Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

31.5.16

पत्रकारिता दिवस पर विशेष : कलम की ताकत बंदूक से कहीं ज्यादा

चित्र हो या खबर किसी की जान नहीं लेते। लेकिन जिस तरह कलम के सिपाहियों की उनकी खबर या कार्टून उन्हीं के जान की दुश्मन बन रहे है, उससे तो यही कहा जा सकता है कलम की ताकत बंदूक या लालफीताशाही के उत्पीड़नात्मक रवैये से कहीं ज्यादा है। यह सही है कि किसी की अभिव्यक्ति पर आपकी असहमति हो, आप उसे मानने या न मानने के लिए भी तो स्वतंत्र है, लेकिन विरोधी स्वर को हमेशा-हमेशा के लिए खामोश कर देना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। परंतु सब कुछ हो रहा है 


सुरेश गांधी

उत्तर प्रदेश में अगला कौन

अभिषेक कांत पाण्डेय
संभवत: 2017 के शुरुआती चरण में उत्तर प्रदेश में चुनाव हो। ऐसे में यहां
पर राजनीतिक हलचल बढ़ना स्वाभाविक है। प्रदेश की सत्ता से लम्बे अर्से से
भारतीय जनता पार्टी दूर रही है। इस बार उत्तर प्रदेश में सत्ता संभालने
की जुगत में लगी हुई है, वहीं वर्तमान सपा सरकार से युवाओं का आकर्षण भी
टूटा है। जिस युवाओं ने यूपी का ताज अखिलेश को पहनाया आज वही युवा ठगा
हुआ महसूस कर रहा है। बढ़ती बेरोजगारी और सरकारी नौकरी में कोर्ट कचहरी
में मामला पहुंचने पर ये बात जाहिर है ​कि सपा सरकार की नीति कारगर नहीं
है। खासकार युवा बेरोजगार इनके शासनकाल में सबसे ज्यादा परेशान हैं। वहीं
केंद्र में काबिज भारतीय जनता पार्टी ने शानदार दो साल की उपलब्धि का
जश्न मना रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में बसपा, कांग्रेस, सपा का
पारंपरिक जनाधार भी खिसने वाला है। केंद्र सरकार के कामकाज के कई सर्वे
पीएम मोदी को बेहतर बता रही है। ऐसे में माना जा सकता है कि उत्तर प्रदेश
के विधानसभा चुनाव में भाजपा वापसी करेगी। जिस तरह केंद्र में विकास का
मुद्दा हावी रहा, उस आधार उत्तर प्रदेश में भी विकास की बयार की बात इस
चुनाव मेें चलेगी। वर्तमान सरकार उत्तर प्रदेश में लॉ एंड आर्डर चुस्त
दुरूस्त करने में पीछे रही है।

लोकमत कंपनी ने एक कैलेंडर छपवाया है, उसमें कुछ ऐसी तस्वीर डाली है.. जरा आप भी देखिए












