20.3.23
कविता क्या है
Posted by
yashwant
0
comments
9.3.23
नगर आयुक्त ने पत्रकारों को किया मिलन समारोह से दूर
Posted by
yashwant
0
comments
6.3.23
Save Journalism Day
Hyderabad/Chandigarh, 6 March 2023: Indian Journalists Union (IJU) calls on all journalists, journalist groups, all media organisations and all those who cherish the values of democracy to observe March 23, the day of matedom of Shaheed-e-Azam Bhagat Singh, a committed and multi lingual journalist, besides being a venerated freedom fighter, as ‘Save Journalism Day’.
Posted by
yashwant
0
comments
Vastu Housing Finance Rolls Out Menstruation Leave for Women Employees
Mumbai, March 06, 2023: Vastu Housing Finance Corporation Limited, a digital-first housing finance company, has introduced a menstruation leave policy effective March 2023. The women employees can avail one full-day wellness leave, or two half-day wellness leaves every month, to prioritise their well-being.
Posted by
yashwant
0
comments
2.3.23
दुनिया को देखने का नजरिया सिखाती है फोटोग्राफी : प्रो. द्विवेदी
आईआईएमसी के अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों ने किया फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन
नई दिल्ली, 28 फरवरी। भारतीय जन संचार संस्थान के अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों द्वारा आयोजित फोटोग्राफी प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए संस्थान के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने कहा कि फोटोग्राफी दुनिया को देखने का नजरिया सिखाती है। उन्होंने कहा कि कैमरा वह इंस्ट्रूमेंट है, जो सिखाता है कि कैसे बिना कैमरे के देखा जाए। इस अवसर पर डीन (अकादमिक) प्रो. गोविंद सिंह, अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग की पाठ्यक्रम निदेशक प्रो. संगीता प्रणवेन्द्र, प्रो. राकेश गोस्वामी एवं वरिष्ठ फोटो पत्रकार श्री भागीरथ बासनेत सहित संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
प्रो. द्विवेदी ने कहा कि बहुत से फोटोग्राफर सोचते हैं कि वे अच्छा कैमरा खरीदकर अच्छी तस्वीरें ले सकते हैं। लेकिन कैमरा कितना भी बढ़िया हो, वह कुछ नहीं कर सकता, यदि आपके दिमाग और दिल में कुछ न हो। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी तस्वीरें वे होती हैं, जो अपनी ताकत और अपना असर वर्षों तक कायम रखती हैं, चाहे उन्हें जितनी भी बार देखा जाए।
इस अवसर पर अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग की पाठ्यक्रम निदेशक प्रो. संगीता प्रणवेन्द्र ने कहा कि फोटोग्राफी से संबंधित तकनीकी बारीकियों का ज्ञान मिलने से विद्यार्थियों को अपने प्रोफेशन के साथ-साथ एक नई विधा को जानने और समझने का अवसर मिला है।
वरिष्ठ फोटो पत्रकार श्री भागीरथ बासनेत द्वारा तीन दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला के बाद अंग्रेजी पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों ने इस प्रदर्शनी का आयोजन किया। श्री भागीरथ ने अपनी कार्यशाला में छात्रों को फोटोग्राफी की बारीकियां और उससे जुड़ी तकनीक सिखाई। इसके पश्चात विद्यार्थियों ने फोटोवॉक के माध्यम से दिल्ली के अनेक रंगों को अपने कैमरे में कैद किया।
विद्यार्थियों को मिला पुरस्कार
फोटोग्राफी प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा क्लिक की गई 150 से अधिक तस्वीरों को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा खींची गई तस्वीरों में से सर्वश्रेष्ठ तस्वीरों को पुरस्कृत भी किया गया। ओपन कैटेगरी में पहला स्थान जीशान अंजुम, दूसरा स्थान ज्योर्तिमय हलदर एवं तीसरा स्थान अनुग्रह प्रवीण को मिला। आकृति भंडारी को स्पेशल मेंशन का अवॉर्ड दिया गया।
Posted by
yashwant
0
comments
आखिर हिन्दू राष्ट्र से फायदा किसको....!
