना जाता है। शराब पीकर भगवान के दर पर या पूजा पाठ में जाना भी अपने आप में पाप की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन अगर हम आपको कहें कि एक ऐसी भी शराब है जिसे शादी समारोह, पूजा-पाठ और औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है, तो आप क्या कहेंगे। आप कुछ भी कहिए लेकिन ये सत्य है और आज हम आपको किन्नौरी शराब के बारे में बताएंगे।

2.10.21

Swapnil Joshi to play the protagonist in ‘Mann Sudha Tuja’

ABP Majha special focusing on mental health issues

ABP Majha is set to engage the audience around the pressing issues surrounding mental health. The series will include 13 episodes relatable to issues in everyday lives of families. The series will be telecast on a weekly basis, from 3rd October 2021 (Sunday) at 10:30am.

ABP Ananda’s biggest hit ‘Sharad Ananda’ is all set to rule festive season 2021

Kolkata, 2nd October, 2021: Ahead of upcoming Durga Puja festivities, West Bengal’s most illustrious news channel, ABP Ananda is all set to take the spotlight with its flagship property ‘Sharad Ananda’. This year’s Sharad Ananda edition begins on 2nd October with a series of innovative programming.

महात्मा गाँधी को जवाब चाहिये

 


डा. सी पी राय-

 बहुत आश्चर्यचकित करने वाला है कि हिंदुस्तान आज उन ताकतों के द्वारा महत्मा गाँधी की माला जपने से जिनके आदर्शो ने आज से 73 वर्ष पूर्व महात्मा गाँधी की महज शारीरिक हत्या कर दी थी, लेकिन बापू मरे नही । अपने विचारो और आदर्शो के साथ वो आज भी जिन्दा है ।  73 वर्ष बीत गए । इतनी  लम्बी अवधि में एक पूरी पीढ़ी गुजर जाती है, रास्ट्र के जीवन में अनगिनत संघर्षो, संकल्पों और समीक्षाओ का दौर आता और जाता रहा। इतने उतार और चढ़ाव के बावजूद अगर आज भी किसी का वजूद कायम है तो निश्चय ही उनमें कुछ तो चमत्कार होगा। बापू को इसी नजरिये से देखने की जरूरत है।