उच्च शिक्षा से आरक्षित वर्गों को बाहर करने की साजिश

-एच.एल.दुसाध

कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों में एडमिशन का दौर शुरू होने वाला है लेकिन इसे लेकर सवर्ण बुद्धजीवियों और अभिभावकों की चिंता अभी से सोशल मीडिया और अख़बारों में दिखने लगी है.वे तरह-तरह का तर्क देते हुए यह साबित करने में जुट गए हैं कि कोटे वालों की वजह से सवर्ण छात्र 90-95 प्रतिशत अंक पाकर भी मनचाहे विषयों में दाखिला पाने से वंचित हुए जा रहे हैं.इससे शैक्षणिक परिसरों में कुंठा फैलती जा रही है और शोध व ज्ञान का स्तर गिरता जा रहा है.कुछ ज्ञानियों का यह भी कहना है कि, ‘शीर्ष तकनीकी और मैनेजमेंट शिक्षा के परिसरों में कई महत्वपूर्ण विषय पढ़ाने को आरक्षित कोटे में व्याख्याताओं की स्थाई नियुक्तियां(विज्ञापन देकर भी समुचित आवेदक न मिलने से) नहीं हो पातीं .यह सीटें चूंकि गैर कोटा श्रेणी के तहत भरना मना है इसलिए सालों से तदर्थवादी प्रवक्ताओं की नियुक्ति रही है.इससे मेधावी छात्र इच्छा होते हुए भी शिक्षण में करियर बनाना असुरक्षित मानने हैं और अब मांग हो रही है कि कॉलेजों में प्रवक्ताओं की नियुक्ति ही नहीं, प्रोफ़ेसर या डीन सरीखे सीनियर पदों पर उनकी प्रोन्नति भी कोटा प्राणाली के आधार पर ही की जाय.इसका राजनीतिक आधार भले ही तगड़ा हो,पर व्यवहारिक रूप से यह करना शिक्षा के स्तर से खिलवाड़ साबित हो सकता है.’जाहिर सी बात है कि सवर्णों को लगता है कि कोटेवालों की वजह से ही मेरिट वालों में कुंठा तथा शिक्षण में कैरियर बनाने में अरुचि पैदा हो रही है.ऐसा कहकर वे प्रकारांतर में उच्च शिक्षा में आरक्षण के खात्मे की हिमायत कर रहे हैं.और अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो उन्हें खूब दोष भी नहीं दिया जा सकता.कारण,खुद सर्वोच्च न्यायायलय में बैठे जज तक इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं.

सात समंदर पार दिखेगा बाड़मेर का जल प्रबन्धन, फ़्रांस से दल पहुंचा आरओ प्लांट की कवरेज करने






बाड़मेर :  खारे पानी की वजह से मुल्क भर में पहचान बना चुके बाड़मेर की तस्वीर अब यहाँ लग रहे आरओ प्लांट बदल रहे है।कार्ड से शुद्ध पानी और पानी का सुकाल अब बदलते बाड़मेर की तस्वीर है जिसकी चर्चा देश ही नही सात समन्दर पार तक है और यही वजह है कि फ़्रांस का एक दल बाड़मेर के जल प्रबन्धन को कवर करने बाड़मेर पहुचा। फ़्रांस 24 चैनल से बैंजो और सूयश अपनी आने वाली फ़िल्म के लिए बाड़मेर पहुचे।

तुम्हारे वादे, तुम्हारी फितरत, तुम्हारी दिल्ली... बदल गये हो जनाब कितना नवाब बनकर...

साहित्यिक संस्था ‘हिन्दी-उर्दू मंच‘ के तत्वावधान में पुलिस कार्यालय परिसर में एक मासिक तरही नशिश्त (गोष्ठी) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उस्ताद शायर जनाब नाज़ प्रतापगढ़ी तथा संचालन शमसुद्दीन अज़हर द्वारा किया गया। आमन्त्रित सभी रचनाकारों द्वारा पूर्व से दी गयी समस्यापूर्ति (तरह) की पंक्ति  ‘ये कौन मुझमें महक रहा है गुलाब बनकर‘ पर अपनी-अपनी रचनायें प्रस्तुत की गयीं। प्रस्तुत की गयी रचनाओं के प्रमुख अंश इस प्रकार थे:-

पत्रकारिता दिवस पर देश भर में जगह जगह कार्यक्रम : कुछ शहरों की कुछ तस्वीरें







20.5.16

देखो चिंटू, तुम्हारे पापा कहां बैठे हैं


Sanjaya Kumar Singh : राज बब्बर ने यह फोटो 24 सिंतबर 2015 को पोस्ट की थी। कैप्शन था Excellent Pic. Picture of Leader Indra ji with leading Film personalities। ऋषि कपूर ने एक रात कुछ ट्वीट कर दिया। अब लोग इस फोटो को दिखाकर पूछ रहे हैं, “देखो चिंटू तुम्हारे पापा कहां बैठे हैं। देखो भाई शराब पी कर बोलना भी नही चाहिए और ट्वीट भी नही करना चाहिए।” इसीलिए कहा जाता है, जिनके घर शीशे के बने होते हैं वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते। अब इसे आधुनिक बनाया जा सकता है, “बाप के माल की बात ट्वीटर पर नहीं करते”।

वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह के एफबी वॉल से. इस स्टटेस पर आए कुछ कमेंट्स इस प्रकार हैं...