आजकल देश में एक नया मुद्दा जोर-शोर से उछाला जा रहा है। ऐसा लगता है, जैसे बोतल से फिर एक जिन्न बाहर आने को आमादा हो रहा है। मुद्दे को जिन्न के नाम की संज्ञा दी है। तो स्वाभाविक है, वह अच्छे के लिए तो होगा नहीं। हां जो इसे बोतल से बाहर निकाल रहा है, वह इससे अपने हित साधेगा ही। इसमें कोई शक भी नहीं होना चाहिए। जिन्न तो जिन्न है, वह यह थोड़े ही देखेगा कि निर्दोष को नुकसान न पहुंचाया जाए। वह तो ’जो हुक्म मेरे आका’ की भांति चलाएमान रहेगा। यहां जिस नए मुद्दे की बात यहां की जा रही है, वह है हिन्दू राष्ट्र का मुद्दा। वर्ष 2024 के आम चुनाव की बिछाई जा रही बिसात में एक मुद्दा यह भी शामिल होने जा रहा है। इससे पहले राम मंदिर निर्माण पूर्ण करना और उसे दर्शनों के लिए खोलना तो है ही।
Posted by
yashwant
0
comments
शराब के नशे में नवभारत कर्मचारियों का प्रेस क्लब में हंगामा
Unmesh Gujarathi
Posted by
yashwant
0
comments
जनतंत्र टीवी ने खाया मेरा हक
जब मैंने जनतंत्र टीवी जॉइन किया तो बड़ी उम्मीदें थी। कुछ अच्छा करने और कुछ रोचक करने का मन लेकर सेक्टर 4 स्तिथ जनतंत्र टीवी के ऑफिस पहुँचा लेकिन यहां पहुँचकर पता चला कि मैं एक जाल में फंस गया हूँ। क्योकि यहां 2 माह बाद यहां सैलरी मिलती थी कभी कभी दो बार मे मिलती है इससे पहले की कुछ समझ पाता मैंने निर्णय लिया कि यहां 6 माह नोकरी करूँगा और इस बीच दूसरी जगह नोकरी की तलाश करता रहूंगा।
Posted by
yashwant
0
comments
प्रेस क्लब बुलंदशहर का होली मिलन समारोह
पीएमसी के होली मिलन समारोह में जमकर थिरके लोग, फूलों की होली ने बांधा समां
बुलंदशहर। पीएमसी की ओर से निकुंज हॉल में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डीएम सीपी सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, बीडीए उपाध्यक्ष डा. अंकुर लाठर और विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीडीओ कुलदीप मीना, एडीएम प्रशासन डा. प्रशांत कुमार, एसपी सिटी सुरेंद्रनाथ तिवारी, एसपी क्राइम कमलेश बहादुर, सीएमओ डा. वीके सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष मनोज गर्ग ने शिरकत की। निकुंज हॉल में आयोजित होली मिलन समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया।
Posted by
yashwant
0
comments
27.2.23
लचर क़ानून व्यवस्था का प्रमाण है अपराध
डॉ. शंकर सुवन सिंह
भारत जैसे देश में आए दिन अपराध जैसे हत्या,लूट,छिनैती,बलात्कार,धार्मिक उन्माद आदि होते रहते हैं। अपराध के मामलों में उत्तर प्रदेश भी शिखर पर है। प्रयागराज के नैनी स्थित हुक्का बार में 14 फरवरी 2023 को एक बालू कारोबारी की हत्या कर दी जाती है। अभी हाल ही में 24 फरवरी 2023 को राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल को दिनदहाड़े सरेआम गोलियाँ और बम से भून दिया जाता है। इस हत्याकांड में उमेश पाल के गनर को भी अपराधी दौड़ाकर गोलियों से भून देते हैं। इस घटना से उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रशासन और क़ानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठना स्वाभाविक है। इस घटना का मुख्य कारण न्याय मिलने में विलम्ब होना और क़ानून व्यवस्था का लचर होना है। उधर पंजाब में भारत के अमृतकाल के लिए अमृतपाल कहर बनता जा रहा है। पंजाब में खालिस्तानी संगठन (वारिस पंजाब दे) का मुखिया अमृतपाल सिंह और उसके गुंडों ने अमृतसर के अजनाला थाने को घेर कर अपने कब्जे में कर लिया था। अमृतपाल सिंह ने अमृतसर के एस एस पी (जेष्ठ पुलिस अधीक्षक) को भी धमकी दे डाली " हिम्मत हो तो गिरफ्तार करके दिखाओ"। वो दिन दूर नहीं जब भारत की क़ानून व्यवस्था अपराधियों की गुलाम हो जाएगी। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारत विरोधी नारे लगते है तो वहीं पंजाब में खालिस्तानियों के सामने पुलिस आत्मसमर्पण कर देती है। इधर उत्तर प्रदेश में अपराध अपने चरम सीमा पर है। इस प्रकार की घटनाएं प्रत्येक दिन भारत के प्रत्येक राज्य से सुनने को मिल जाती है। अपराध पर अनियंत्रण पुलिस के कार्य प्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह उठता है। पुलिस की अकर्मण्यता से अपराध का जन्म होता है। न्याय विभाग द्वारा ऐसे दोषी पुलिस कर्मियों को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए। दुनिया में सबसे अधिक अपराध दक्षिण अमेरिका के वेनेजुएला में होता है। अपराध के मामलों में भारत विश्व में 68 वें नम्बर पर आता है। भारत की आबादी लगभग 140 करोड़ पहुँच गई है। जिन अपराधों के केस दर्ज होते हैं वे आंकड़े बन जाते हैं और जो दर्ज नहीं होते वो आंकड़ों से बहार हो जाते हैं। न्याय, पीड़ित व्यक्ति को बल प्रदान करता है। वहीं देश विरोधी ताकतों के सामने पुलिस नतमस्तक है। पीड़ित व्यक्ति न्याय व्यवस्था का लाभ लेने के लिए दर दर की ठोकरें खाता है। वहीं गुंडे मवाली थानों का घेराव करके पुलिस को अपने पक्ष में कर लेते हैं। यहां न्याय अनीति से चल रहा है जबकि न्याय नीति से चलता है। न्यायिक प्रक्रिया सुगम और सरल होनी चाहिए। न्यायिक अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वो न्याय को सुगम और सरल बनाएं। प्रदेश की लचर कानून-व्यवस्था के कारण प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है। अतएव हम कह सकते हैं कि अपराध लचर क़ानून व्यवस्था प्रमाण है।
लेखक
डॉ. शंकर सुवन सिंह
वरिष्ठ स्तम्भकार एवं शिक्षाविद
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
Posted by
yashwant
1 comments
सुशासन बाबू के गृह जिले के रिश्वतखोर अफसरों पर लगाम लगाए कौन?
Posted by
yashwant
0
comments
मंजरी फाउंडेशन के संजय कुमार सम्मानित
मुंबई में बीती रात सामाजिक क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए CSR JOURNAL EXCELLENCE AWARDS 2022 दिए गए. एक भव्य कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विजेताओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया.
Posted by
yashwant
0
comments
19.2.23
हुक्का बार की आड़ में अपराध
डॉ. शंकर सुवन सिंह
हीनता दरिद्रता को जन्म देती है और दरिद्रता अपराध को। हीन भावनाओं से ग्रसित व्यक्ति कभी आनंदित नहीं हो सकता। आत्मीयता आनंद की जननी है। आत्मीय सुख ही असली आनंद देता है। अकेलापन ही आनंद देता है। भीड़ भ्रमित करती है। आनंद का सम्बन्ध भीड़ से नहीं है। अकेलापन व्यक्ति के आत्म साक्षात्कार का स्रोत है। आत्म साक्षात्कार ही हमको प्रकृति से जोड़ती है। हवा पानी आकाश पृथ्वी और अग्नि हमको जीवन देती हैं जो कि प्रकृति का हिस्सा हैं। इन्ही पांच तत्वों से मिलकर शरीर भी बना है। यही जीवन दायनी तत्व हमको असली आंनद देते हैं।
Posted by
yashwant
0
comments
13.2.23
विवाद की दिवार कब टूटेगी ?
'भईयां यह दीवार टूटती क्यों नहीं ' ? ‘’टूटेगी भला कैसे अंबुजा सीमेंट से जो बनी है’’ हम में से बहुत लोगों ने टीवी पर अंबुजा सीमेंट का यह विज्ञापन बचपन में देखा होगा जहां दो भाई अलग होने के बाद घर के बीच एक दीवार बना देते हैं और बाद में उसे तोड़ने का प्रयास करते हैं I कुछ ऐसी ही दीवार इस वक्त हिमाचल प्रदेश प्रदेश में खड़ी हो गई है जहाँ एक और अडानी व्यापार समूह और दूसरी ओर स्थानीय ट्रक यूनियन खड़े हैं I हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के दाड़लाघाट एसीसी और बिलासपुर के बरमाणा में बने अम्बुजा सीमेंट सयंत्र की बात हो रही हैं I झगड़े की जड़ माल भाड़ा है, ट्रक यूनियन 10. 58 रूपए प्रति किलोमीटर प्रति क्विंटल की मांग कर रहे हैं और दूसरी तरफ अडानी समूह 6 रूपए प्रतिकिलोमीटर प्रति क्विंटल देने को तैयार है I ट्रक यूनियनो का कहना कि वर्तमान परिदृश्य के हिसाब से जिसमें प्रदेश की भौगोलिक स्थितियाँ ,पेट्रोल की बढ़ती कीमतें , ट्रक चालको की तन्ख्वाह, ट्रकों का रखरखाव को ध्यान में रखकर ही उन्होंने यह मांग की हैं और समूह द्वारा दिया जा रहा किराया कम है I
Posted by
yashwant
0
comments
69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग की 19000 सीटों पर हुआ आरक्षण घोटाला...
rajeshk.com143@gmail.com
आज 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के आरक्षण पीड़ित ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने ट्विटर पर आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों को न्याय कब इस हेस्टैक के साथ अभियान चलाया तथा अपने ट्विटर अभियान में बीजेपी के नेताओं को टैग कर मांग की कि उन्हें इस भर्ती में संविधान द्वारा दिया गया पूरा आरक्षण नहीं दिया गया है यह देकर न्याय दिया जाए l
Posted by
yashwant
0
comments
राम सरूप अणखी : भारतीय साहित्य की 'अणख'
अमरीक-
गुरबख्श सिंह प्रीतलड़ी, नानक सिंह, जसवंत सिंह कंवल के बाद राम सरूप अणखी पंजाबी और पंजाब के ऐसे लेखक थे जिन्हें सबसे ज्यादा पढ़ा गया। उनके विशाल पाठक वर्ग का दायरा आज भी निरंतर विस्तार ले रहा है। जबकि जिस्मानी तौर पर उन्हें विदा हुए आज पूरे तेरह साल हो गए हैं। पंजाबी के हिंदी तथा दूसरी भाषाओं में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले साहित्यकारों में उनका नाम शिखर पर है। निसंदेह वह अपनी मिट्टी के ऐसे घने वृक्ष थे जो आज भी घनी छांह दे रहा है। पंजाब (खासकर मालवा) का ग्रामीण समाज और किसानी जनजीवन उनके कथा साहित्य की आधारभूमि रहा है। पंजाब की किसानी और ग्रामीण लोकाचार को साहित्य के जरिए जानने के लिए राम सरूप अणखी के बेमिसाल उपन्यास और कहानियां अपरिहार्य हैं। मालवा के केंद्र में बसा कदरन छोटा-सा कस्बेनुमा शहर बरनाला (जो अब जिला है) 'अणखी के शहर' के नाम से भी जाना जाता है। युवावस्था में पुश्तैनी गांव धौला से वह यहां आकर बस गए थे लेकिन मुड़-मुड़कर अपने गांव की मिट्टी की ओर जाते थे। प्रति सप्ताह गांव धौला जाना उन्होंने ताउम्र जारी रखा। मौसम, हालात और सेहत जैसी भी हो... यह अनवरत सिलसिला नहीं टूटा। धौला और उसके इर्द-गिर्द के गांव-कस्बे और वहां के बाशिंदे उनके हर उपन्यास-कहानी में मिलेंगे। गांव और ग्रामीण उनकी माशूक थे। मिट्टी से इतनी बेइंतहा मोहब्बत करने वाले लेखक बहुत कम हैं और अणखी सरीखे तो और भी कम। उनकी अस्थियां भी, वसीयत और आखिरी इच्छा के मुताबिक इन्हीं खेतों और जमीन को सींचने वालीं (खेतों के किनारे बहतीं) नहरों में विसर्जित की गईं थीं।