PIL for Citizen Charter in every department.

IN THE HIGH COURT OF DELHI AT NEW DELHI

WRIT PETITION (C) NO ……OF 2016

(IN THE MATTER OF A PUBLIC INTEREST LITIGATION)

IN THE MATTER OF:
Ashwini Kumar Upadhyay            …Petitioner
Verses
Union of India & Another            ...Respondents

INDEX
S.No.     PARTICULARS                            PAGES
1.    Urgent Application                            A
2.    Notice of Motion                                   B
3.    Memo of Parties                            C
4.    Synopsis    and List of Dates                    D-I  
5.    Writ Petition and Affidavit                    1-41
6.     Annexure: P-1                            42-100
United Nations Convention Against Corruption
7.    Annexure: P-2: News published in ‘Hindu’ as:      101
    ‘India ratifies UN Convention Against Corruption’
8.    Annexure: P-3: News published in ‘Hindu’ as:     102
    ‘Prime Minister appeals to Hazare to end fast’
9.    Annexure: P-4: News published in ‘Hindu’ as:    103
‘Parliament adopt Sense of the House Resolution’  
10.    Annexure: P-5: News published in ‘Hindu’ as:    104
    ‘Cabinet to consider Sense of the House Resolution’
11.    Annexure: P-6                          105-150
Right of Citizens for Time Bound Delivery of Goods & Services and Redressal of their Grievances Bill-2011
12.    Annexure: P-7                          151-170
The Uttarakhand Lokayukta Act-2011
13.    Annexure: P-8                          171-196
    The Lokpal and Lokayukta Act 2013
14.    Vakalatnama                            197
       IN THE HIGH COURT OF DELHI AT NEW DELHI
       WRIT PETITION (C) NO ……OF 2016
   (IN THE MATTER OF A PUBLIC INTEREST LITIGATION)
IN THE MATTER OF:
Ashwini Kumar Upadhyay            …Petitioner
Verses
Union of India & Another            ...Respondents

19.5.16

ये नेता बहुत थेथर टाइप होते हैं... मजीठिया वेज बोर्ड के सवाल पर सुनिए इस बंडारू दत्तात्रेय का जवाब

ये नेता बहुत थेथर टाइप होते हैं... मीडिया मालिकों ने देश के कानून, संविधान, न्यायपालिका की धज्जियां उड़ाते हुए मीडियाकर्मियों को उनका हक देने से मना कर दिया और दस सालों से ये नेता बस मीटिंग मीटिंग बैठक बैठक ही खेल रहे हैं... देखिए इस बंडारू दत्तात्रेय का जवाब जिससे एक पत्रकार ने हिम्मत करके मजीठिया वेज बोर्ड से जुड़ा सवाल पूछ डाला...  


18.5.16

भैयाजी जोशी ने किया संस्कृत पत्रिका 'अतुल्य भारतम्' का विमोचन

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से प्रकाशित मासिक पत्रिका


भोपाल । माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ओर से संस्कृत भाषा में समाचार पत्रिका 'अतुल्य-भारतम्' का प्रकाशन किया जा रहा है। निनोरा ग्राम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय विचार महाकुम्भ स्थल पर प्रसिद्द सामाजिक चिन्तक एवं विचारक श्री सुरेश भैय्याजी जोशी ने पत्रिका के पहले अंक का विमोचन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृज किशोर कुठियाला, कुलाधिसचिव श्री लाजपत आहूजा, प्रभारी कुलसचिव श्री दीपक शर्मा और संपादक डॉ. कृष्णचंद पाण्डे उपस्थित थे। पत्रिका के प्रकाशन का उद्देश्य संस्कृत भाषा के संरक्षण और भाषाई पत्रकारिता को बढ़ावा देना है।

नीतिश को ज्ञापन : पत्रकार राजदेव रंजन के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा दें और बच्चों की पढाई का खर्च सरकार वहन करे


IFWJ ने मुख्यमंत्री बिहार श्री नीतिश कुमार को दिया ज्ञापन...  एक दिन के लखनऊ दौरे पर आये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने IFWJ के प्रतिनिधि मंडल  के ज्ञापन को स्वीकारते हुए कहा कि सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन के हत्यारों को बिहार सरकार हर हालत में दण्डित करेगी| अपने चार सूत्रीय ज्ञापन में IFWJ ने बिहार सरकार से मांग करी कि:-