Posted by
yashwant
0
comments
9.2.23
अपनी कुंठाओं की पूर्ति के लिए निर्दोषों को फँसाती है गोरखपुर की शाहपुर पुलिस
सत्येंद्र कुमार-
satyendragudiya@gmail.com
गोरखपुर : जिस तरह यह बात सच है कि सभी पुलिस वाले बेईमान और भ्रष्ट नही होते ठीक उसी तरह यह बात भी सच है कि यदि पुलिस अपना काम ईमानदारी से करती तो योगी आदित्यनाथ के रामराज्य का स्वप्न कब का पूरा हो जाता । ऐसी रिपोटर्स आती रही है कि लगभग 75 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को पुलिस पर भरोसा ही नही है । कुछ भ्रष्ट और बेईमान पुलिस वालों की वजह से आज भारत एक ऐसा देश बन चुका है जहाँ पुलिस को देखकर लोग सेफ फील करने की बजाय डरते हैं । एक 15 साल के बच्चे को पता होता है कि आई पी एल में सट्टा लगाने के लिए किसके पास जाना है लेकिन हमारी पुलिस को पता नहीं होता । हर एक चरसिये से लेकर हर एक स्मैकिए को पता है कि किस दरवाजे पर उनका माल मिलेगा लेकिन हमारी पुलिस को पता नही होता । गोरखपुर शहर के थाना शाहपुर की पुलिस ने भी अजीबोगरीब कारनामा कर दिखाया है । इनका जोर भले अपराधियों पर न चलता हो लेकिन सामान्य व्यक्ति को अपराधी बनाने में ये कोई कसर नही छोड़ते हैं ।
Posted by
yashwant
0
comments
1.2.23
दैनिक पंजाब केसरी कानपुर मण्डल के मैनेजर व डैस्क इंचार्ज रामु मिश्रा मनमानी पर उतारू हैं
Posted by
yashwant
1 comments
स्टूडियो में बैठे एंकर हमारे कानों में विष घोल रहे हैं...
हरीश मिश्र
किसी जानकारी को अधिक से अधिक प्रसारित करने के साथ साथ जब यह भी प्रयत्न हो कि जनता प्रसारित संदेश को न केवल स्वीकार करें अपितु उसके अनुरूप कोई कदम भी उठाएं या करवाई भी करें तो यह प्रक्रिया सूचना या प्रकाशन से एक कदम आगे प्रचार या प्रोपेगेंडा कहलाती है। जब किसी सूचना का प्रचार प्रसार किसी साज़िश या फिर अति से ज्यादा हो जाये तो सम्प्रचार या प्रोपेगेंडा कहा जा सकता है।
Posted by
yashwant
0
comments
इनको देखा तो ख्याल आया.... हम इन म्यूजियमों को क्यों देखें?
भाष्कर गुहा नियोगी, हैदराबाद से
म्यूजियम बीते समय यानी इतिहास के ध्वंसाशेष के अलावा क्या है? खासकर राजा - महाराजाओं, नवाबों, बादशाहों की उस शानोशौकत को संजोकर रखे गए इन म्यूजियमों को हम क्यों देखें ? वो जो साधारण लोग है। वो जो मिट्टी से महल बनाने की प्रक्रिया में हिस्सेदार रहे है। जिन्होंने इन बड़े- बड़े महलों, किलाओं की ऊंची - ऊंची प्राचीरो की नींवें खोदी इन्हें गगनचुंबी बुलंदी दी जिनके हाथों ने महलों की दीवारों पर खुबसूरती नक्काशी की , जिन्होंने इन्हें सजाया - संवारा। वो जो दुनिया को शून्य से शिखर तक ले कर आए है। उनके श्रम शक्ति के जज्बातों उनके हुनर के कमालों की कथा कहने वाला उन्हें संजोकर दिखाने वाला म्यूजियम कहीं है क्या?
Posted by
yashwant
0
comments
31.1.23
केरल में सामाजिक आंदोलन और दलित साहित्य किताब सम्मानित
राजस्थान,चित्तौड़गढ़। 'स्वतंत्रता सेनानी रामचन्द्र नंदवाना सम्मान' 2021 के लिए बजरंगबिहारी तिवारी लिखित पुस्तक 'केरल में सामाजिक आंदोलन और दलित साहित्य' (नवारुण प्रकाशन, ग़ाज़ियाबाद) का चयन निर्णायक मंडल के तीन सदस्यों- वरिष्ठ कथाकार काशीनाथ सिंह, कवि-चिंतक राजेश जोशी तथा आलोचक दुर्गाप्रसाद अग्रवाल ने किया। कुल 26 अध्यायों में लिखित इस किताब में पहली बार हिंदी में केरल के कम्युनिस्ट आंदोलन का इतिहास प्रस्तुत किया गया है। किताब सिलसिलेवार ढंग से इस मॉडल स्टेट के निर्माण की व्याख्या करती है। 1850 तक इस राज्य में गुलामी प्रथा क़ायम थी।
Posted by
yashwant
0
comments
News18 उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड का गालीबाज रिपोर्टर
सब कहते है कि पत्रकार को शालीन और मर्यादित शब्दावली का प्रयोग करना चाहिए, लेकिन News 18 उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड का बुलंदशहर का रिपोर्टर तो गालीबाज निकला. अपना रुतबा दिखाने के लिए फोन पर ही बुलंदशहर के एक रिपोर्टर को जमकर गरिया लगा.
Posted by
yashwant
0
comments
सब परिंदे उड़ गए ,धीरे धीरे छोड़कर, बाग़बान अब अकेला है, उम्र के इस मोड़ पर !
सत्येंद्र कुमार-
आज जब मोबाइल स्विच ऑन किया तो गणतंत्र दिवस पर औपचारिकता वश दी जाने वाली बधाईयों से व्हाट्सएप्प पटा पड़ा मिला । मन हुआ की पूछ लूँ इन भेड़ चाल वालों से की भाई ये कैसी है बधाई, जब आज तक गणतंत्र की बात ही तुम्हे समझ नही आई !
Posted by
yashwant
0
comments
न्यूज़ पोर्टल और यूट्यूब चैनल के नाम पर वसूली गैंग चला रहा है पर्ल्स न्यूज़ २४, मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाये
श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय (By mail)
अलीगढ
विषय: न्यूज़ पोर्टल और यूट्यूब चैनल के नाम पर बसूली गैंग चला रहा है पर्ल्स न्यूज़ २४, मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाये
महोदय,
डिजिटल मीडिया के दुरुपयोग की कड़ी में नया मामला अलीगढ में सामने आया है| यहाँ पर्ल्स न्यूज़ २४ नाम ने एक पोर्टल में बसूली गैंग बना रखा है| एक न्यूज़ पोर्टल ने अपने यूट्यूब चैनल के नाम पर कुकरमुत्तों की तरह लोगो की भर्ती कर ली है| अपने तथाकथित रिपोर्टरों को एक प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल की मायिक आईडी से मिलती जुलती आईडी डिजाइन कराकर उनको थमां दी है| अब यह तथाकथित रिपोर्टर लोगो से खुलेआम खबर चलाने और बनाने के नाम पर खुलकर बसूली करते है| यह तथाकथित लोग एक झुण्ड में कबरेज के लिए जाते है और गुडागर्दी करते है| इतना ही नहीं कोई इनसे टोकाटोकी करता है तो इस गैंग में शामिल महिलाओ को आगे करके फ़साने की धमकी दी जाती है| बाक्यात इस प्रकार है-
Posted by
yashwant
0
comments
पत्रकार विजय कुमार राय की दादी श्रीमती शांति राय का निधन
Posted by
yashwant
0
comments
मौर्य के बयान पर अखिलेश के रूख से धर्म संकट में फस सकती है भाजपा
KP Singh-
स्वामी प्रसाद मौर्य के मुददे पर मनोज पाण्डेय एण्ड कम्पनी के दबाव को नकारकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उन्हें पार्टी से बाहर करने की बजाय उनके साथ खडे हो गये हैं। यहां तक कि अपने चाचा शिवपाल यादव की राय को भी उन्होने दरकिनार कर दिया है। शनिवार को स्वामी प्रसाद से मुलाकात के बाद ही उन्होंने इसे जाहिर कर दिया था, एक दिन बाद तो उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य का कद पार्टी में बढाकर उन्हें इनाम दे डाला है जो पुनरूत्थानवादियों को चिढाने जैसा है।
Posted by
yashwant
0
comments
28.1.23
बिल्डर-गुंडों की यारी कानून पर भारी, अदालत से स्टे के बावजूद रात अंधेरे में तोड़वाने लगे कटरा
भाष्कर गुहा नियोगी-