17.5.16

भारत की प्रमुख मीडिया संस्थान पीआर प्रोफेसनल्स अब लखनऊ में


गुडगाँव स्थित मीडिया संस्थान पीआर प्रोफेसनल्स ने अपने शाखा विस्तार करते हुए अब लखनऊ के डालीबाग में अपने कार्यालय की शुरुआत कर दी है| इस कार्यालय का उदघाटन श्री सत्येन मोहापात्र (पूर्व वरिष्ठ पत्रकार, एचटी मीडिया) के हाथों हुआ| श्री महापात्र देश के वरिष्ठ पत्रकारों में से एक है जिन्होंने 30 बर्षों तक मीडिया जगत में कार्य किया है| संस्थान की देश में 6वीं शाखा है|

राष्ट्रीय भोजपुरी कवि सम्मेलन के सफल आयोजन ने साबित किया- हिन्दी के बाद दूसरी लोकप्रिय भाषा है भोजपुरी


पूर्वांचल भोजपुरी महासभा द्वारा दिनांक 15 मई 2016 को हिन्दी भवन, ग़ाज़ियाबाद में एक भव्य राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसकी सफलता ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया कि भोजपुरी हिन्दी के बाद दूसरी लोकप्रिय भाषा है और पूर्वांचल ही नही देश के हर कोने में इस भाषा को जी जान से चाहने वाले लोग हैं। खचाखच श्रोताओं से भरा हिन्दी भवन का प्रांगण इस बात का गवाह था कि भोजपुरी कविता का क्रेज हिन्दी कविता के यदि बराबर नही है तो ज्यादा कम भी नही है। भोजपुरी कविता की सहजता एवं ठेठ बोली की मिठास श्रोताओं को इतना विभोर कर दिया था कि अंतिम कवि तक हॉल भरा था। ठहाके और तालियाँ जो मंच के कवियों के लिए उत्प्रेरक का काम करता है बिना माँगे ही खूब मिल रहे थे जिसके लिए ग़ाज़ियाबाद के भोजपुरी प्रेमियों को बार बार नमन करने का मन होता है। 

13.5.16

मजीठिया वेज अवॉर्ड : शीर्ष कोर्ट के रौद्र रूप से मिली उम्मीद के उजाले को सुरक्षा

-भूपेंद्र प्रतिबद्ध 

महंगाई की तगड़ी-गहरी-करारी मार, काम का पहाड़ से भी भारी बोझ और सेलरी-पगार-मेहनताना के नाम पर अमूमन चंद हजार रुपयों ने प्रिंट मीडिया कर्मियों का जीना मुहाल कर रखा है। यही नहीं, उनके काम की अवधि भी बेकायदगी के दायरे में कैद है। ड्यूटी पर न अपनी मर्जी से आ सकते हैं और न अपनी मर्जी से जा सकते हैं। उनका आना-जाना मालिकों के कारिंदों यानी संपादकों एवं मैनेजरों की मर्जी पर निर्भर है। ड्यूटी का शिड्यूल ये ही कथित हाकिमान तय करते हैं। जिसने भी इस पर कोई नुक्ताचीनी की, कोई सवाल उठाया तो ये महाशय लोग आपे से बाहर हो जाते हैं। और कर्मचारियों को सबक सिखाने के लिए हर अमानवीय-राक्षसी हथकंडा आजमाने पर आमादा हो जाते हैं। ऐसे माहौल और मन:स्थिति में काम करने को अपनी मजबूरी, विवशता माने-समझे बैठे कर्मचारियों को इससे उबरने, अपनी स्थिति-दशा को सुधारने, उसे एक दिशा देने, खासकर अपनी आय-इन्कम में थोड़ा इजाफा पाने-करवाने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। लेकिन जब से मजीठिया वेज अवॉर्ड का सूरज उगा है, उनमें आशा-उम्मीद-आकांक्षा का एक नया-ताजातरीन ऑक्सीजन संचारित होने लगा है। उनकी मुरझाई-कुम्हलाई, हताश-निराश, एक अजीब-अनपेक्षित ढर्रे पर चल रही जिंदगी में थोड़ा उत्साह-उल्लास भर दिया है। नए उजास-उजाले ने नाउम्मीदी के अंधेरे को थोड़ा चीरा है। थोड़ा साफ किया है।

आंतरिक कलह का शिकार अमर उजाला डॉट कॉम हुआ धराशायी, भास्कर के रास्ते का कांटा हटा!