वाराणसी। ताकत और अवैध पैसों का साथ यानी बिल्डर और गुंडों का गठजोड़ कानून पर भारी पड़ता दिख रहा है। नहीं तो बीते 24 जनवरी दालमंडी घुंघरानी गली स्थित एक कटरे की दुकानों को रात में जिस तरह से ढहाने की कोशिश की गई वो बताने के लिए काफी है कि बिल्डर - गुंडा गठजोड़ किसी हद तक जा सकता है। खासकर दालमंडी सहित आसपास के इलाकों में इनका वर्चस्व कायम है। यहां कई गुंडे खुद बिल्डर बन चुके है। धमकी, मारपीट और जरूरत पड़ने पर किसी को जान से मार देना इनके लिए बड़ी बात नहीं है।
Posted by
yashwant
0
comments
ABP Majha honours unsung heroes of Maharashtra at its annual event ‘Shourya Puraskar’
Mumbai, January 27, 2023: ABP Majha, Maharashtra’s leading news channel, hosted its annual event 'Shourya Puraskar' at BKC Trident in Mumbai on 24th January 2023. This event is an initiative by the channel to recognize and celebrate the courage and heroism of common people across the Maharashtra region. Dedicated to celebrating the bravery of the common people, the event was aired on the occasion of Republic Day today.
Posted by
yashwant
0
comments
ABP Majha’s ‘Majha Maharashtra Majha Vision’ sheds light on state matters
Mumbai, January 27, 2023: ABP Majha, Maharashtra’s leading news channel, successfully concluded its highly anticipated event, Majha Maharashtra Majha Vision, at BKC Trident, Mumbai. This one-of-a-kind event saw eminent leaders of Maharashtra present their vision for the state. It was an insightful platform to understand Maharashtra’s potential and the way forward.
Posted by
yashwant
0
comments
24.1.23
पंजाब की आप सरकार और अफसरशाही में फिर ठन गई
अमरीक-
पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार और अफसरशाही में एकबारगी फिर जबरदस्त ढंग से ठन गई है। इस बार भी वजह 'दिल्ली वाले' हैं। इस बार मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आला अफसरों के इसलिए आनन-फानन में तबादले कर दिए कि उन्होंने विभागीय राशि को 'प्रचार' के लिए इस्तेमाल करने से साफ इनकार कर दिया और सरकार को कतिपय ईमानदार अफसरों का यह रवैया पसंद नहीं आया। दो दिन के भीतर हुए कुछ तबादले बेहद चर्चा में हैं। इनमें से तो एक रविवार यानी छुट्टी के दिन किया गया। अफसरशाही में जबरदस्त खलबली है और सुगबुगाहट है कि मुख्यमंत्री ने 'ऊपर' के इशारे से मुख्य सचिव को मौखिक आदेश दिए जो मुख्य सचिव की मेज पर पहुंचते ही लिखित में बदल गए। पूरा घटनाक्रम बताता है कि अब राज्य सरकार को तर्क करने वाले और ईमानदारी के साथ फर्ज निभाने वाले आला अधिकारी रत्ती भर भी पसंद नहीं। नीचे के अफसरों को भी रोज ताश के पत्तों की मानिंद फेंटा जा रहा है। सरकार के पक्षधर अधिकारी इसे अपरिहार्य सख्ती बताते हैं, जबकि 'पीड़ित' अफसरों के हमदर्द (सूबे में जो कुछ इन दिनों हो रहा है) इसे अपने किस्म का सरकारी भ्रष्टाचार! चंद दिन पहले ही पीसीएस और आईएएस अफसरों तथा सरकार के बीच तनातनी बढ़ी थी और मुख्यमंत्री के संवैधानिक दबाव में आकर अफसर झुक गए थे। इसकी एक वजह और भी थी कि मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और उनके किचन कैबिनेट के सदस्य मीडिया तथा अन्य मंचों से प्रचार करने लगे थे कि सरकार से नाराज हुए अफसर दरअसल दागी अधिकारियों को बचाना चाहते हैं और खुद भी बचना चाहते हैं। लेकिन इस बार मामला दूसरा है। तब जिला स्तरीय अधिकारियों में अपने एक साथी की विजिलेंस द्वारा की गई गिरफ्तारी को लेकर रोष था और वे पांच दिन की सामूहिक हड़ताल पर चले गए थे लेकिन सरकार के दबाव का डंडा उन पर चल पड़ गया और वे काम पर लौट आए। मुख्यमंत्री ने खुद सामने आकर उन्हें नियमानुसार निलंबित करने की धमकी दी थी।
फोटो परिचय: मुख्य सचिव विजय कुमार जंजुआ, आईएएस अधिकारी अजोय शर्मा और वीरेंद कुमार शर्मा।
Posted by
yashwant
0
comments
बसंत का यह 'खूनी' चेहरा भी देखिए!