2013 में विनोद वर्मा के संपादकीय नेतृत्व में जब अमर उजाला डॉट कॉम हिंदी वेब न्यूज की दुनिया में तेजी से उछला तो सबसे ज्यादा खतरा भास्कर डॉट कॉम के नंबर वन पोजिशन को हुआ था। लेकिन अब भास्कर डॉट कॉम के एकछत्र राज करने का रास्ता साफ होता दिख रहा है।

12.5.16

पत्रकारों पर जानलेवा हमले के विरोध में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये पैदल मार्च


अलीगढ में 5-5-16 को शाहकमाल रोड पर अवैध ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ अभियान में फोटो लेने गये फोटो पत्रकार महीपाल सिंह और नितिन गुप्ता के साथ दीनानाथ यादव के द्वारा जानलेवा हमला और लूट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मौके से दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद अभी तक पुलिस मुख्य आरोपीयो को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस प्रशासन के इसी रवैये के खिलाफ आज अलीगढ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन (AEMA)  ने आज सेन्टर पॉइंट स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रतिमा से घंटाघर पार्क तक पैदल मार्च कर विरोध जताते हुए आरोपियों की अतिशीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।

Reality behimd Zee Puniabi channel blackout in Punjab resulted staged protests

Kimdly punlish attached info in your website to show the reality behind blackmailing tactics of Zee punjabi channel and real reason behind its blackout. This info is disclosed by ex employees of Zee on facebook.






पत्रकारों पर जानलेवा हमले के आरोपी ट्रांसपोर्ट माफिया के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग

फोटो-पत्रकारों पर जानलेवा हमले के आरोपी ट्रांसपोर्ट माफिया के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिये एडीशनल कमिश्नर वाणिज्यकर को ज्ञापन देते अलीगढ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन (AEMA) पदाधिकारी



Judicial Reform


IN THE SUPREME COURT OF INDIA
   CIVIL ORIGINAL JURISDICTION
WRIT PETITION (C) NO 295 OF 2016

IN THE MATTER OF:
Ashwini Kumar Upadhyay            …Petitioner

Verses

Union of India & Another            ...Respondents

PAPER BOOK

[FOR INDEX KINDLY SEE INSIDE]


(ADVOCATE FOR PETITIONER: R.D.UPADHYAY)
   RECORD OF PROCEEDINGS
Sr.No.      Date of Record of Proceedings         Pages
1.
2.
3.
4.
5.
6.
7.
8.
9.
10.
11.
12.
INDEX
S.No.    PARTICULARS                                PAGES
1.        Listing Performa                         A-A1
2.        Synopsis    and List of Dates                 B-E
3.        Writ Petition and Affidavit                 1-
4.        Annexure P-1:                      
Copy of Law Commission Report -221
 Need for Speedy Justice-Some Suggestion      
5.        Annexure P-2:                    
Copy of Law Commission Report -230
Reform in the Judiciary-Some Suggestion
6.        Annexure P-3:
Copy of Law Commission Report -245
        Arrears and Backlog-Creating Additional
        Judicail Manpower

       
PERFORMA FOR FIRST LISTING
                    Section: PIL
The case pertains to (Please tick / check the correct box):
Central Act: N/A
Section: N/A
Central Rule: N/A
Rule No: N/A
State Act: N/A
Section: N/A
State Rule: N/A
Rule No: N/A
Impugned Interim Order: N/A
Impugned Final Order / Decree: N/A
High Court: N/A
Name of Judges: N/A
Tribunal / Authority Name : N/A

Nature of Matter: Civil
(a) Petitioner / Appellant : Ashwini Kumar Upadhyay
(b) Email ID: aku.adv@gmail.com, aku.aor@gmail.com
(c) Phone No: 08800278866, 09911966667,
      3. (a) Respondent: Union of India and Another
     (b) Email ID: N/A
     (c) Phone No: N/A
      4. (a) Main Category: 08 PIL Matters
     (b) Sub Category: 0807 Others (Matters related to Speedy Trial)
      5. Not to be listed before: N/A
      6. Similar / Pending matter: N/A
      7. Criminal Matters:
    (a) Whether accused / convicted has surrendered: N/A
    (b) FIR / Complaint No: N/A
    (c) Police Station: N/A
    (d) Sentence Awarded: N/A
    (e) Sentence Undergone: N/A
      8. Land Acquisition Matters:
    (a) Date of Section 4 Notification: N/A
    (b) Date of Section 6 Notification: N/A
    (c) Date of Section 17 Notification
    9. Tax Matters: State the Tax Effect: N/A
   10. Special Category: N/A
   11. Vehicle No in case of motor accident claim matters): N/A
   12. Decided Cases with Citation: N/A
   Date: 27.04.2016
                              Advocate for Petitioner

        (R.D.Upadhyay)
     Advocate-on-Record
Registration Code No-0589
rajdeoupadhyay@ymail.com
011-23070343, 9891050515

An Open Letter to Union Law Minister Shri DV Sadananda Gowda By Young Journalist

हैलो सर,

मेरा नाम ऋषभ शुक्ला है। मै नोंएडा मे रहता हुँ और पेशे से पत्रकार हुँ। सर आज आपको मैं अपने दिल की बात दिमाग से बताने के लिए ये पत्र लिख रहा हुँ। मैं आज जब अपने देश कि कानून व्यवस्था को देखता हुँ या फिर जब किसी न्यूज़ चैनल के माध्यम से किसी अपराधिक घटना के बारे में सुनता हुँ तब मुझे बहुत डर लगता है और एक स्वार्थी सवाल मेरे दिमाग मे आता है कि क्या मैं और मेरा परिवार सुरक्षित है। हमारे देश मे आज अपराधियों का हौसला इतना बड़ चुका है कि वो बेखौफ वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, उन्हे किसी का डर नहीं और पुलिस तो जैसे उनके लिए है ही नहीं। दो दिन पहले बिहार मे एक 19 वर्षीय युवा लड़के की एक सदस्य विधानपरिषद के लड़के ने गोली मार कर हत्या कर दी, उस लड़के का बस इतना कसूर था कि उसने उस सदस्य विधानपरिषद के लड़के की महंगी “एस-यू-वी” को ओवरटेक किया था।

शोध : 90 प्रतिशत पुरुष और 82 प्रतिशत महिलाएं धार्मिक स्थलों पर बजने वाले लाउडस्पीकरों से अपने को असहज महसूस करते हैं

महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalaya, Wardha में डॉ. कठेरिया के नेतृत्व में विषय- ‘ध्‍वनि प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण’ पर नागपुर में हुआ शोध, रात्रि में सोते समय सड़क पर दौड़ते वाहनों का शोर नींद में खलल डालता है, 90 प्रतिशत पुरुष और 82 प्रतिशत महिलाओं ने माना कि धार्मिक स्थलों पर बार-बार बजने वाले लाउडस्पीकरों से वो अपने को असहज महसूस करतीं हैं, 87 प्रतिशत लोगों ने बताया कि ध्वनि प्रदूषण के कारण श्रवण शक्ति हो रही है क्षीण, 95 प्रतिशत लोगों ने माना गंभीर समस्या का रूप लेता जा रहा है ध्वनि प्रदूषण, धार्मिक स्थल बन रहे ध्वनि प्रदूषण का कारण... ध्वनि प्रदूषण के कारण सुनने की क्षमता हो..