अमरीक-
शेष देश की मानिंद पंजाब में भी बसंत पंचमी का पर्व बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। नए साल के आगाज के साथ ही बसंत का आगमन भी शुरू हो जाता है। जिस दिन आकाश साफ होता है, उस दिन चौतरफा पतंगे ही पतंगे दिखाई देती हैं। गोया बादलों की जगह पतंगों ने ले ली हो। इस बार भी ऐसा ही आलम है। वैसे, बसंत पंचमी 26 जनवरी को है लेकिन इसकी धूम अभी से है। इधर के कुछ सालों में बसंत पंचमी खुशियां ही नहीं, मातम भी दे रही है। पतंगबाजी के लिए होने वाले प्लास्टिक डोर ने कहर बरपा रखा है। प्लास्टिक डोर को पंजाब में 'चीनी मांझा' भी कहा जाता है और इस पर कानूनन सरकारी प्रतिबंध है। लेकिन फिर भी इसका आतंक समूचे सूबे के चप्पे-चप्पे में तारी है। अपने आप में यह आतंकवाद की शक्ल अख्तियार कर चुका है। प्लास्टिक डोर अथवा चीनी मांझे की की चपेट में जो भी आता है, वह गंभीर रूप से जख्मी एवं लहूलुहान हो जाता है। ऐसे-जैसे उस पर नुकीले या तीखे खंजर से बदस्तूर सैकड़ों वार किए गए हों।
Posted by
yashwant
0
comments
22.1.23
रहमान राही: खामोशी से गुजर गया कश्मीर का एक अहम युग
अमरीक-
कश्मीर अक्सर सियासी गतिविधियों और अन्य वजहों से सुर्खियों में रहता है। साल 2023 का पहला पखवाड़ा कश्मीर, कश्मीरियत और समूची अदबी जमात के लिए बेहद नागवार साबित हुआ। कश्मीर और कश्मीरियत के दिग्गज एवं प्रतिनिधि/समकालीन प्रथम पुरुष साहित्यकार रहमान राही साहब जिस्मानी तौर पर दुनिया से रुखसत हो गए। एक ऐसा खजाना बल्कि बेशुमार खजानें दुनिया को देकर, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी उन्हें तथा कश्मीरियत और उर्दू जबान को हमेशा-हमेशा के लिए जिंदा रखेगा। प्रोफेसर रहमान राही के किए काम के जिक्र के बगैर कश्मीरियत की बाबत कोई भी संदर्भ निहायत अधूरा अथवा बेबुनियाद होगा। कश्मीरी और उर्दू भाषा की ऐसी ही अजीम शख्सियत थे रहमान राही, जिनसे पूरा मुल्क और समूची दुनिया का विशाल साहित्यिक दायरा बखूबी वाकिफ था।
Posted by
yashwant
0
comments
सुब्रत राय की बुद्धि शुद्धि हेतु सुंदर काण्ड पाठ
2023 में सुब्रत राय सहारा से निवेशकों का भुगतान कराओ... हर तीसरा घर है प्रभावित.... भारत वर्ष की आधी आबादी परेशान...
थाली, चम्मच शंख घन्टा बजाकर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया
सीतापुर। संयुक्त किसान मोर्चा के साथ सहारा इंडिया के विरुद्ध निवेशकों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में आज ग्यारहवें दिन जागरूकता अभियान के तहत ताली थाली और शंख बजाकर दोपहर दो बजे जुलूस यात्रा निकाल कर संगठन की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया।संयोजक पिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कोरौना महामारी के समय, ताली,थाली व शंख अभियान चलाकर कोरौना पर विजय पाई थी.
Posted by
yashwant
0
comments