7.5.16

भारत का फलताफूलता मुकदमेबाजी उद्योग

भारतीय न्यायतंत्र उर्फ मुकदमेबाजी उद्योग ने बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवा रखा है। देश में अर्द्ध–न्यायिक निकायों को छोड़कर 20,000 से ज्यादा न्यायाधीश, 2,50,000 से ज्यादा सहायक स्टाफ, 25,00,000 से ज्यादा वकील, 10,00,000 से ज्यादा मुंशी टाइपिस्ट, 23,00,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी इस व्यवसाय में नियोजित हैं और वैध–अवैध ढंग से जनता से धन ऐंठ रहे हैं। अर्द्ध-न्यायिक निकायों में भी समान संख्या और नियोजित है। फिर भी परिणाम और इन लोगों की नीयत लाचार जनता से छुपी हुई नहीं हैं। भारत में मुक़दमेबाजी उद्योग एक चक्रव्यूह  की तरह संचालित है, जिसमें सत्ता में शामिल सभी पक्षकार अपनी-अपनी भूमिका निसंकोच और निर्भीक होकर बखूबी निभा रहे हैं। प्राय: झगड़ों और विवादों का प्रायोजन अपने स्वर्थों के लिए या तो राजनेता स्वयं करते हैं या वे इनका पोषण करते हैं।

6.5.16

Mother's Day - 8th May 2016 - Sunday

Mother's Day is celebrated worldwide on the second Sunday in the month of May. The celebrations continue for an entire week in some countries.

Media Job

जय मजदूर दिवस... करते रहेंगे बड़े पत्रकारों को लाठी


किसी ने मजदूर दिवस पर उक्त कार्ड पोस्ट किया। इस कार्ड की तस्वीर शायद मेहनतकश मजदूरों की मेहनत को दर्शा रही है। पर मेरी निगाहों ने इस तस्वीर को दूसरे नजरिये से देखा। पत्रकारिता के क्षेत्र में मठाधीशी / बेईमानी / भ्रष्टाचार / दोगलापना / पत्रकारों के अधिकारों का हनन / विघटन / टकराव / बिखराव और दलाली वाले कथित बड़े पत्रकारों को लाठी कर-कर के पसीना बहाने वाले मेरे जैसे मेहनतकश पत्रकारो की ये तस्वीर लगी मुझे।

भाँड़ों को मिलती है पत्रकारिता की मानद उपाधि

जरूरी नहीं कि आप लिख-पढ़ कर ही बने बड़े पत्रकार

लखनऊ के पत्रकार बाहुल्य एक वीआईपी इलाके में दीवान नाम के पान वाले ने बहुत पहले मुझसे पूछा था- फलाँ भईया तो बड़े वाले पत्रकार हैं न? मैंने सवाल पर ही सवाल जड़ दिया था- बड़े वाले का क्या मतलब?

उसने जवाब दिया- मतलब ये कि ठाठ से रहते हैं। बड़ी गाड़ी से चलते हैं। सरकारी मकान में रहते हैं। बड़े नेताओं, बड़े अधिकारियों और बड़े पत्रकारों (जो लेखन में भी बड़े हैं) के बेहद करीबी हैं।

4.5.16

पुलिस राज के साये में भारतीय लोकतंत्र

भारत के विधि आयोग  की  एक सौ बहत्तरवीं रिपोर्ट 14 दिसम्बर 2001 :एक समीक्षा

भारत के  विधि आयोग ने स्वप्रेरणा से गिरफ़्तारी के विषय में रिपोर्ट तैयार कर विधि एवं न्याय मंत्रालय को प्रस्तुत की थी किन्तु इस पर की गयी कार्यवाही की स्थिति निराशाजनक है .रिपोर्ट में कह गया है कि दिल्ली में मूल अपराध के लिए गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या  57,163 है , निवारक निरोध कानून के तहत गिरफ्तार व्यक्तियों की कुल संख्या 39824 है व  50% लोगों को जमानती अपराध के लिए   गिरफ्तार किया गया. अगर हम उत्तर प्रदेश का उदहारण लें तो  निवारक प्रावधानों के तहत गिरफ्तारियां की संख्या मूल अपराधों के लिए की कुल गिरफ्तारी संख्या से बहुत ऊपर है. जबकि निवारक गिरफ्तारियों 4,79,404 हैं, ठोस अपराधों के लिए गिरफ्तारी की संख्या 1,73,634 है. . जमानती अपराधों में गिरफ्तार व्यक्तियों का प्रतिशत 45.13 है.